और मैं तेरे साथ, और तेरे बाद तेरे वंश के साथ पीढ़ी से पीढ़ी तक की अपनी सदाकाल की वाचा बाँधूँगा कि मैं तेरा और तेरे बाद तेरे वंश का भी परमेश्वर ठहरूँ।
भजन संहिता 91:2 - नवीन हिंदी बाइबल मैं यहोवा के विषय में कहूँगा, “वह मेरा शरणस्थान और दृढ़ गढ़ है; वह मेरा परमेश्वर है, मैं उस पर भरोसा रखता हूँ।” पवित्र बाइबल मैं यहोवा से विनती करता हूँ, “तू मेरा सुरक्षा स्थल है मेरा गढ़, हे परमेश्वर, मैं तेरे भरोसे हूँ।” Hindi Holy Bible मैं यहोवा के विषय कहूंगा, कि वह मेरा शरणस्थान और गढ़ है; वह मेरा परमेश्वर है, मैं उस पर भरोसा रखूंगा। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु से यह कह, “तू मेरा शरण-स्थल और गढ़ है, तू मेरा परमेश्वर है, तुझ पर मैं भरोसा करता हूँ।” पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मैं यहोवा के विषय कहूँगा, “वह मेरा शरणस्थान और गढ़ है; वह मेरा परमेश्वर है, मैं उस पर भरोसा रखूँगा।” सरल हिन्दी बाइबल याहवेह के विषय में मेरी घोषणा है, “वह मेरे आश्रय, मेरे गढ़ हैं, मेरे शरणस्थान परमेश्वर हैं, जिनमें मेरा भरोसा है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मैं यहोवा के विषय कहूँगा, “वह मेरा शरणस्थान और गढ़ है; वह मेरा परमेश्वर है, जिस पर मैं भरोसा रखता हूँ” |
और मैं तेरे साथ, और तेरे बाद तेरे वंश के साथ पीढ़ी से पीढ़ी तक की अपनी सदाकाल की वाचा बाँधूँगा कि मैं तेरा और तेरे बाद तेरे वंश का भी परमेश्वर ठहरूँ।
हे यहोवा, मैंने तेरी दुहाई दी है; मैंने कहा, तू मेरा शरणस्थान है, जीवितों की भूमि पर तू मेरा भाग है।
मेरी पुकार को सुन, क्योंकि मैं बड़ी दुर्दशा में पड़ा हुआ हूँ; जो मेरे पीछे पड़े हैं उनसे मुझे बचा, क्योंकि वे मुझसे अधिक बलवान हैं।
यहोवा मेरी चट्टान, और मेरा गढ़ और मेरा छुड़ानेवाला है। मेरा परमेश्वर, मेरी चट्टान है, जिसमें मैं शरण लेता हूँ। वही मेरी ढाल और मेरे उद्धार का सींग, और मेरा दृढ़ गढ़ है।
हे मेरे परमेश्वर, मैंने तुझ पर भरोसा रखा है, मुझे लज्जित होने न दे। मेरे शत्रुओं को मुझ पर विजयी न होने दे।
तब मैं परमेश्वर की वेदी के पास जाऊँगा, उस परमेश्वर के पास जो मेरा असीम आनंद है। हे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, मैं वीणा बजाते हुए तेरी स्तुति करूँगा।
हे परमेश्वर तूने मेरी मन्नतें सुनी हैं; तूने मुझे वैसा ही भाग दिया है जैसा तू अपने नाम का भय माननेवालों को देता है।
तू मेरे लिए शरण की चट्टान बन, जहाँ मैं नित्य शरण ले सकूँ; तूने मेरे उद्धार की आज्ञा दी है, क्योंकि तू मेरी चट्टान और मेरा दृढ़ गढ़ है।
क्योंकि तूने यहोवा को जो मेरा शरणस्थान है, अर्थात् परमप्रधान को अपना निवासस्थान बनाया है,
परंतु वे एक उत्तम अर्थात् स्वर्गीय देश की लालसा करते हैं। अतः परमेश्वर, उनका परमेश्वर कहलाने से लज्जित नहीं होता। उसने तो उनके लिए एक नगर तैयार किया है।