वह एकांत में घात लगाकर बैठता है, जैसे सिंह झाड़ी में। वह घात में बैठता है कि पीड़ित को दबोचे। जब वह पीड़ित को जाल में फंसा लेता है, तब उसे दबोचता है।
दानिय्येल 6:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) आपके राज्य के अध्यक्षों, हाकिमों, क्षत्रपों, मन्त्रियों और राज्यपालों ने एक मत से यह निर्णय लिया है कि महाराज को यह परामर्श दें कि आप यह आदेश और निषेधाज्ञा प्रसारित करें कि जो व्यक्ति तीस दिन की अवधि के दौरान आपके अतिरिक्त किसी देवता अथवा मनुष्य से विनती करेगा तो वह सिंहों की मांद में डाला जाएगा। पवित्र बाइबल हम सभी पर्यवेक्षक, हाकिम, प्रांत—अधिपति, मंत्री और राज्यपाल किसी एक बात पर सहमत हैं। हमारा विचार है कि राजा को यह नियम बना देना चाहिये और हर व्यक्ति को इस नियम का पालन करना चाहिये। वह नियम यह हैं: यदि अगले तीस दिनों तक कोई भी व्यक्ति हे राजा, आपको छोड़ किसी और देवता या व्यक्ति की प्रार्थना करे तो उस व्यक्ति को शेरों की माँद में डाल दिया जाये। Hindi Holy Bible राज्य के सारे अध्यक्षों ने, और हाकिमों, अधिपतियों, न्यायियों, और गवर्नरों ने भी आपास में सम्मति की है, कि राजा ऐसी आज्ञा दे और ऐसी कड़ी आज्ञा निकाले, कि तीस दिन तक जो कोई, हे राजा, तुझे छोड़ किसी और मनुष्य वा देवता से बिनती करे, वह सिंहों की मान्द में डाल दिया जाए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) राज्य के सारे अध्यक्षों ने, और हाकिमों, अधिपतियों, न्यायियों, और गवर्नरों ने भी आपस में सम्मति की है, कि राजा ऐसी आज्ञा दे और ऐसी कड़ी आज्ञा निकाले, कि तीस दिन तक जो कोई, हे राजा, तुझे छोड़ किसी और मनुष्य या देवता से विनती करे, वह सिंहों की माँद में डाल दिया जाए। सरल हिन्दी बाइबल राज्य के सब शाही प्रशासक, मुखिया, प्रधान, सलाहकार, और राज्यपाल इस बात पर सहमत हुए कि राजा एक राजाज्ञा निकाले और उस आज्ञा को पालन करने के लिये कहें कि अगले तीस दिनों तक कोई भी व्यक्ति महाराजा को छोड़ किसी और देवता या मानव प्राणी से प्रार्थना करे, तो वह सिंहों की मांद में डाल दिया जाए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 राज्य के सारे अध्यक्षों ने, और हाकिमों, अधिपतियों, न्यायियों, और राज्यपालों ने आपस में सम्मति की है, कि राजा ऐसी आज्ञा दे और ऐसी कड़ी आज्ञा निकाले, कि तीस दिन तक जो कोई, हे राजा, तुझे छोड़ किसी और मनुष्य या देवता से विनती करे, वह सिंहों की माँद में डाल दिया जाए। |
वह एकांत में घात लगाकर बैठता है, जैसे सिंह झाड़ी में। वह घात में बैठता है कि पीड़ित को दबोचे। जब वह पीड़ित को जाल में फंसा लेता है, तब उसे दबोचता है।
प्रभु और उसके अभिषिक्त राजा के विरोध में, संसार के राजाओं ने संकल्प किया है, शासकों ने एक साथ मन्त्रणा की है।
वे मेरे प्राण के लिए घात लगाते हैं; शक्तिवान मेरे विरुद्ध एकत्र होते हैं। यद्यपि, हे प्रभु, मेरा कोई अपराध नहीं है। मैं ने कोई पाप नहीं किया है।
हे स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु परमेश्वर! तू ही इस्राएल का परमेश्वर है। समस्त राष्ट्रों को दंड देने के लिए जाग। किसी भी विश्वासघाती कुकर्मी पर दया मत करना। सेलाह
वे उसके उच्च स्थान से उसे गिराने की सम्मति करते हैं। वे झूठ से हर्षित होते हैं। वे मुंह से तो आशिष देते हैं, पर हृदय से शाप। सेलाह
क्या वे अत्याचारी राजा तुझसे सम्बद्ध हो सकते हैं जो संविधि की आड़ में उत्पात मचाते हैं?
