योआब ने कहा, ‘जीवन्त परमेश्वर की सौगन्ध! यदि तुमने यह न कहा होता, तो निस्सन्देह मेरे ये सैनिक अपने जाति-भाइयों का पीछा सबेरे तक करते।’
अय्यूब 27:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘जीवित परमेश्वर की सौगन्ध! मैं न्याय की दृष्टि से निर्दोष था, फिर भी उसने मुझे दण्ड दिया! सर्वशक्तिमान परमेश्वर ने मेरे प्राण को पीड़ित किया है! पवित्र बाइबल “सचमुच परमेश्वर जीता है और यह जितना सत्य है कि परमेश्वर जीता है सचमुच वह वैसे ही मेरे प्रति अन्यायपूर्ण रहा है। हाँ! सर्वशक्तिमान परमेश्वर ने मेरे जीवन में कड़वाहट भरी है। Hindi Holy Bible मैं ईश्वर के जीवन की शपथ खाता हूँ जिसने मेरा न्याय बिगाड़ दिया, अर्थात उस सर्वशक्तिमान के जीवन की जिसने मेरा प्राण कड़ुआ कर दिया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “मैं परमेश्वर के जीवन की शपथ खाता हूँ जिसने मेरा न्याय बिगाड़ दिया, अर्थात् उस सर्वशक्तिमान के जीवन की जिसने मेरा प्राण कड़ुआ कर दिया। सरल हिन्दी बाइबल “जीवित परमेश्वर की शपथ, जिन्होंने मुझे मेरे अधिकारों से वंचित कर दिया है, सर्वशक्तिमान ने मेरे प्राण को कड़वाहट से भर दिया है, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “मैं परमेश्वर के जीवन की शपथ खाता हूँ जिसने मेरा न्याय बिगाड़ दिया, अर्थात् उस सर्वशक्तिमान के जीवन की जिसने मेरा प्राण कड़वा कर दिया। |
योआब ने कहा, ‘जीवन्त परमेश्वर की सौगन्ध! यदि तुमने यह न कहा होता, तो निस्सन्देह मेरे ये सैनिक अपने जाति-भाइयों का पीछा सबेरे तक करते।’
गिलआद प्रदेश में तिश्बे नामक एक नगर था। इस नगर के रहनेवाले एलियाह ने अहाब से कहा, ‘जिस इस्राएली राष्ट्र के प्रभु परमेश्वर के सम्मुख मैं सेवारत रहता हूं, उस जीवंत प्रभु की सौगन्ध! जब तक मैं नहीं कहूंगा, तब तक इन वर्षों में न ओस गिरेगी और न वर्षा होगी।’
तब एलियाह ने कहा, ‘जिस स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु के सम्मुख में सेवारत रहता हूं, उस जीवंत प्रभु की सौगन्ध! मैं आज ही अहाब के सम्मुख प्रकट होऊंगा।’
वह कर्मेल पर्वत पर पहुंची। उसने परमेश्वर के जन एलीशा के पैर पकड़ लिए। गेहजी उसको बलपूर्वक हटाने लगा। परन्तु परमेश्वर के जन एलीशा ने गेहजी से कहा, ‘इनको छोड़ दे। इनके प्राण व्याकुल हैं। किन्तु प्रभु ने मुझसे यह बात छिपा रखी है। उसने मुझ पर प्रकट नहीं किया।’
क्या तुझे निर्दोष पर अत्याचार करना अच्छा लगता है? तू अपनी ही सृष्टि से घृणा क्यों करता है? तू दुर्जन की योजनाओं को सफल क्यों करता है?
परमेश्वर ने मुझे अधर्मियों के हाथ में सौंप दिया है; वह दुर्जनों के पंजों में मुझे फंसाता है।
तो तुम समझ लो कि स्वयं परमेश्वर ने मेरे साथ अन्याय किया है; मुझे अपने जाल में फंसा लिया है।
क्योंकि अय्यूब ने यह कहा है; “मैं धार्मिक हूं, परमेश्वर ने मुझे दु:ख देकर मेरे साथ अन्याय किया है।
‘क्या तुम इस बात को न्यायसंगत समझते हो? क्या तुम यह दावा करते हो कि तुम परमेश्वर से अधिक धार्मिक हो?
क्या तू मेरे न्याय को व्यर्थ सिद्ध करेगा? तू स्वयं को निर्दोष ठहराकर मुझे दोषी प्रमाणित करेगा?
