यिर्मयाह 2:31 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)31 ओ लोगो, मुझ-प्रभु के वचन पर ध्यान दो। क्या मैं इस्राएली कौम के लिए निर्जन प्रदेश के सदृश अथवा घोर अन्धकारमय क्षेत्र के सदृश भटकाने वाला था? तब मेरे निज लोग यह क्यों कहते हैं, “हम स्वतन्त्र हैं, हम तेरे पास नहीं आएंगे” ? अध्याय देखेंपवित्र बाइबल31 इस पीढ़ी के लोगों, यहोवा के सन्देश पर ध्यान दो: “क्या मैं इस्राएल के लोगों के लिये मरुभूमि सा बन गया? क्या मैं उनके लिये अंधेरे और भयावने देश सा बन गया? मेरे लोग कहते है, ‘हम अपनी राह जाने को स्वतन्त्र हैं, यहोवा, हम फिर तेरे पास नहीं लौटेंगे!’ वे उन बातों को क्यों कहते हैं? अध्याय देखेंHindi Holy Bible31 हे लोगो, यहोवा के वचन पर ध्यान दो! क्या मैं इस्राएल के लिये जंगल वा घोर अन्धकार का देश बना? तब मेरी प्रजा क्यों कहती है कि हम तो आजाद हो गए हैं सो तेरे पास फिर न आएंगे? अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)31 हे लोगो, यहोवा के वचन पर ध्यान दो! क्या मैं इस्राएल के लिये जंगल या घोर अन्धकार का देश बना? तब मेरी प्रजा क्यों कहती है, ‘हम तो आजाद हो गए हैं इसलिये तेरे पास फिर न आएँगे?’ अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल31 “इस पीढ़ी के लोगो, याहवेह के वचन पर ध्यान दो: “क्या इस्राएल के लिए मैं निर्जन प्रदेश सदृश रहा हूं अथवा गहन अंधकार के क्षेत्र सदृश? क्या कारण है कि मेरी प्रजा यह कहती है, ‘हम ध्यान करने के लिए स्वतंत्र हैं; क्या आवश्यकता है कि हम आपकी शरण में आएं’? अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201931 हे लोगों, यहोवा के वचन पर ध्यान दो! क्या मैं इस्राएल के लिये जंगल या घोर अंधकार का देश बना? तब मेरी प्रजा क्यों कहती है कि ‘हम तो आजाद हो गए हैं इसलिए तेरे पास फिर न आएँगे?’ अध्याय देखें |
सादोक-वंशीय महापुरोहित अजर्याह ने उसको बताया, ‘महाराज, जबसे लोग प्रभु के भवन में भेंट लाने लगे हैं, तबसे हमें पर्याप्त भोजन प्राप्त होने लगा है। सच तो यह है कि वे इतनी अधिक भेंट चढ़ाते हैं, कि भरपेट खाने के बाद भी अत्यधिक बच जाता है। प्रभु ने अपने निज लोग इस्राएलियों पर आशिष की वर्षा की है। उसके कारण ही हमारे पास यह ढेर बच गया है।’
फरओ ने उससे कहा, ‘मेरे पास तुम्हें किस वस्तु का अभाव है जिससे तुम अपने देश जाना चाहते हो?’ हदद ने उत्तर दिया, ‘मुझे किसी वस्तु का अभाव नहीं है। परन्तु महाराज, मुझे अवश्य जाने दीजिए।’ तत्पश्चात् हदद ने इस्राएली राष्ट्र की इस प्रकार हानि की : वह इस्राएली राष्ट्र को दबाता रहा और एदोम देश पर राज्य करता रहा।
‘अत: जंगल से एक सिंह आएगा, और वह उनको मार डालेगा; मरुस्थल से एक भेड़िया आएगा और वह उनको चीर-फाड़ देगा। उनके नगरों के प्रवेश-द्वारों पर एक चीता घात लगाकर बैठा है। जो आदमी नगर के बाहर निकलेगा, वह उसको टुकड़े-टुकड़े कर देगा। यहूदा प्रदेश की जनता और यरूशलेम के निवासियों ने बहुत दुष्कर्म किए हैं, वे कई बार मुझ-परमेश्वर को त्याग चुके हैं।