मैंने यहोवा की शरण ली है। तुम मेरे प्राण से कैसे कह सकते हो, “पक्षी के समान अपने पहाड़ पर उड़ जा”?
यूहन्ना 14:27 - नवीन हिंदी बाइबल “मैं तुम्हारे लिए शांति छोड़े जाता हूँ, अपनी शांति तुम्हें देता हूँ; जैसी संसार देता है, वैसी मैं तुम्हें नहीं देता। तुम्हारा मन व्याकुल न हो और न डरे। पवित्र बाइबल “मैं तुम्हारे लिये अपनी शांति छोड़ रहा हूँ। मैं तुम्हें स्वयं अपनी शांति दे रहा हूँ पर तुम्हें इसे मैं वैसे नहीं दे रहा हूँ जैसे जगत देता है। तुम्हारा मन व्याकुल नहीं होना चाहिये और न ही उसे डरना चाहिये। Hindi Holy Bible मैं तुम्हें शान्ति दिए जाता हूं, अपनी शान्ति तुम्हें देता हूं; जैसे संसार देता है, मैं तुम्हें नहीं देता: तुम्हारा मन न घबराए और न डरे। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) “शान्ति मैं तुम को दिए जाता हूँ। अपनी शान्ति मैं तुम्हें प्रदान करता हूँ− जैसे संसार देता वैसे मैं तुम्हें नहीं देता। तुम्हारा मन व्याकुल और भयभीत न हो। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मैं तुम्हें शान्ति दिए जाता हूँ, अपनी शान्ति तुम्हें देता हूँ; जैसे संसार देता है, मैं तुम्हें नहीं देता : तुम्हारा मन व्याकुल न हो और न डरे। सरल हिन्दी बाइबल तुम्हारे लिए मैं शांति छोड़े जाता हूं; मैं तुम्हें अपनी शांति दे रहा हूं; वैसी नहीं, जैसी संसार देता है. अपने मन को व्याकुल और भयभीत न होने दो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मैं तुम्हें शान्ति दिए जाता हूँ , अपनी शान्ति तुम्हें देता हूँ; जैसे संसार देता है, मैं तुम्हें नहीं देता: तुम्हारा मन न घबराए और न डरे। |
मैंने यहोवा की शरण ली है। तुम मेरे प्राण से कैसे कह सकते हो, “पक्षी के समान अपने पहाड़ पर उड़ जा”?
यहोवा मेरी ज्योति और मेरा उद्धार है; मैं किससे डरूँ? यहोवा मेरे जीवन का दृढ़ गढ़ है; मैं किससे भयभीत होऊँ?
मुझे दुष्टों के साथ न घसीट, न उनके साथ जो अधर्मी हैं। वे अपने पड़ोसियों के साथ मित्रता की बातें तो करते हैं, परंतु उनके हृदय में बुराई रहती है।
“इसलिए उनसे मत डरना; क्योंकि ऐसा कुछ ढका नहीं जो प्रकट न किया जाएगा, और न कुछ छिपा है जो जाना न जाएगा।
कि अंधकार और मृत्यु की छाया में बैठनेवालों को प्रकाश दे, और हमारे पैरों को शांति के मार्ग पर ले जाए।
“अब मैं तुमसे जो मेरे मित्र हो कहता हूँ, उनसे मत डरो जो शरीर को घात करते हैं और उसके बाद कुछ और नहीं कर सकते।
सर्वोच्च स्थान में परमेश्वर की महिमा और पृथ्वी पर उन मनुष्यों में शांति हो, जिनसे वह प्रसन्न है।
मैंने ये बातें तुमसे इसलिए कही हैं कि तुम मुझमें शांति पाओ। संसार में तुम्हें क्लेश होता है, परंतु साहस रखो! मैंने संसार को जीत लिया है।”
उसी दिन अर्थात् सप्ताह के पहले दिन, संध्या होने पर, उस स्थान पर जहाँ शिष्य यहूदियों के डर से द्वार बंद किए हुए थे, यीशु आकर उनके बीच में खड़ा हो गया और उनसे कहा,“तुम्हें शांति मिले।”
