तब यहोवा ने कहा, “मेरा आत्मा मनुष्य के साथ सदा बना न रहेगा, क्योंकि वह तो शरीर है; उसकी आयु एक सौ बीस वर्ष की होगी।”
निर्गमन 4:21 - नवीन हिंदी बाइबल यहोवा ने मूसा से कहा, “जब तू मिस्र में पहुँचे, तो फ़िरौन के सामने वे सब चमत्कार अवश्य दिखाना जो मैंने तेरे अधिकार में किए हैं। परंतु मैं उसके मन को कठोर करूँगा, जिससे वह मेरी प्रजा को जाने नहीं देगा। पवित्र बाइबल जिस समय मूसा मिस्र की वापसी यात्रा पर था, परमेश्वर उससे बोला। परमेश्वर ने कहा, “जब तुम फ़िरौन से बात करो तो उन सभी चमत्कारों को दिखाना। याद रखना जिन्हें दिखाने की शक्ति मैंने तुम्हें दी है। किन्तु फ़िरौन को मैं बहुत हठी बना दूँगा। वह लोगों को जाने नहीं देगा। Hindi Holy Bible और यहोवा ने मूसा से कहा, जब तू मिस्र में पहुंचे तब सावधान हो जाना, और जो चमत्कार मैं ने तेरे वश में किए हैं उन सभों को फिरौन को दिखलाना; परन्तु मैं उसके मन को हठीला करूंगा, और वह मेरी प्रजा को जाने न देगा। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु ने मूसा से कहा, ‘जब तू मिस्र देश लौटेगा तब, देख, फरओ के सम्मुख उन सब आश्चर्यपूर्ण कार्यों को करना, जिनको करने का सामर्थ्य मैंने तुझे दिया है। किन्तु मैं उसका हृदय हठीला बनाऊंगा, और वह मेरे लोगों को नहीं जाने देगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब यहोवा ने मूसा से कहा, “जब तू मिस्र में पहुँचे तब ध्यान रहे कि जो चमत्कार मैं ने तेरे वश में किए हैं उन सभों को फ़िरौन को दिखलाना; परन्तु मैं उसके मन को हठीला करूँगा, और वह मेरी प्रजा को जाने न देगा। सरल हिन्दी बाइबल याहवेह ने मोशेह से कहा, “मिस्र देश पहुंचकर तुम वे सभी चिन्ह फ़रोह को दिखाना जो मैंने तुम्हारे वश में किए हैं, परंतु मैं फ़रोह के मन को कठोर कर दूंगा, और वह इस्राएलियों को जाने न देगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और यहोवा ने मूसा से कहा, “जब तू मिस्र में पहुँचे तब सावधान हो जाना, और जो चमत्कार मैंने तेरे वश में किए हैं उन सभी को फ़िरौन को दिखलाना; परन्तु मैं उसके मन को हठीला करूँगा, और वह मेरी प्रजा को जाने न देगा। (रोम. 9:18) |
तब यहोवा ने कहा, “मेरा आत्मा मनुष्य के साथ सदा बना न रहेगा, क्योंकि वह तो शरीर है; उसकी आयु एक सौ बीस वर्ष की होगी।”
उसने मिस्रियों के मन को ऐसा फेर दिया कि वे उसकी प्रजा से बैर रखने, और उसके सेवकों से छल-कपट करने लगे।
और न ही यह कि कैसे उसने मिस्र में अपने चिह्न और सोअन के प्रदेश में अपने आश्चर्यकर्म दिखाए थे।
फिर यहोवा ने मूसा से कहा, “फ़िरौन के पास जा; क्योंकि मैंने ही उसके और उसके कर्मचारियों के मन को इसलिए कठोर कर दिया है कि उनके बीच अपने चिह्न दिखा सकूँ,
मूसा और हारून ने फ़िरौन के सामने ये सब चमत्कार किए; परंतु यहोवा ने फ़िरौन का मन कठोर कर दिया, और उसने इस्राएलियों को अपने देश से जाने न दिया।
तब यहोवा ने मूसा से कहा, “फ़िरौन तुम्हारी न सुनेगा, ताकि मिस्र देश में मेरे और भी अधिक चमत्कार हों।”
देख, मैं स्वयं मिस्रियों के मन को कठोर करूँगा, और वे उनका पीछा करेंगे। तब फ़िरौन, और उसकी सारी सेना, और रथों, और घुड़सवारों के द्वारा मेरी महिमा होगी।
मैं फ़िरौन के मन को कठोर करूँगा, और वह उनका पीछा करेगा। तब फ़िरौन और उसकी सारी सेना के द्वारा मेरी महिमा होगी, और मिस्री जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ।” इसलिए उन्होंने वैसा ही किया।
यहोवा ने मिस्र के राजा फ़िरौन के मन को कठोर कर दिया, इसलिए उसने इस्राएलियों का पीछा किया; परंतु इस्राएली बड़े साहस के साथ निकलते चले गए।
“मैं जानता हूँ कि मिस्र का राजा तुम्हें तब तक जाने न देगा, जब तक कि उसे बड़े भुजबल के द्वारा विवश न किया जाए।
इसलिए मैं अपना हाथ बढ़ाकर उन सब आश्चर्यकर्मों के द्वारा मिस्र को मारूँगा जो मैं उस देश के बीच करूँगा; और उसके बाद वह तुम्हें जाने देगा।
फिर भी फ़िरौन का मन कठोर बना रहा, और जैसा यहोवा ने कहा था, उसने मूसा और हारून की नहीं सुनी।
परंतु मैं फ़िरौन के मन को कठोर कर दूँगा, और यद्यपि मैं मिस्र देश में अपने बहुत से चिह्न और चमत्कार दिखाऊँगा,
मेंढक तेरे पास से, तेरे घरों में से, तेरे कर्मचारियों और तेरी प्रजा के पास से हट जाएँगे; वे केवल नील नदी में रहेंगे।”
परंतु जब फ़िरौन ने देखा कि उसे आराम मिला है तो जैसा यहोवा ने कहा था, उसने अपने मन को फिर से कठोर किया, और उनकी न सुनी।
परंतु यहोवा ने फ़िरौन के मन को कठोर कर दिया और उसने उनकी न सुनी, जैसा कि यहोवा ने मूसा से कहा था।
इस प्रकार, जैसा यहोवा ने मूसा के द्वारा कहा था, फ़िरौन का मन फिर कठोर हो गया, और उसने इस्राएलियों को जाने नहीं दिया।
उसने उनकी आँखें अंधी और उनका मन कठोर कर दिया है, कहीं ऐसा न हो कि वे आँखों से देखें और मन से समझें और फिरें, और मैं उन्हें स्वस्थ करूँ।
जब उन्होंने परमेश्वर को पहचानना न चाहा, तब परमेश्वर ने उन्हें उनके भ्रष्ट मन के वश में छोड़ दिया कि वे अनुचित कार्य करें।
कुछ के लिए तो मृत्यु की ओर ले जानेवाली मृत्यु की गंध, और कुछ के लिए जीवन की ओर ले जानेवाली जीवन की सुगंध। भला इन बातों के योग्य कौन है?
और “ठोकर का पत्थर और ठेस की चट्टान हो गया।” वे ठोकर खाते हैं क्योंकि वे वचन को नहीं मानते, जिसके लिए वे ठहराए भी गए थे।