कसदी पंडितों ने (अरामी भाषा में) राजा से निवेदन किया, ‘महाराज लाखों वर्ष जीएं! आप हमें अपना स्वप्न बताइए, और हम आपको उसका अर्थ समझा देंगे।’
और जो व्यक्ति मूर्ति के सम्मुख गिरकर उसका सम्मान नहीं करेगा, वह धधकती हुई अग्नि की भट्ठी में फेंक दिया जाएगा।
उसके बाद उसने अपने साम्राज्य के सब प्रदेशों के क्षत्रपों, हाकिमों, राज्यपालों, मंत्रियों, खजांचियों, न्यायाधीशों, दंडाधिकारियों तथा प्रदेशों के सब उच्चाधिकारियों के पास सन्देश भेजा कि वे महाराज नबूकदनेस्सर द्वारा स्थापित स्वर्ण-मूर्ति के प्रतिष्ठान के अवसर पर उपस्थित हों।
क्षत्रप, हाकिम, राज्यपाल और राज-मंत्री एकत्र हो गए। उन्होंने देखा कि उन तीनों व्यक्तियों के शरीर पर आग का कुछ भी प्रभाव नहीं पड़ा था। उनके सिर का एक बाल भी नहीं झुलसा था, उनके पायजामे ज्यों के त्यों थे। उनके शरीर से जलने की गंध तक नहीं आ रही थी।
जो व्यक्ति मूर्ति के सम्मुख गिर कर उसका सम्मान नहीं करेगा, वह उसी क्षण धधकती हुई अग्नि की भट्ठी में फेंक दिया जाएगा।’
अत: सम्राट दारा ने दानिएल को बन्दी बनाने का आदेश दे दिया। दानिएल को पकड़कर लाया गया, और उनको सिंहों की मांद में डाल दिया गया। सम्राट ने दानिएल से कहा, ‘ओ दानिएल, जिस परमेश्वर की तुम निरन्तर सेवा करते हो, वह तुम्हारी रक्षा करे!’
मेरे परमेश्वर ने अपना एक दूत भेजा, जिसने सिंहों का मुंह बन्द कर दिया; क्योंकि मैं परमेश्वर की दृष्टि में निर्दोष था, इसलिए सिंहों ने मेरा अनिष्ट नहीं किया। महाराज, इसी प्रकार मैं आपके सम्मुख भी निरापराध हूँ; क्योंकि मैंने कोई गलती नहीं की है।’
ओ मेरे निज लोगो, याद करो, मोआब के राजा बालाक ने कैसा कुचक्र रचा था, पर बिलआम बेन-बओर ने उसे कैसा उत्तर दिया था। याद करो, शिट्टीम नगर से गिलगाल नगर तक क्या घटनाएं घटी थीं, ताकि तुम प्रभु के उद्धार के कार्यों को समझ सको।’
सिंह अपने बच्चों के लिए बहुत शिकार लाता और उन्हें फाड़ता था, वह अपनी सिंहनियों के लिए शिकार का गला घोंटता था। वह अपनी मांदों को अपने शिकार से, अपनी गुफाओं को शिकार के मांस से भर देता था।
इस पर फरीसी सभागृह से बाहर निकले, और उन्होंने येशु के विरुद्ध यह परामर्श किया कि हम किस तरह उनका विनाश करें।
उन्होंने आपस में यह परामर्श किया कि हम किस प्रकार येशु को छल से गिरफ्तार करें और उन्हें मार डालें।
सबेरा होते ही महापुरोहितों, धर्मवृद्धों और शास्त्रियों ने समस्त धर्ममहासभा के साथ परामर्श किया। इसके बाद उन्होंने येशु को बाँधा और उन्हें ले जा कर राज्यपाल पिलातुस को सौंप दिया।