समस्त जनता ने आनन्द मनाया। नगर में शान्ति थी। इस प्रकार अतल्याह को राजमहल में तलवार से मौत के घाट उतारा गया।
नीतिवचन 11:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब धार्मिक मनुष्य का कल्याण होता है, तब सम्पूर्ण नगर जय जयकार करता है किन्तु दुर्जन के विनाश पर सब नगरवासी हर्ष मनाते हैं। पवित्र बाइबल धर्मी का विकास नगर को आनन्दित करता जबकि दुष्ट का नाश हर्ष—नाद उपजाता। Hindi Holy Bible जब धर्मियों का कल्याण होता है, तब नगर के लोग प्रसन्न होते हैं, परन्तु जब दुष्ट नाश होते, तब जय-जयकार होता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब धर्मियों का कल्याण होता है, तब नगर के लोग प्रसन्न होते हैं, परन्तु जब दुष्ट नष्ट होते, तब जयजयकार होता है। नवीन हिंदी बाइबल जब धर्मियों का भला होता है, तो नगर के लोग आनंदित होते हैं, और जब दुष्ट नष्ट होते हैं, तो जय जयकार होता है। सरल हिन्दी बाइबल धर्मी की सफलता में संपूर्ण नगर आनंदित होता है, और जब दुर्जन नष्ट होते हैं, जयघोष गूंज उठते हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब धर्मियों का कल्याण होता है, तब नगर के लोग प्रसन्न होते हैं, परन्तु जब दुष्ट नाश होते, तब जय जयकार होता है। |
समस्त जनता ने आनन्द मनाया। नगर में शान्ति थी। इस प्रकार अतल्याह को राजमहल में तलवार से मौत के घाट उतारा गया।
उसने देखा, प्रवेश-द्वार पर राजा राजकीय मंच पर खड़ा है। शतपति और तुरही-वादक भी राजा के समीप खड़े हैं। आम जनता आनन्द मना रही है। वे नरसिंगे फूंक रहे हैं। गायक अपने हाथों में वाद्य-यन्त्र लिए हुए समारोह का संचालन कर रहे हैं। अतल्याह ने अपने राजसी वस्त्र फाड़ दिए, और वह चिल्लाई, ‘यह राज-द्रोह है!’
इस प्रकार समस्त जनता ने आनन्द मनाया। नगर में शान्ति छा गई, क्योंकि रानी अतल्याह को तलवार से मौत के घाट उतार दिया गया था।
मिर्याम उनके साथ यह टेक गा रही थी : ‘प्रभु के निमित्त गीत गाओ, उसने अद्भुत रीति से विजय प्राप्त की; उसने अश्वों और अश्वारोहियों को सागर में बहा दिया।’
निष्कपट व्यक्ति के आशिष-वचनों से नगर की उन्नति होती है, परन्तु दुर्जन के दुर्वचनों से वह ध्वस्त हो जाता है।
जब धार्मिक मनुष्य विजय प्राप्त करता है तब यह सबके लिए बड़े गौरव की बात होती है; परन्तु दुर्जन के प्रबल होने पर लोग डर के कारण छिप जाते हैं।
जब दुर्जन प्रबल होता है तब लोग डर से छिप जाते हैं; किन्तु उसके मरने पर धार्मिक जन बढ़ने लगते हैं।
जब धार्मिक मनुष्य शासन करते हैं तब जनता आनन्द मनाती है; किन्तु जब दुर्जन सत्ता हथिया लेते हैं, तब जनता शोक मनाती है।
बेबीलोन के पतन के कारण आकाश और पृथ्वी, और उनके सब प्राणी आनन्द से जयजयकार करेंगे। प्रभु कहता है, ओ बेबीलोन, उत्तर दिशा से तुझ पर लुटेरे आक्रमण करेंगे।
‘यों, हे प्रभु, तेरे सब शत्रु मर मिटें! पर तेरे मित्र शक्ति के साथ उगते हुए सूर्य के सदृश हों!’ इस्राएलियों के देश में चालीस वर्ष तक शान्ति रही।