‘शाऊल और योनातन, जो प्रिय एवं प्रीतिकर थे; वे जीवन और मृत्यु में कभी अलग नहीं हुए। वे बाज से अधिक वेगवान थे; वे सिंह से अधिक बलवान थे।
दानिय्येल 7:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) पहला पशु सिंह के सदृश था, पर उस में गरुड़ के पंख उगे हुए थे। जब मैं उसको देख रहा था तब उसके पंख उखाड़ दिए गए। उसको भूमि पर से उठाया गया और मनुष्य के समान उसको दो पैरों पर खड़ा किया गया। उसको मनुष्य का हृदय दिया गया। पवित्र बाइबल “उनमें से पहला पशु सिंह के समान दिखाई दे रहा था और उस सिंह के उकाब के जैसे पंख थे। मैंने उस पशु को देखा। फिर मैंने देखा कि उसके पंख उखाड़ फेंके गये हैं। धरती पर से उस पशु को इस प्रकार उठाया गया जिससे वह किसी मनुष्य के समान अपने दो पैरों पर खड़ा हो गया। इस सिंह को मनुष्य का सा दिमाग दे दिया गया था। Hindi Holy Bible पहिला जन्तु सिंह के समान था और उसके पंख उकाब के से थे। और मेरे देखते देखते उसके पंखों के पर नोचे गए और वह भूमि पर से उठा कर, मनुष्य की नाईं पांवों के बल खड़ा किया गया; और उसको मनुष्य का हृदय दिया गया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) पहला जन्तु सिंह के समान था और उसके पंख उकाब के से थे। मेरे देखते देखते उसके पंखों के पर नोचे गए और वह भूमि पर से उठाकर, मनुष्य के समान पाँवों के बल खड़ा किया गया; और उसको मनुष्य का हृदय दिया गया। सरल हिन्दी बाइबल “पहला पशु सिंह के समान था, जिसके गरुड़ के समान पंख थे. मेरे देखते ही देखते उसके पंखों को नोच डाला गया और उसे भूमि पर से उठाकर मनुष्य के समान दो पैरों पर खड़ा किया गया, और उसे एक मनुष्य का मन दिया गया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 पहला जन्तु सिंह के समान था और उसके पंख उकाब के से थे। और मेरे देखते-देखते उसके पंखों के पर नीचे गए और वह भूमि पर से उठाकर, मनुष्य के समान पाँवों के बल खड़ा किया गया; और उसको मनुष्य का हृदय दिया गया। |
‘शाऊल और योनातन, जो प्रिय एवं प्रीतिकर थे; वे जीवन और मृत्यु में कभी अलग नहीं हुए। वे बाज से अधिक वेगवान थे; वे सिंह से अधिक बलवान थे।
जैसे युवा सिंह अपनी गुफा से बाहर निकलता है, वैसे ही प्रभु निकला है। उसकी क्रोधाग्नि से सारा देश उजाड़ हो गया है, अत्याचारी की तलवार ने उसको नष्ट कर दिया है।’
देखो, वह गरजते मेघों की तरह आ रहा है। बवण्डर के समान उसके रथ दौड़ रहे हैं। उसके घोड़ों की चाल बाज से अधिक तेज है। हाय! हाय! हम तो नष्ट हो जाएंगे।
एक सिंह अपनी झाड़ी से निकल पड़ा है; राष्ट्रों के विनाशक ने कूच का डंका बजाया है। वह अपने स्थान से बाहर निकला है। वह तुम्हारे देश को उजाड़ देगा; तुम्हारे नगरों को खण्डहर बना देगा, और वे निर्जन हो जाएंगे।
प्रभु यों कहता है : ‘देखो, कोई बाज की तरह वेग से उड़ेगा, और मोआब पर उसके विनाश के लिए अपने पंख फैलाएगा।
देखो, जैसे सिंह यर्दन के जंगल से निकलता, तथा मजबूत भेड़शाला पर टूट पड़ता और भेड़ों को तितर-बितर कर देता है, वैसे ही मैं एदोम के निवासियों को एदोम देश से अचानक भगा दूंगा। तब जिसको मैं चुनूंगा, उस को उन पर नियुक्त करूंगा। ‘मेरे समान ईश्वर कौन है? कौन मेरे निर्णय को चुनौती दे सकता है? कौन राजा − अपनी प्रजा का चरवाहा − मेरे सम्मुख खड़ा हो सकता है?
हमारा पीछा करनेवाला शत्रु आकाशगामी बाजों से भी अधिक वेगवान थे, उन्होंने पहाड़ों पर हमारा पीछा किया; वे निर्जन प्रदेश में भी घात लगाकर बैठे रहे।
स्वामी-प्रभु यों कहता है : ‘एक विशाल बाज पक्षी लबानोन प्रदेश में आया। वह देवदार वृक्ष की फुनगी पर बैठ गया। उसके डैने लम्बे-लम्बे, रंग-बिरंगे और पंखों से भरे थे।
‘ओ मानव-सन्तान, तू सोर नगर-राज्य के शासक से यों कह : स्वामी-प्रभु यों कहता है : “तेरा हृदय अहंकार से भरा है। तू कहता है कि तू ईश्वर है, और समुद्र के मध्य में, देवताओं के दरबार में उच्चासन पर बैठता है। नहीं, तू ईश्वर नहीं, बल्कि केवल मनुष्य है। तू अपने को ईश्वर के सदृश बुद्धिमान समझता है।
ओ सोर नगर-राज्य के शासक, क्या तू अपने वधिकों के सामने दावा करेगा कि तू ईश्वर है? नहीं, जब तू अपने हत्यारों के हाथ में पड़ जाएगा, तब उनकी दृष्टि में ईश्वर नहीं, वरन् मनुष्य ठहरेगा।
परमेश्वर ने आपके हाथों में पृथ्वी के समस्त मनुष्य, वन के पशु और आकाश के पक्षी सौंपे हैं। महाराज, परमेश्वर ने ही आपको इन पर शासन करने की सामर्थ्य दी है। महाराज, आप ही मूर्ति के सोने का सिर हैं।
“उसी समय मेरा विवेक लौट आया। मेरे राज्य की कीर्ति के लिए मेरा प्रताप और वैभव मुझे पुन: प्राप्त हो गए। मेरे मंत्रियों और सामंतों ने मुझे जंगल में से ढूंढ़ निकाला, और मैं पुन: अपने राज्य के ऊपर राजा के रूप में प्रतिष्ठित हो गया। मेरी महानता और बढ़ गई।
अन्य तीनों पशुओं से राज्य-सत्ता छीन ली गई, पर उनका जीवन एक काल और एक ऋतु तक निश्चित कर दिया गया।
“दूसरा पशु रीछ के समान था। वह एक ओर तनकर खड़ा था। उसके दांतों के मध्य तीन पसलियां थीं। किसी ने उससे कहा, “उठ और बहुत मांस खा।”
प्रभु दूर से, पृथ्वी के सीमान्त से, एक राष्ट्र को तेरे विरुद्ध बाज की गति के सदृश वेगपूर्वक लाएगा। तू उस राष्ट्र की भाषा नहीं समझेगा।
मैंने जिस पशु को देखा, वह चीते के सदृश था, किन्तु उसके पैर भालू के पैरों-जैसे थे और उसका मुँह सिंह के मुँह-जैसा था। पंखदार सर्प ने उसे अपना सामर्थ्य, अपना सिंहासन और महान अधिकार प्रदान किया।