ऐसा कार्य करना तुझसे दूर रहे कि तू दुष्ट के साथ-साथ धर्मी को भी मार डाले, तथा धर्मी और दुष्ट दोनों की दशा एक समान हो जाए। यह बात तुझसे दूर ही रहे। क्या सारी पृथ्वी का न्यायी वह न करेगा जो न्यायसंगत हो?”
रोमियों 2:16 - नवीन हिंदी बाइबल यह उस दिन होगा जब परमेश्वर मेरे सुसमाचार के अनुसार मसीह यीशु के द्वारा मनुष्यों की गुप्त बातों का न्याय करेगा। पवित्र बाइबल ये बातें उस दिन होंगी जब परमेश्वर मनुष्य की छूपी बातों का, जिसका मैं उपदेश देता हूँ उस सुसमाचार के अनुसार यीशु मसीह के द्वारा न्याय करेगा। Hindi Holy Bible जिस दिन परमेश्वर मेरे सुसमाचार के अनुसार यीशु मसीह के द्वारा मनुष्यों की गुप्त बातों का न्याय करेगा॥ पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यह सब उस दिन प्रकट किया जायेगा, जब परमेश्वर, मेरे शुभ समाचार के अनुसार, येशु मसीह द्वारा मनुष्यों के गुप्त विचारों का न्याय करेगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जिस दिन परमेश्वर मेरे सुसमाचार के अनुसार यीशु मसीह के द्वारा मनुष्यों की गुप्त बातों का न्याय करेगा। सरल हिन्दी बाइबल यह सब उस दिन स्पष्ट हो जाएगा जब परमेश्वर मसीह येशु के द्वारा मेरे माध्यम से प्रस्तुत ईश्वरीय सुसमाचार के अनुसार मनुष्य के गुप्त कामों का न्याय करेंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जिस दिन परमेश्वर मेरे सुसमाचार के अनुसार यीशु मसीह के द्वारा मनुष्यों की गुप्त बातों का न्याय करेगा। |
ऐसा कार्य करना तुझसे दूर रहे कि तू दुष्ट के साथ-साथ धर्मी को भी मार डाले, तथा धर्मी और दुष्ट दोनों की दशा एक समान हो जाए। यह बात तुझसे दूर ही रहे। क्या सारी पृथ्वी का न्यायी वह न करेगा जो न्यायसंगत हो?”
यह यहोवा के सामने हो, क्योंकि वह आने वाला है। वह पृथ्वी का न्याय करने के लिए आने वाला है; वह जगत का न्याय धार्मिकता से, और देश-देश के लोगों का न्याय सच्चाई से करेगा।
यह यहोवा के सामने हो, क्योंकि वह पृथ्वी का न्याय करने के लिए आने वाला है। वह जगत का न्याय धार्मिकता से, और देश-देश के लोगों का न्याय खराई से करेगा।
हे जवान, अपनी जवानी में आनंद कर, और तेरी जवानी के दिनों में तेरा हृदय तुझे प्रसन्न रखे; अपने मन और अपनी आँखों की अभिलाषा के अनुसार चल। परंतु स्मरण रख कि इन सब बातों के विषय परमेश्वर तेरा न्याय करेगा।
क्योंकि परमेश्वर प्रत्येक कार्य और प्रत्येक गुप्त बात का, चाहे वह भली हो या बुरी, न्याय करेगा।
मैंने अपने मन में कहा, “परमेश्वर धर्मी और दुष्ट दोनों का न्याय करेगा, क्योंकि प्रत्येक बात और प्रत्येक कार्य का एक समय होता है।”
क्योंकि मनुष्य का पुत्र अपने स्वर्गदूतों के साथ अपने पिता की महिमा में आने वाला है, और उस समय वह प्रत्येक को उसके कार्य के अनुसार प्रतिफल देगा।
जो मुझे अस्वीकार करता है और मेरे वचनों को ग्रहण नहीं करता, उसको दोषी ठहरानेवाला एक है; जो वचन मैंने कहा है, वही अंतिम दिन में उसे दोषी ठहराएगा।
और उसने हमें लोगों में प्रचार करने और यह साक्षी देने की आज्ञा दी कि यह वही है जिसे परमेश्वर ने जीवितों और मृतकों का न्यायी ठहराया है।
क्योंकि उसने एक दिन निश्चित किया है जिसमें वह उस मनुष्य के द्वारा धार्मिकता से इस जगत का न्याय करेगा जिसे उसने नियुक्त किया है; और उसने उसे मृतकों में से जिलाकर सब को इसका प्रमाण दिया है।”
अब जो तुम्हें मेरे उस सुसमाचार और यीशु मसीह के प्रचार के अनुसार दृढ़ कर सकता है, अर्थात् उस भेद के प्रकाशन के अनुसार, जो सनातन काल से गुप्त रखा गया
परंतु तू अपनी कठोरता और अपश्चात्तापी मन के कारण प्रकोप के दिन के लिए, जब परमेश्वर का सच्चा न्याय प्रकट होगा, अपने प्रति प्रकोप इकट्ठा कर रहा है।
हे भाइयो, अब मैं तुम्हें उसी सुसमाचार का स्मरण कराता हूँ जिसे मैंने तुम्हें सुनाया और तुमने ग्रहण भी किया था, और जिसमें तुम स्थिर भी हो,
इसलिए समय से पहले अर्थात् जब तक प्रभु न आ जाए, किसी बात का न्याय मत करो। वही अंधकार में छिपी बातों को प्रकाशित करेगा और मनों के उद्देश्यों को प्रकट करेगा। तब परमेश्वर की ओर से प्रत्येक की प्रशंसा होगी।
क्योंकि हम सब को मसीह के न्यायासन के सामने उपस्थित होना अवश्य है ताकि प्रत्येक को अपने उन भले या बुरे कार्यों का प्रतिफल मिले जो उसने देह के द्वारा किए हैं।
हे भाइयो, मैं तुम्हें यह बता देता हूँ कि जो सुसमाचार मैंने तुम्हें सुनाया वह किसी मनुष्य का नहीं है;
दाऊद के वंशज यीशु मसीह को स्मरण रख जो मृतकों में से जी उठा, और यह उस सुसमाचार के अनुसार है जिसका मैंने प्रचार किया,
मैं परमेश्वर और मसीह यीशु को, जो जीवितों और मृतकों का न्याय करेगा, साक्षी मानकर और मसीह के प्रकट होने और उसके राज्य की सुधि दिलाकर तुझे दृढ़तापूर्वक आदेश देता हूँ :
भविष्य में मेरे लिए धार्मिकता का मुकुट रखा हुआ है जिसे प्रभु, जो धार्मिकता से न्याय करनेवाला है, मुझे उस दिन देगा और केवल मुझे ही नहीं बल्कि उन सब को भी जो उसके प्रकट होने को प्रिय समझते हैं।
तो स्पष्ट है कि प्रभु धर्मियों को परीक्षा में से निकालना और अधर्मियों को न्याय के दिन तक दंड की दशा में रखना भी जानता है,