यीशु ने उनसे फिर कहा,“तुम्हें शांति मिले; जैसे पिता ने मुझे भेजा है, वैसे ही मैं भी तुम्हें भेजता हूँ।”
आठ दिन के बाद उसके शिष्य फिर घर के भीतर थे और थोमा उनके साथ था। तब द्वार बंद होने पर भी यीशु आया और उनके बीच में खड़े होकर कहा,“तुम्हें शांति मिले।”
जो संदेश परमेश्वर ने यीशु मसीह के द्वारा (जो सब का प्रभु है) शांति का सुसमाचार सुनाते हुए इस्राएल की संतानों के पास भेजा,
उन सब के नाम जो रोम में परमेश्वर के प्रिय हैं और पवित्र होने के लिए बुलाए गए हैं : हमारे परमेश्वर पिता और प्रभु यीशु मसीह की ओर से तुम्हें अनुग्रह और शांति मिले।
अब जो आशा का परमेश्वर है, वह तुम्हारे विश्वास करने में तुम्हें संपूर्ण आनंद और शांति से भर दे, जिससे तुम पवित्र आत्मा के सामर्थ्य के द्वारा आशा से भरपूर हो जाओ।
अतः विश्वास से धर्मी ठहराए जाकर हमारा मेल परमेश्वर से अपने प्रभु यीशु मसीह के द्वारा हुआ है,
क्योंकि जब शत्रु होने पर भी उसके पुत्र की मृत्यु के द्वारा परमेश्वर से हमारा मेल हुआ, तो फिर मेल-मिलाप हो जाने पर हम निश्चय ही उसके जीवन के द्वारा उद्धार पाएँगे।
तब परमेश्वर की शांति जो सारी समझ से परे है, मसीह यीशु में तुम्हारे हृदय और तुम्हारे विचारों को सुरक्षित रखेगी।
मसीह में उन पवित्र लोगों और विश्वासयोग्य भाइयों के नाम जो कुलुस्से में हैं : हमारे परमेश्वर पिता की ओर से तुम्हें अनुग्रह और शांति मिले।
और उसके क्रूस पर बहाए गए लहू के द्वारा शांति स्थापित करके उसी के द्वारा सब वस्तुओं का अपने साथ मेल-मिलाप कर ले, चाहे वे पृथ्वी पर हों या स्वर्ग में।
मसीह की शांति तुम्हारे मनों पर राज्य करे जिसके लिए तुम एक देह में बुलाए भी गए हो; और आभारी बने रहो।
अब शांति का प्रभु स्वयं तुम्हें हर परिस्थिति में निरंतर शांति देता रहे। प्रभु तुम सब के साथ रहे।
अब शांति का परमेश्वर, जिसने अनंत वाचा के लहू के द्वारा भेड़ों के महान चरवाहे हमारे प्रभु यीशु को मृतकों में से जीवित कर दिया,
इसी को अब्राहम ने सब वस्तुओं का दशमांश भी दिया। मलिकिसिदक अपने नाम के अनुसार पहले तो धार्मिकता का राजा है, और फिर शालेम का राजा अर्थात् शांति का राजा भी है।
यूहन्ना द्वारा आसिया की सातों कलीसियाओं के नाम : तुम्हें उसकी ओर से अनुग्रह और शांति मिले, जो है, जो था और जो आने वाला है; तथा सातों आत्माओं की ओर से जो उसके सिंहासन के सामने हैं;
जिन दुःखों को तू भोगने वाला है उनसे मत डर। देख, शैतान तुममें से कुछ को बंदीगृह में डालने पर है कि तुम परखे जाओ; और तुम्हें दस दिन तक क्लेश उठाना होगा। मृत्यु तक विश्वासयोग्य बना रह, तो मैं तुझे जीवन का मुकुट दूँगा।
परंतु डरपोकों, अविश्वासियों, घृणितों, हत्यारों, व्यभिचारियों, जादू-टोना करनेवालों, मूर्तिपूजकों और सब झूठों का भाग आग और गंधक से जलती हुई झील में होगा, जो दूसरी मृत्यु है।”