यों दाऊद समस्त इस्राएल देश पर राज्य करने लगा। वह जनता पर न्याय और धार्मिकता से शासन करता था।
नीतिवचन 31:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) न्याय के लिए अपना मुंह बन्द मत करना, वरन् धर्म से न्याय करना; दीन-दरिद्रों के अधिकार की रक्षा करना।” पवित्र बाइबल तू डट करके खड़ा रह उन बातों के हेतू जिनको तू जानता है कि वे उचित, न्यायपूर्ण, और बिना पक्ष—पात के सबका न्याय कर। तू गरीब जन के अधिकारों की रक्षा कर और उन लोगों के जिनको तेरी अपेक्षा हो। Hindi Holy Bible अपना मुंह खोल और धर्म से न्याय कर, और दीन दरिद्रों का न्याय कर। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अपना मुँह खोल और धर्म से न्याय कर, और दीन दरिद्रों का न्याय कर। नवीन हिंदी बाइबल अपना मुँह खोल! सच्चाई से न्याय कर! और दीन-दरिद्रों के अधिकार की रक्षा कर। सरल हिन्दी बाइबल निडरतापूर्वक न्याय प्रस्तुत करो और बिना पक्षपात न्याय दो; निर्धनों और निर्धनों के अधिकारों की रक्षा करो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अपना मुँह खोल और धर्म से न्याय कर, और दीन दरिद्रों का न्याय कर। |
यों दाऊद समस्त इस्राएल देश पर राज्य करने लगा। वह जनता पर न्याय और धार्मिकता से शासन करता था।
क्योंकि मैं दुहाई देने वाले गरीब को बचाता था, मैं अनाथ बच्चे को छुड़ाता था, जिसकी मदद करनेवाला कोई न था।
दुष्कर्म करना राजा के लिए घृणित कार्य है; क्योंकि उसका सिंहासन धर्म से ही स्थिर रहता है।
पर भलाई करना सीखो। न्याय के लिए प्रयत्न करो; अत्याचारी को सुधारो; अनाथ को न्याय दिलाओ, और विधवाओं का पक्ष लो।’
तेरे शासक कानून के विरोधी हैं, वे चोरों के साथी हैं। वे-सब रिश्वत के लोभी हैं। वे उपहारों के पीछे दौड़ते हैं। वे अनाथों का न्याय नहीं करते, और न विधवाओं का मुकदमा उन तक पहुंच ही पाता है।
वरन् वह गरीबों का न्याय धार्मिकता से करेगा, वह पृथ्वी के दीन-दलितों का निर्णय निष्पक्षता से करेगा। वह अपने शब्द-रूपी डंडे से अत्याचारियों पर प्रहार करेगा; वह मुंह की फूंक से दुष्टों का नाश करेगा।
प्रभु यह कहता है: न्याय और धर्म का आचरण करो; जो मनुष्य लूट लिया गया है, उसको अत्याचारी के हाथ से बचाओ। विदेशी, अनाथ और विधवा के साथ बुरा व्यवहार मत करो; उन पर अत्याचार मत करो; और न राजमहल के इस स्थान में किसी निर्दोष की हत्या करो।
प्रभु कहता है, ‘देखो, समय आ रहा है, जब मैं दाऊद के वंश-वृक्ष में एक शाखा निकालूंगा, और वह धार्मिक पुरुष होगा। वह राजा के रूप में राज्य करेगा। वह बुद्धि से शासन करेगा, और अपने देश में न्याय और धर्म से राज्य करेगा।
वे मोटे हो गए हैं, उनके शरीर पर चर्बी चढ़ गई है। उनके लिए दुष्कर्म करने की कोई सीमा नहीं है वे निष्पक्ष होकर न्याय नहीं करते। वे अनाथों के न्याय की उपेक्षा कर अपना उल्लू सीधा करते हैं। वे गरीबों के हक की रक्षा नहीं करते।
महाराज, मैं आपसे निवेदन करता हूं, आप मेरा यह परामर्श स्वीकार कीजिए: सद् आचरण कर अपने पाप के बन्धनों को तोड़ दीजिए। आप पीड़ितों के प्रति दया कर अधर्म से मुक्त हो जाइए। तब संभव है कि आपकी शांति के ये दिन लम्बे हो जाएं।”
‘तुम न्याय करते समय अन्याय मत करना। तुम न तो दरिद्र व्यक्ति का पक्ष लेना और न बड़े मनुष्य के सम्मुख झुकना, वरन् धार्मिकता से अपने देश-भाई अथवा बहिन का न्याय करना।
‘स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है: “प्रत्येक व्यक्ति अपने जाति-भाई के साथ सच्चाई से न्याय करे, उसके प्रति करुणा और दया का व्यवहार करे।
ओ सियोन के निवासियो, अत्यधिक आनन्द मनाओ! ओ यरूशलेम के निवासियो, जय-जयकार करो! देखो, तुम्हारा राजा तुम्हारे पास आ रहा है, वह धार्मिक है, उसने विजय प्राप्त की है। वह विनम्र है, और विनम्रता के प्रतीक गदहे पर, उसके बछेरू पर, नहीं, वह लद्दू के बछेरू पर बैठा है।
मैंने उस समय तुम्हारे शासकों को आदेश दिया था, “तुम अपने भाई-बहिनों का मुकदमा निष्पक्ष रूप से चुनना, तथा उनके मध्य अथवा किसी सजातीय व्यक्ति और प्रवासी व्यक्ति के मध्य धार्मिकता से न्याय करना।
तूने धर्म का पक्ष ले कर अधर्म से बैर किया है, इसलिए हे परमेश्वर! तेरे परमेश्वर ने तुझे तेरे साथियों के ऊपर उठा कर आनन्द के तेल से तेरा अभिषेक किया है।”
तब मैंने देखा कि स्वर्ग खुला है। एक सफेद घोड़ा दिखाई पड़ा और उस पर जो सवार है, वह ‘विश्वसनीय’ और ‘सच्चा’ कहलाता है। वह न्याय के अनुसार विचार और युद्ध करता है।
योनातन ने अपने पिता शाऊल से दाऊद के विषय में भली बातें कहीं। योनातन ने कहा, ‘महाराज, अपने सेवक दाऊद के प्रति पाप न करें! उसने आपके प्रति पाप नहीं किया है। उसके सब कार्यों से आप का बहुत हित हुआ है।