मत्ती 17:9 - नवीन हिंदी बाइबल जब वे पहाड़ से नीचे उतर रहे थे तो यीशु ने उन्हें यह आज्ञा दी,“जब तक मनुष्य का पुत्र मृतकों में से जी न उठे, तब तक तुम इस दर्शन के विषय में किसी से न कहना।” पवित्र बाइबल जब वे पहाड़ से उतर रहे थे तो यीशु ने उन्हें आदेश दिया, “जो कुछ तुमने देखा है, तब तक किसी को मत बताना जब तक मनुष्य के पुत्र को मरे हुओं में से फिर जिला न दिया जाये।” Hindi Holy Bible जब वे पहाड़ से उतर रहे थे तब यीशु ने उन्हें यह आज्ञा दी; कि जब तक मनुष्य का पुत्र मरे हुओं में से न जी उठे तब तक जो कुछ तुम ने देखा है किसी से न कहना। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) येशु ने पहाड़ से उतरते समय उन्हें यह आदेश दिया, “जब तक मानव-पुत्र मृतकों में से न जी उठे, तब तक तुम किसी को भी इस दर्शन के विषय में मत बताना।” पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब वे पहाड़ से उतर रहे थे तब यीशु ने उन्हें यह आज्ञा दी, “जब तक मनुष्य का पुत्र मरे हुओं में से न जी उठे, तब तक जो कुछ तुम ने देखा है किसी से न कहना।” सरल हिन्दी बाइबल जब वे पर्वत से उतर रहे थे येशु ने उन्हें कठोर आज्ञा दी, “मनुष्य का पुत्र मरे हुओं में से जीवित किए जाने तक इस घटना का वर्णन किसी से न करना.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब वे पहाड़ से उतर रहे थे तब यीशु ने उन्हें यह निर्देश दिया, “जब तक मनुष्य का पुत्र मरे हुओं में से न जी उठे, तब तक जो कुछ तुम ने देखा है किसी से न कहना।” |
परंतु मैं तुमसे कहता हूँ कि एलिय्याह आ चुका है, और लोगों ने उसे नहीं पहचाना, बल्कि जैसा उन्होंने चाहा वैसा उसके साथ किया; इसी प्रकार मनुष्य का पुत्र भी उनके हाथों दुःख उठाने वाला है।”
यीशु ने उनसे कहा,“तुम्हारे अविश्वास के कारण; क्योंकि मैं तुमसे सच कहता हूँ, यदि तुम्हारा विश्वास राई के दाने के बराबर भी हो, और तुम इस पहाड़ से कहो, ‘यहाँ से हटकर वहाँ जा’ तो वह हट जाएगा; और तुम्हारे लिए कुछ भी असंभव नहीं होगा।”
जब वे गलील में एक साथ थे, तो यीशु ने उनसे कहा,“मनुष्य का पुत्र, मनुष्यों के हाथों पकड़वाया जाने वाला है,
यीशु ने उससे कहा,“लोमड़ियों की माँदें और आकाश के पक्षियों के घोंसले होते हैं, परंतु मनुष्य के पुत्र के लिए सिर रखने का भी स्थान नहीं है।”
तब यीशु ने उससे कहा,“देख, तू किसी से न कह, बल्कि जा, अपने आपको याजक को दिखा और वह भेंट चढ़ा जिसकी आज्ञा मूसा ने दी है, ताकि उनके लिए साक्षी हो।”
उसके माता-पिता चकित हो गए, परंतु यीशु ने उन्हें आज्ञा दी कि जो हुआ उसे किसी को न बताएँ।
यह आवाज़ आने के बाद यीशु अकेला पाया गया। अतः वे चुप रहे और जो कुछ उन्होंने देखा था उसके विषय में उन दिनों किसी को नहीं बताया।