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यूहन्ना 12:48 - नवीन हिंदी बाइबल

48 जो मुझे अस्वीकार करता है और मेरे वचनों को ग्रहण नहीं करता, उसको दोषी ठहरानेवाला एक है; जो वचन मैंने कहा है, वही अंतिम दिन में उसे दोषी ठहराएगा।

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पवित्र बाइबल

48 जो मुझे नकारता है और मेरे वचनों को स्वीकार नहीं करता, उसके लिये एक है जो उसका न्याय करेगा। वह है मेरा वचन जिसका उपदेश मैंने दिया है। अन्तिम दिन वही उसका न्याय करेगा।

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Hindi Holy Bible

48 जो मुझे तुच्छ जानता है और मेरी बातें ग्रहण नहीं करता है उस को दोषी ठहराने वाला तो एक है: अर्थात जो वचन मैं ने कहा है, वही पिछले दिन में उसे दोषी ठहराएगा।

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पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

48 जो मेरा तिरस्‍कार करता और मेरी शिक्षा ग्रहण करने से इन्‍कार करता है, उसको दोषी ठहराने वाला एक है : जो वचन मैंने कहा है, वही उसे अन्‍तिम दिन दोषी ठहराएगा।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

48 जो मुझे तुच्छ जानता है और मेरी बातें ग्रहण नहीं करता है उसको दोषी ठहरानेवाला तो एक है: अर्थात् जो वचन मैं ने कहा है, वही पिछले दिन में उसे दोषी ठहराएगा।

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सरल हिन्दी बाइबल

48 जो कोई मेरा तिरस्कार करता है और मेरे समाचार को ग्रहण नहीं करता, उस पर आरोप लगानेवाला एक ही है: मेरा समाचार; वही उसे अंतिम दिन दोषी घोषित करेगा.

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यूहन्ना 12:48
36 क्रॉस रेफरेंस  

“जो तुम्हारी सुनता है, वह मेरी सुनता है, और जो तुम्हें अस्वीकार करता है, वह मुझे अस्वीकार करता है; और जो मुझे अस्वीकार करता है, वह मेरे भेजनेवाले को अस्वीकार करता है।”


यह उस दिन होगा जब परमेश्‍वर मेरे सुसमाचार के अनुसार मसीह यीशु के द्वारा मनुष्यों की गुप्‍त बातों का न्याय करेगा।


और उन्हें दंड देगा जो परमेश्‍वर को नहीं जानते और हमारे प्रभु यीशु मसीह के सुसमाचार को नहीं मानते।


मार्था ने उससे कहा, “मैं जानती हूँ कि अंतिम दिन में पुनरुत्थान के समय वह फिर जी उठेगा।”


सावधान रहो, कहीं तुम उस कहनेवाले का इनकार न कर दो; क्योंकि यदि वे पृथ्वी पर चेतावनी देनेवाले का इनकार करके नहीं बच सके, तो हम स्वर्ग से चेतावनी देनेवाले से मुँह मोड़कर बिलकुल नहीं बच सकेंगे।


तो हम ऐसे महान उद्धार की उपेक्षा करके कैसे बच सकते हैं? इस उद्धार का वर्णन सर्वप्रथम प्रभु के द्वारा किया गया, और सुननेवालों के द्वारा हमारे सामने इसकी पुष्‍टि हुई।


यह न सोचो कि मैं पिता के सामने तुम पर दोष लगाऊँगा, तुम पर दोष लगानेवाला तो मूसा है, जिस पर तुमने आशा लगा रखी है।


यीशु ने उनसे कहा,“क्या तुमने कभी पवित्रशास्‍त्र में नहीं पढ़ा : जिस पत्थर को राजमिस्‍त्रियों ने ठुकरा दिया, वही कोने का प्रमुख पत्थर बन गया? यह प्रभु की ओर से हुआ, और हमारी दृष्‍टि में अद्भुत है।


यदि हमारे सुसमाचार पर परदा पड़ा भी हो, तो यह नाश होनेवालों के लिए पड़ा है;


उसने उनकी ओर देखकर कहा,“फिर यह क्या है जो लिखा है : जिस पत्थर को राजमिस्‍त्रियों ने ठुकरा दिया, वही कोने का प्रमुख पत्थर बन गया।


