1 तीमुथियुस 6:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इस वर्तमान संसार के धनवानों से अनुरोध करो कि वे घमण्ड न करें और नश्वर धन-सम्पत्ति पर नहीं, बल्कि परमेश्वर पर भरोसा रखें, जो हमारे उपभोग की सब वस्तुएं पर्याप्त मात्रा में देता है। पवित्र बाइबल वर्तमान युग की वस्तुओं के कारण जो धनवान बने हुए हैं, उन्हें आज्ञा दे कि वे अभिमान न करें। अथवा उस धन से जो शीघ्र चला जाएगा कोई आशा न रखें। परमेश्वर पर ही अपनी आशा टिकाए जो हमें हमारे आनन्द के लिए सब कुछ भरपूर देता है। Hindi Holy Bible इस संसार के धनवानों को आज्ञा दे, कि वे अभिमानी न हों और चंचल धन पर आशा न रखें, परन्तु परमेश्वर पर जो हमारे सुख के लिये सब कुछ बहुतायत से देता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इस संसार के धनवानों को आज्ञा दे कि वे अभिमानी न हों और चंचल धन पर आशा न रखें, परन्तु परमेश्वर पर जो हमारे सुख के लिये सब कुछ बहुतायत से देता है। नवीन हिंदी बाइबल इस संसार के धनवानों को आज्ञा दे कि वे अहंकारी न बनें और अनिश्चित धन पर नहीं बल्कि परमेश्वर पर आशा रखें जो हमारे आनंद के लिए सब कुछ बहुतायत से देता है। सरल हिन्दी बाइबल संसार के धनवानों को आदेश दो कि वे घमंड न करें और अपनी आशा नाशमान धन पर नहीं, परंतु परमेश्वर पर रखें, जो हमारे उपभोग की हर एक वस्तु बहुतायत में देते हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इस संसार के धनवानों को आज्ञा दे कि वे अभिमानी न हों और अनिश्चित धन पर आशा न रखें, परन्तु परमेश्वर पर जो हमारे सुख के लिये सब कुछ बहुतायत से देता है। (भज. 62:10) |
किन्तु जब वह शक्तिशाली हो गया, तब उसका हृदय घमण्ड से भर गया। उसका हृदय प्रभु परमेश्वर के प्रति निष्कपट नहीं रहा। एक दिन उसने प्रभु के मन्दिर में धूप-वेदी पर धूप जलाने के लिए प्रवेश किया।
जब तू उन्हें आहार प्रदान करता है, तब वे उसको एकत्र कर लेते हैं; जब तू अपनी मुट्ठी खोलता है, तब वे भली वस्तुओं से तृप्त होते हैं।
“देखो, उस शक्तिमान को, जिसने परमेश्वर को अपना गढ़ नहीं बनाया, वरन् जिसने अपने धन-वैभव की प्रचुरता पर भरोसा किया, और अपनी धन-सम्पत्ति को अपना गढ़ माना।”
अत्याचार पर भरोसा मत करो, लूट-मार से न फूलो; यदि धन-सम्पत्ति की वृद्धि होती है, तो उस पर हृदय मत लगाओ।
लोगो, हर समय परमेश्वर पर ही भरोसा करो। उसके सम्मुख अपना हृदय उण्डेल दो, परमेश्वर ही हमारे लिए शरण-स्थल है। सेलाह
अपनी धन-सम्पत्ति पर भरोसा करनेवाला सूखे पत्ते के समान झड़ जाता है; पर धार्मिक मनुष्य नए पत्ते के समान लहलहाता है।
धन-सम्पत्ति चंचल होती है, पलक झपकते वह हाथ से निकल जाती है; मानो उसको पंख उग आते हैं, और वह गरुड़ के समान तीव्र गति से आकाश की ओर उड़ जाती है।
क्योंकि नकदी रुपया-पैसा सदा टिकता नहीं, और न मनुष्य का गौरव पीढ़ी से पीढ़ी तक बना रहता है।
अन्यथा मैं भरपेट खाने पर तेरी महिमा से इन्कार कर दूंगा, और गर्व से कहूंगा, ‘प्रभु है कौन?’ अथवा गरीब होने पर मैं चोरी करने लगूंगा; और यों तेरे पवित्र नाम को कलंकित करूंगा।
मनुष्य के लिए इससे अधिक अच्छी बात और कोई नहीं कि वह खाए-पीए और आनन्द के साथ परिश्रम करे। किन्तु मैंने देखा है कि यह भी परमेश्वर के हाथ से प्राप्त होता है।
ओ लोगो, मुझ-प्रभु के वचन पर ध्यान दो। क्या मैं इस्राएली कौम के लिए निर्जन प्रदेश के सदृश अथवा घोर अन्धकारमय क्षेत्र के सदृश भटकाने वाला था? तब मेरे निज लोग यह क्यों कहते हैं, “हम स्वतन्त्र हैं, हम तेरे पास नहीं आएंगे” ?