क्योंकि वह तूफान से मेरी गर्दन तोड़ता है; अकारण ही मुझ पर प्रहार के बाद प्रहार करता चला जा रहा है।
ओ याकूब, तू यह क्यों कहता है; ओ इस्राएल, तू क्यों बोलता है कि तेरा आचरण प्रभु से छिपा है? तेरा परमेश्वर तेरे अधिकार पर ध्यान नहीं देता है?
यदि वे मेरे निज लोगों का आचरण सीखेंगे, यदि वे मेरे नाम की शपथ खाएंगे: “जीवंत प्रभु की शपथ,” जैसा उन्होंने मेरे निज लोगों को बअल देवता की शपथ खाना सिखाया था, तो वे मेरे निज लोगों के मध्य घरबार बना सकेंगे।
यदि तू सच्चाई, न्याय और निष्कपट हृदय से जीवंत प्रभु की शपथ खाए, तो विश्व के राष्ट्र तेरे कारण मुझसे आशिष पाएंगे; वे तेरे माध्यम से मेरी महिमा करेंगे।’
यद्यपि यरूशलेम-निवासी मुझ-जीवन्त परमेश्वर की शपथ खाते हैं, पर उनकी शपथ झूठी होती है।’
ओ मानव, तू उनसे यह कह : “मैं स्वयं स्वामी-प्रभु बोल रहा हूँ : मुझे अपने जीवन की सौगन्ध है! मैं किसी भी दुर्जन की मृत्यु से प्रसन्न नहीं होता हूँ। किन्तु मुझे तब प्रसन्नता होती है, जब दुर्जन अपना बुरा आचरण छोड़ देता है और मरने से बच जाता है। इसी प्रकार ओ इस्राएल के वंशजो, अपने बुरे आचरण को छोड़ दो, अपने बुरे मार्ग से पीठ फेर लो। तुम क्यों मरना चाहते हो?”
इसलिए आज रात ठहर जाओ। यदि वह सबेरे तुम्हारा निकटतम कुटुम्बी होने का दायित्व पूरा करता है तो ठीक है। वह तुमसे विवाह करे। परन्तु यदि वह तुम्हारा निकटतम कुटुम्बी होने के दायित्व को पूरा करने के लिए तत्पर नहीं होगा तो मैं जीवन्त प्रभु की शपथ खाता हूँ कि मैं तुम्हारा निकट कुटुम्बी होने का दायित्व पूरा करूँगा। अब तुम यहाँ सबेरे तक सोती रहो।’
इस्राएल को विजय प्रदान करने वाले जीवन्त प्रभु की सौगन्ध! जिस व्यक्ति ने पाप किया है, यदि वह मेरा पुत्र योनातन ही क्यों न हो, उसको निश्चय ही मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा।’ उनमें से किसी भी व्यक्ति ने उसको उत्तर नहीं दिया।
परन्तु इस्राएली सैनिकों ने शाऊल से कहा, ‘क्या योनातन को मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा, जिसने इस्राएली राष्ट्र के लिए यह महा विजय प्राप्त की है? यह कदापि नहीं होगा। जीवन्त प्रभु की सौगन्ध! उसके सिर का एक बाल भी भूमि पर नहीं गिरेगा। उसने परमेश्वर की सहायता से आज यह कार्य सम्पन्न किया है।’ अत: सैनिकों ने योनातन को छुड़ा लिया और उसको मृत्यु-दण्ड नहीं दिया गया।
तत्पश्चात् मैं एक लड़के को भेजूंगा। मैं उससे यह कहूंगा, “जा, तीर को ढूंढ़!” परन्तु यदि मैं यह कहूंगा, “देख, तीर इस ओर है। उसको उठा’,’ तो तुम आ जाना। जैसे यह बात सच है कि प्रभु जीवित है, वैसे ही तुम निस्सन्देह सुरक्षित होगे, और खतरे की कोई बात नहीं होगी।
अब, प्रभु के जीवन की सौगन्ध। स्वामी, आपके प्राण की सौगन्ध! प्रभु ने ही आपको हत्या के दोष से बचाया। आपको अपने हाथ से बदला लेने से रोका। प्रभु आपके सब शत्रुओं को, आपकी बुराई की ताक में रहनेवालों को, नाबाल के समान बना दे।
जैसे यह सच है कि इस्राएल का प्रभु परमेश्वर, जिसने मुझे तुम्हारा अनिष्ट करने से रोका, जीवित है; वैसे ही मेरी यह बात सच है : यदि तुमने शीघ्रता न की होती, और तुम मेरे पास न आती, तो सबेरे तक नाबाल के परिवार का एक पुरुष भी जीवित नहीं बचता।’