परंतु पहले अवश्य है कि वह बहुत दुःख उठाए और इस पीढ़ी के द्वारा ठुकराया जाए।


जो कोई मुझसे और मेरे वचनों से लजाएगा, मनुष्य का पुत्र भी जब अपनी, और अपने पिता की और पवित्र स्वर्गदूतों की महिमा में आएगा तो उससे लजाएगा।


और कहा,“अवश्य है कि मनुष्य का पुत्र बहुत दुःख उठाए; धर्मवृद्धों, मुख्य याजकों और शास्‍त्रियों द्वारा ठुकराया जाए, मार डाला जाए और तीसरे दिन जी उठे।”


परंतु फरीसियों और व्यवस्थापकों ने उससे बपतिस्मा न लेकर, अपने प्रति परमेश्‍वर की योजना को अस्वीकार कर दिया।)


जो विश्‍वास करेगा और बपतिस्मा लेगा उसी का उद्धार होगा, परंतु जो विश्‍वास नहीं करेगा वह दोषी ठहराया जाएगा।


क्या तुमने पवित्रशास्‍त्र में यह नहीं पढ़ा : जिस पत्थर को राजमिस्‍त्रियों ने ठुकरा दिया, वही कोने का प्रमुख पत्थर बन गया;


“जब मनुष्य का पुत्र अपनी महिमा में आएगा और सब स्वर्गदूत उसके साथ होंगे, तब वह अपने महिमामय सिंहासन पर बैठेगा;


और ऐसा होगा कि प्रत्येक व्यक्‍ति जो उस भविष्यवक्‍ता की नहीं सुनेगा, उसे लोगों में से पूर्ण रूप से नाश किया जाएगा।


फिर वह उन्हें सिखाने लगा कि मनुष्य के पुत्र के लिए अवश्य है कि वह बहुत दुःख उठाए; धर्मवृद्धों, मुख्य याजकों और शास्‍त्रियों द्वारा ठुकराया जाए, मार डाला जाए और तीन दिन के बाद फिर जी उठे।


मैं तुमसे सच कहता हूँ, न्याय के दिन सदोम और अमोरा देश की दशा उस नगर से अधिक सहनीय होगी।


मेरे भेजनेवालेकी इच्छा यह है कि प्रत्येक जिसे उसने मुझे दिया है, उसमें से मैं किसी को भी न खोऊँ, बल्कि उसे अंतिम दिन में जिला उठाऊँ।


जो परमेश्‍वर की ओर से है वह परमेश्‍वर के वचनों को सुनता है। तुम इसलिए नहीं सुनते क्योंकि तुम परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो।”


क्योंकि उसने एक दिन निश्‍चित किया है जिसमें वह उस मनुष्य के द्वारा धार्मिकता से इस जगत का न्याय करेगा जिसे उसने नियुक्‍त किया है; और उसने उसे मृतकों में से जिलाकर सब को इसका प्रमाण दिया है।”


परमेश्‍वर का वचन जीवित, प्रभावशाली और किसी भी दोधारी तलवार से अधिक तेज़ है, जो प्राण और आत्मा, जोड़ों और मज्‍जा को आर-पार भेदकर अलग करता है, और मन के विचारों और अभिप्रायों को परखता है।


एक दूसरे के साथ संगति करना न छोड़ें, जैसे कि कितनों की रीति है, बल्कि एक दूसरे को प्रोत्साहित भी करते रहें; और तुम जितना उस दिन को निकट आते हुए देखो, उतना अधिक यह किया करो।


तुम्हारी रक्षा विश्‍वास के द्वारा परमेश्‍वर के सामर्थ्य से उस उद्धार के लिए की जाती है जो अंतिम समय में प्रकट होने पर है।


सब से पहले तुम यह समझ लो कि अंतिम दिनों में ठट्ठा करनेवाले ठट्ठा करते हुए आएँगे, और अपनी लालसाओं के अनुसार चलेंगे,


परंतु उसी वचन के द्वारा यह आकाश और यह पृथ्वी आग से भस्म किए जाने के लिए रखे गए हैं तथा ये अधर्मी मनुष्यों के न्याय और विनाश के दिन तक ऐसे ही रखे रहेंगे।


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