‘ओ विश्वासघातिनी पुत्री, तू अपनी घाटियों पर अभिमान क्यों करती है? तुझे अपनी धन-सम्पत्ति पर बड़ा भरोसा था; तू कहती थी, “मुझ पर कौन हमला कर सकता है?”
जब तेरी आंखें अहंकार से चढ़ी हुई थीं, जब तेरे कुकर्मों से परदा नहीं हटा था, तब तू अपनी बहिन का नाम भी नहीं लेती थी। लेकिन अब तू भी उसी के समान निन्दा का पात्र बन गई है। एदोम की पुत्रियां तथा उसके पास-पड़ोस की औरतें, पलिश्ती की पुत्रियां तथा उसके पास-पड़ोस की स्त्रियां तेरी निन्दा करतीं और तुझे नीच समझती हैं।
तब मैंने सोचा, “क्या यह बेबीलोन नगर महान नहीं है? मैंने इसको अपनी बड़ी ताकत से बनाया है ताकि यह मेरी राजधानी बने और इसके माध्यम से मेरे वैभव की चहुं ओर प्रशंसा हो।”
पर चरागाह में पहुंचते ही जब तुम्हारा गले तक पेट भर गया, जब तुम्हारा हृदय अहंकार से फूल उठा, तुम मुझे भूल गए।
जो कोई मानव-पुत्र के विरुद्ध कुछ कहेगा, उसे क्षमा मिल जाएगी; परन्तु जो पवित्र आत्मा के विरुद्ध बोलेगा, उसे क्षमा नहीं मिलेगी − न इहलोक में और न परलोक में।
तब येशु ने अपने शिष्यों से कहा, “मैं तुम लोगों से सच कहता हूँ : धनवान के लिए स्वर्ग के राज्य में प्रवेश करना कठिन है।
जिसे पाँच सिक्के मिले थे, उसने तुरन्त जा कर उनके साथ लेन-देन किया तथा और पाँच सिक्के कमा लिये।
सन्ध्या हो जाने पर अरिमतियाह नगर का एक धनी सज्जन आया। उसका नाम यूसुफ था। वह स्वयं येशु का शिष्य बन गया था।
इन सब वस्तुओं की खोज तो अन्यजातियाँ करती हैं। तुम्हारा स्वर्गिक पिता जानता है कि तुम्हें इन सभी वस्तुओं की जरूरत है।
शिष्य यह बात सुन कर चकित रह गये। परन्तु येशु ने उनसे फिर कहा, “बच्चो! परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करना कितना कठिन है!
