तीतुस 3:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) किसी की निन्दा न करें, झगड़ालू नहीं, बल्कि सहनशील हों और सब लोगों के साथ नम्र व्यवहार करें। पवित्र बाइबल किसी की निन्दा न करें। शांति-प्रिय और सज्जन बनें। सब लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करें। Hindi Holy Bible किसी को बदनाम न करें; झगडालू न हों: पर कोमल स्वभाव के हों, और सब मनुष्यों के साथ बड़ी नम्रता के साथ रहें। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) किसी को बदनाम न करें, झगड़ालू न हों; पर कोमल स्वभाव के हों, और सब मनुष्यों के साथ बड़ी नम्रता के साथ रहें। नवीन हिंदी बाइबल वे किसी की निंदा न करें, लड़ाई-झगड़ा न करें, शालीन हों और सब मनुष्यों के साथ नम्रतापूर्वक व्यवहार करें। सरल हिन्दी बाइबल किसी की बुराई न करें, झगड़ालू नहीं, कोमल स्वभाव के हों तथा सबके साथ विनम्र रहें. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 किसी को बदनाम न करें; झगड़ालू न हों; पर कोमल स्वभाव के हों, और सब मनुष्यों के साथ बड़ी नम्रता के साथ रहें। |
जो मनुष्य बड़ा क्रोधी है, उसे क्रोध का फल भोगना ही पड़ेगा; यदि तुम उसे एक बार बचाओगे, तो उसे बार-बार बचाना पड़ेगा।
वह मेषपाल के सदृश अपने रेवड़ को चराएगा; वह अपनी बाहों में मेमनों को उठाएगा; वह उन्हें अपनी गोद में उठाकर ले जाएगा, वह दूध पिलानेवाली भेड़ों को धीरे-धीरे ले जाएगा।
मेरा जूआ अपने ऊपर ले लो और मुझ से सीखो; क्योंकि मैं स्वभाव से नम्र और विनीत हूँ। इस तरह तुम अपनी आत्मा में शान्ति पाओगे,
पौलुस ने उत्तर दिया, “भाइयो! मैं नहीं जानता था कि यह प्रधान महापुरोहित हैं। धर्मग्रंथ में लिखा है : ‘अपनी प्रजा के शासक की निन्दा मत करना’।”
सब लोगों से स्वतन्त्र होने पर भी मैंने अपने को सब का दास बना लिया है, जिससे मैं अधिक-से-अधिक लोगों को उद्धार के लिए प्राप्त कर सकूँ।
मैं-पौलुस-मसीह की नम्रता और दयालुता के नाम पर आप लोगों से यह निवेदन कर रहा हूँ। कुछ लोग कहते हैं कि मैं आप लोगों के सामने दीन-हीन हूँ, किन्तु दूर रहने पर निर्भीक।
मुझे आशंका है-कहीं ऐसा न हो कि आने पर मैं आप लोगों को जैसा पाना चाहता, वैसा नहीं पाऊं और आप मुझे जैसा नहीं चाहते, वैसा ही पाएँ। कहीं ऐसा न हो कि मैं आपके यहाँ फूट, ईष्र्या, बैर, स्वार्थपरता, परनिन्दा, चुगलख़ोरी, अहंकार और उपद्रव पाऊं।
परन्तु पवित्र आत्मा का फल है : प्रेम, आनन्द, शान्ति, सहनशीलता, दयालुता, हितकामना, ईमानदारी,
भाइयो और बहिनो! यदि यह पता चले कि किसी ने कोई अपराध किया है, तो आप लोग, जो आध्यात्मिक हैं, उसे नम्रतापूर्वक सुधारें। आप स्वयं सावधान रहें: कहीं ऐसा न हो कि आप भी प्रलोभन में पड़ जायें।
इसलिए जब तक हमें अवसर मिल रहा है, हम सब की भलाई करते रहें, विशेष रूप से उन लोगों की, जो विश्वास के कारण हमारे परिवार के हैं।
आप लोग सब प्रकार की कटुता, उत्तेजना, क्रोध, लड़ाई-झगड़ा, परनिन्दा और हर तरह की बुराई अपने बीच में से दूर करें।
यद्यपि हम मसीह के प्रेरित होने के नाते अपना अधिकार जता सकते थे। किन्तु हम आपके मध्य बालकों के समान विनम्र बन कर रहे। अपने बच्चों का लालन-पालन करनेवाली माता की तरह हमने आप लोगों के साथ ममतापूर्ण व्यवहार किया।
इसी प्रकार धर्मसेविकाएँ परनिन्दक नहीं, बल्कि गम्भीर, संयमी और सब बातों में विश्वसनीय हों।
किन्तु ऊपर से आयी हुई प्रज्ञ सब से पहले निर्दोष है, और वह शान्तिप्रिय, सहनशील, विनम्र, करुणामय, परोपकारी, पक्षपातहीन और निष्कपट भी है।
भाइयो और बहिनो! आप एक दूसरे की निन्दा नहीं करें। जो अपने भाई अथवा बहिन की निन्दा करता या अपने भाई अथवा बहिन का न्याय करता है, वह व्यवस्था की निन्दा और व्यवस्था का न्याय करता है। यदि आप व्यवस्था का न्याय करते हैं, तो आप व्यवस्था के पालक नहीं, बल्कि न्यायकर्ता बन बैठते हैं।
क्योंकि “जो जीवन से प्रेम करना और अच्छे दिन देखना चाहता है, वह अपनी जीभ को बुराई से और अपने होंठों को कपटपूर्ण बातें बोलने से बचाए;
अब आप उन लोगों के साथ विलासिता के दलदल में गोता नहीं लगाते, इसलिए उन्हें आश्चर्य होता और वे आपकी निन्दा करते हैं।
विशेष रूप से उन लोगों को, जो अशुद्ध वासनाओं के वशीभूत हो कर भोग-विलास में जीवन बिताते और प्रभुत्व को तुच्छ समझते हैं। वे उद्धत एवं घमण्डी हैं और स्वर्गिक सत्वों की निन्दा करने से नहीं डरते,
परन्तु ये व्यक्ति उन बातों की निन्दा करते हैं, जिन्हें वे नहीं समझते और जो बातें ये विवेकहीन पशुओं की तरह सहज ही समझते हैं, इनके कारण वे नष्ट हो जाते हैं।
फिर भी ये व्यक्ति अपने उन्माद में शरीर को अपवित्र करते, प्रभुत्व को तुच्छ समझते और स्वर्गिक सत्वों की निन्दा करते हैं।