उसका पेट भरने के लिए परमेश्वर अपनी क्रोधाग्नि उस पर भेजेगा; और वह उसकी अंतड़ियों में उसे बरसाएगा।
अय्यूब 40:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अपने क्रोध के उबाल को बाहर निकाल; प्रत्येक अहंकारी पर दृष्टि डाल, और उसको तुच्छ प्रमाणित कर। पवित्र बाइबल अय्यूब, यदि तू मेरे समान है, तो अभिमानी लोगों से घृणा कर। अय्यूब, तू उन अहंकारी लोगों पर अपना क्रोध बरसा और उन्हें तू विनम्र बना दे। Hindi Holy Bible अपने अति क्रोध की बाढ़ को बहा दे, और एक एक घमण्डी को देखते ही उसे नीचा कर। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अपने अति क्रोध की बाढ़ को बहा दे, और एक एक घमण्डी को देखते ही उसे नीचा कर। सरल हिन्दी बाइबल अपने बढ़ते क्रोध को निर्बाध बह जाने दो, जिस किसी अहंकारी से तुम्हारा सामना हो, उसे झुकाते जाओ. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अपने अति क्रोध की बाढ़ को बहा दे, और एक-एक घमण्डी को देखते ही उसे नीचा कर। |
उसका पेट भरने के लिए परमेश्वर अपनी क्रोधाग्नि उस पर भेजेगा; और वह उसकी अंतड़ियों में उसे बरसाएगा।
सुनो, उनकी साक्षी यह है कि दुर्जन विपत्ति के दिनों में भी बच जाता है, प्रकोप-दिवस पर भी वह सुरक्षित रहता है।
‘यों परमेश्वर निर्दयता से उस पर विपत्तियाँ ढाहता है; दुर्जन उसके हाथ की पहुँच से वेगपूर्वक भागता है।
वह पहाड़ों को उनके स्थानों से हटा देता है, और लोगों को इस बात का पता भी नहीं चलता! वह क्रोध में पहाड़ों को उलट-पुलट देता है।
तू विद्युत् चमका और मेरे शत्रुओं को छिन्न- भिन्न कर दे, अपने बाण छोड़ और उनमें भगदड़ मचा दे!
हे प्रभु, तेरा दाहिना हाथ बल से विभूषित है; हे प्रभु, तेरा दाहिना हाथ शत्रुओं को छिन्न- भिन्न करता है।
अब मुझे ज्ञात हुआ कि प्रभु समस्त देवताओं से महान है, क्योंकि जब मिस्र-निवासियों ने इस्राएलियों के साथ तिरस्कारपूर्ण व्यवहार किया तब उसने उनको मिस्र-निवासियों की अधीनता से मुक्त किया।’
सिर उठाकर चलनेवाले मनुष्य का पतन होगा, मनुष्य-जाति का घमण्ड चूर-चूर किया जाएगा। उस दिन केवल प्रभु ही उच्च स्थान पर विराजमान होगा।
स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने यह योजना बनाई थी, ताकि वह प्रत्येक अहंकारी का अहंकार मिटा दे, पृथ्वी के समस्त प्रतिष्ठित लोगों की प्रतिष्ठा धूल में मिला दे।
जैसे तैराक तैरने के लिए अपने हाथ फैलाता है, मोआब भी अपने हाथ फैलाएगा; परन्तु प्रभु उसके गर्व को चूर-चूर करेगा, उसकी हर चाल को विफल करेगा।
उच्च स्थान पर रहनेवालों को, उच्च स्थित नगर के निवासियों को प्रभु ने नीचा दिखाया है। उसने अहंकारी नगर को धूल में मिला दिया है, उसे भूमि पर ध्वस्त कर दिया है।
अत: उसने इस्राएली राष्ट्र पर अपनी क्रोधाग्नि की वर्षा की, युद्ध का आतंक फैलाया। विनाश की आग से इस्राएली राष्ट्र चारों ओर से घिर गया, पर उसने उसको नहीं समझा, कि यह क्यों हुआ। आग ने उसको झुलसा दिया, पर वह नहीं चेता।
हमने मोआब के विषय में सुना है कि वह बहुत घमण्डी है, वह बढ़-बढ़कर बातें करता है; वह अभिमान करता है, वह धृष्ट वचन बोलता है। उसके हृदय में अहंकार भरा है।
‘ओ मानव-सन्तान, तू सोर नगर-राज्य के शासक से यों कह : स्वामी-प्रभु यों कहता है : “तेरा हृदय अहंकार से भरा है। तू कहता है कि तू ईश्वर है, और समुद्र के मध्य में, देवताओं के दरबार में उच्चासन पर बैठता है। नहीं, तू ईश्वर नहीं, बल्कि केवल मनुष्य है। तू अपने को ईश्वर के सदृश बुद्धिमान समझता है।
महाराज, उसका यह अर्थ है: सर्वोच्च परमेश्वर का आदेश है; उसने महाराज के प्रति यह निर्णय किया है, और यह महाराज पर घटित होगा:
“अब मैं, नबूकदनेस्सर, स्वर्ग के राजा की स्तुति और महिमा करता हूं, उसके गुणों का गान करता हूं; क्योंकि उसके सब कार्य सच्चे, और प्रत्येक व्यवहार न्यायपूर्ण है। ‘जो मनुष्य घमण्ड से सिर ऊंचा करके चलता है, उसको वह नीचा कर सकता है।’
प्रभु के क्रोध के सम्मुख कौन खड़ा रह सकता है? उसकी क्रोधाग्नि को कौन सह सकता है? उसका कोप अग्नि की तरह बरसता है, और प्रभु के सामने चट्टानें फूट जाती हैं।
वह जलप्रलय से अपने बैरियों का पूर्ण संहार करता है; वह महाअंधकार में अपने शत्रुओं को खदेड़ देता है।
देखो, वह दिन आ रहा है, जो धधकते तन्दूर के समान है। उस दिन सब अभिमानी और दुष्कर्मी भूसे के सदृश भस्म हो जाएंगे। स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यह कहता है: ‘आनेवाला दिन उन्हें जलाकर राख कर देगा, वे जड़-मूल से नष्ट हो जाएंगे।
येशु ने कहा, “मैं तुम से कहता हूँ, वह पहला नहीं, बल्कि यह मनुष्य पापमुक्त हो कर अपने घर गया। क्योंकि जो कोई अपने आपको ऊंचा करता है, वह नीचा किया जाएगा; परन्तु जो अपने आप को नीचा करता है, वह ऊंचा किया जाएगा।”
मेरे क्रोध के कारण अग्नि जल उठी है। वह अधोलोक के नीचे तक जलेगी। वह पृथ्वी और उसकी उपज को भस्म कर देगी, पर्वतों की नींव में आग लगा देगी।
वह प्रचुर मात्रा में अनुग्रह भी देता है, जैसा कि धर्मग्रन्थ में लिखा है, “परमेश्वर घमण्डियों का विरोध करता, किन्तु विनीतों को अनुग्रह प्रदान करता है।”