उन्होंने उत्तर दिया, “जिसके पास को कुरते हों, वह एक कुरता उसे दे दे, जिसके पास नहीं है और जिसके पास भोजन है, वह भी ऐसा ही करे”।
फिर भी वह अपने भले कार्यों द्वारा अपने विषय में साक्षी देता रहा: वह आपके लिए आकाश से पानी बरसाता और नियत मौसम में फसलें उगाता है; वह अन्न प्रदान कर आपका हृदय आनन्द से भरता है।”
वहाँ पहुँच कर उन्होंने कलीसिया की सभा बुलायी और बताया कि परमेश्वर ने उनके द्वारा क्या-क्या किया और कैसे गैर-यहूदियों के लिए विश्वास का द्वार खोला।
और न उसे किसी वस्तु का अभाव है कि वह मनुष्यों के हाथों से सेवा ग्रहण करे; क्योंकि वह तो स्वयं सब को जीवन, प्राण और सब वस्तुएं प्रदान करता है।
ठीक है, वे अविश्वास के कारण काट कर अलग कर दिये गये और तुम विश्वास के बल पर अपने स्थान पर बने हुए हो। अतएव घमण्ड न करो, वरन् सावधान रहो।
आप लोग यह निश्चित रूप से जान लें कि कोई व्यभिचारी, लम्पट अथवा लोभी-जो मूर्तिपूजक के बराबर है-मसीह और परमेश्वर के राज्य का अधिकारी नहीं होगा।
सावधान! ऐसा न हो कि तू अपने हृदय में कहे, “मैंने अपनी शक्ति से, अपने भुजबल से यह सम्पत्ति अर्जित की है।”
मसीह का वचन अपनी परिपूर्णता में आप लोगों में निवास करे। आप बड़ी समझदारी से एक-दूसरे को शिक्षा और उपदेश दिया करें। आप कृतज्ञ हृदय से परमेश्वर के आदर में भजन, स्तोत्र और आध्यात्मिक गीत गाया करें।
लोग स्वयं हमें बताते हैं कि आप के यहाँ हमारा कैसा स्वागत हुआ और आप किस प्रकार देवमूर्तियाँ छोड़ कर परमेश्वर की ओर अभिमुख हुए, जिससे आप सच्चे तथा जीवन्त परमेश्वर के सेवक बनें
मैंने मकिदुनिया प्रदेश के लिए प्रस्थान करते समय तुम से इफिसुस नगर में रह जाने का अनुरोध किया था, जिससे तुम कुछ लोगों को यह आदेश दे सको कि वे भ्रान्त धारणाओं की शिक्षा नहीं दें
यदि मेरे आने में देर हो जाये, तो तुम्हें इस बात की जानकारी रहे कि परमेश्वर के परिवार में लोगों का आचरण कैसा होना चाहिए। परमेश्वर का परिवार जीवन्त परमेश्वर की कलीसिया है; वह सत्य का स्तम्भ और मूलाधार है।
यही कारण है कि हम परिश्रम करते रहते और संघर्ष में लगे रहते हैं; क्योंकि हमने जीवन्त परमेश्वर पर भरोसा रखा है, जो सब मनुष्यों का और विशेष रूप से विश्वासियों का उद्धारकर्ता है।
मैं परमेश्वर और येशु मसीह एवं मनोनीत स्वर्गदूतों को साक्षी बना कर तुम से यह अनुरोध करता हूँ कि तुम, पूर्वाग्रह से मुक्त हो कर और किसी के साथ पक्षपात किये बिना, इन बातों का पालन करो।
परमेश्वर की उपस्थिति में, जो सब को जीवन प्रदान करता है, और येशु मसीह की उपस्थिति में, जिन्होंने राज्यपाल पोंतियुस पिलातुस के सम्मुख उत्तम साक्षी दी, मैं तुम को यह आदेश देता हूँ
जो लोग धन बटोरना चाहते हैं और ऐसी मूर्खतापूर्ण तथा हानिकर वासनाओं के शिकार बनते हैं, जो मनुष्यों को पतन और विनाश के गर्त्त में ढकेल देती हैं;
क्योंकि देमास इस वर्तमान युग-संसार की ओर आकर्षित हो गया और वह मुझे छोड़ कर थिस्सलुनीके नगर चला गया है। क्रेसेन्स गलातिया प्रदेश को चला गया और तीतुस, दलमतिया प्रदेश को।
वह हमें यह शिक्षा देती है कि अधार्मिकता तथा विषय-वासना त्याग कर हम इस युग-संसार में संयम, न्याय तथा भक्ति का जीवन बितायें
उसने हमारे मुक्तिदाता येशु मसीह द्वारा हमें प्रचुर मात्रा में पवित्र आत्मा का वरदान दिया,
और हमारे प्रभु एवं मुक्तिदाता येशु मसीह के शाश्वत राज्य में आप को उदारतापूर्वक प्रवेश दिलाया जाएगा।