जब एज्रा परमेश्वर के भवन के सामने रोता हुआ, मुंह के बल गिरकर प्रार्थना कर रहा था और अपनी जाति की ओर से पाप स्वीकार कर रहा था, तब उसके आस-पास इस्राएली पुरुषों, स्त्रियों और बच्चों की बड़ी भीड़ इकट्ठी हो गई। वे भी छाती पीट-पीट कर रोने लगे।
एज्रा 10:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उसके बाद एज्रा परमेश्वर के भवन के सामने से उठकर योहानान बेन-एल्याशीब के कमरे में गया, और उसने वहां बिना खाए-पीए रात बिताई; क्योंकि वह निष्कासन से लौटे इस्राएलियों के विश्वासघात के लिए शोक मना रहा था। पवित्र बाइबल तब एज्रा परमेश्वर के भवन के सामने से दूर हट गया। एज्रा एल्याशीब के पुत्र योहानान के कमरे में गया। जब तक एज्रा वहाँ रहा उसने भोजन नहीं किया और न ही पानी पिया। उसने यह किया क्योंकि वह तब भी बहुत दु:खी था। वह इस्राएल के उन लोगों के लिये दु:खी था जो यरूशलेम को वापस आए थे। Hindi Holy Bible तब एज्रा परमेश्वर के भवन के साम्हने से उठा, और एल्याशीब के पुत्र योहानान की कोठरी में गया, और वहां पहुंच कर न तो रोटी खाई, न पानी पिया, क्योंकि वह बन्धुआई में से निकल आए हुओं के विश्वासघात के कारण शोक करता रहा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब एज्रा परमेश्वर के भवन के सामने से उठा, और एल्याशीब के पुत्र योहानान की कोठरी में गया, और वहाँ पहुँचकर न तो रोटी खाई, न पानी पिया, क्योंकि वह बँधुआई में से निकल आए हुओं के विश्वासघात के कारण शोक करता रहा। सरल हिन्दी बाइबल तब एज़्रा परमेश्वर के भवन के सामने से उठे और एलियाशिब के पुत्र येहोहानन के कमरे में चले गए. वह उस कमरे में चले ज़रूर गए मगर उन्होंने वहां न कुछ खाया और न कुछ पिया; क्योंकि वह निकाले गए लोगों द्वारा किए गए इस विश्वासघात के लिए दुःखी थे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब एज्रा परमेश्वर के भवन के सामने से उठा, और एल्याशीब के पुत्र यहोहानान की कोठरी में गया, और वहाँ पहुँचकर न तो रोटी खाई, न पानी पिया, क्योंकि वह बँधुआई में से निकल आए हुओं के विश्वासघात के कारण शोक करता रहा। |
जब एज्रा परमेश्वर के भवन के सामने रोता हुआ, मुंह के बल गिरकर प्रार्थना कर रहा था और अपनी जाति की ओर से पाप स्वीकार कर रहा था, तब उसके आस-पास इस्राएली पुरुषों, स्त्रियों और बच्चों की बड़ी भीड़ इकट्ठी हो गई। वे भी छाती पीट-पीट कर रोने लगे।
यहूदा प्रदेश और यरूशलेम नगर में रहने वाले निष्कासन से लौटे इस्राएलियों को सूचित किया गया कि वे यरूशलेम में एकत्र हों।
तब इस्राएली कौम के परमेश्वर की धर्म-व्यवस्था से श्रद्धा-भक्ति करने वाले लोग मेरे चारों ओर एकत्र हो गए; क्योंकि उन्होंने निष्कासन से लौटे यहूदियों के विश्वासघात की खबर सुनी थी। मैं सन्ध्या-बलि के समय तक आतंकित-सा बैठा रहा।
एल्याशीब, योयादा, योहानान और यद्दू के दिनों में लेवीय पितृकुलों के मुखियों के नाम लिखे गए थे। फारस के सम्राट दारा के राज्य-काल में पुरोहितों के भी नाम लिखे गए।
महापुरोहित एल्याशीब के पुत्र योयादा का एक पुत्र होरोन-निवासी सनबल्लत का दामाद था। मैंने योयादा के पुत्र को यरूशलेम से निकाल दिया।
उसने तोबियाह के लिए एक बड़े कमरे का प्रबन्ध किया। इस कमरे में पहले अन्न-बलि का सामान, लोबान, मन्दिर के पात्र, उपपुरोहितों, गायकों और द्वारपालों के लिए नियत किया गया अन्न, अंगूर-रस और तेल का दशमांश तथा पुरोहितों की भेटें रखी जाती थीं।
महापुरोहित एल्याशीब अपने सहयोगी पुरोहितों के साथ शहरपनाह की मरम्मत करने को तैयार हुआ। उन्होंने ‘मेष-द्वार’ को बनाया। उन्होंने उसकी प्रतिष्ठा कर उसमें दरवाजे लगाए। तत्पश्चात् उन्होंने शहरपनाह की ‘हम्मेआ-बुर्ज’ तथा ‘हननेल-बुर्ज’ तक प्रतिष्ठा की, और उसको बनाया।
उसके आगे बारूक बेन-जब्बई ने एक दूसरे स्थान पर, मोड़ से महापुरोहित एल्याशीब के मकान के दरवाजे तक, शहरपनाह की मरम्मत की।
मैं उसकी आज्ञा का पालान करने से कभी विचलित नहीं हुआ; मैंने उसके वचनों को अपने हृदय में सदा सुरक्षित रखा।
मूसा वहाँ प्रभु के साथ चालीस दिन और चालीस रात रहे। न तो उन्होंने रोटी खाई और न पानी पिया। उन्होंने विधान की बातें, अर्थात् दस आज्ञाएँ पट्टियों पर लिख लीं।
उस दिन स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने, स्वामी ने तुम्हें आदेश दिया था कि तुम अपना पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए रोओ, शोक मनाओ, सिर मुंड़ाओ, टाटवस्त्र पहिनो।
“तब मैं अपने स्वामी परमेश्वर की ओर उन्मुख हुआ। मैंने पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए टाट के वस्त्र पहिने, और अपने सिर पर राख डाली। मैंने उपवास रखा। मैं परमेश्वर की कृपा-दृष्टि पाने के लिए प्रार्थना और विनती करने लगा।
मैं पहले के समान चालीस दिन और चालीस रात प्रभु के सम्मुख पड़ा रहा। मैंने न रोटी खाई, और न पानी पिया, क्योंकि जो कार्य प्रभु की दृष्टि में बुरा था, उसको करके तुमने पाप किया था और इस प्रकार तुमने प्रभु को चिढ़ाया था।