इन बातों के बाद यहोवा का यह वचन दर्शन में अब्राम के पास पहुँचा : “हे अब्राम, मत डर! तेरी ढाल और तेरा अत्यंत बड़ा प्रतिफल मैं हूँ।”
उत्पत्ति 24:12 - नवीन हिंदी बाइबल उसने कहा, “हे यहोवा, मेरे स्वामी अब्राहम के परमेश्वर, आज मेरे कार्य को सफल कर, और मेरे स्वामी अब्राहम पर करुणा कर। पवित्र बाइबल नौकर ने कहा, “हे यहोवा, तू मेरे स्वामी इब्राहीम का परमेश्वर है। आज तू उसके पुत्र के लिए मुझे एक दुल्हन प्राप्त करा। कृप्या मेरे स्वामी इब्राहीम पर यह दया कर। Hindi Holy Bible सो वह कहने लगा, हे मेरे स्वामी इब्राहीम के परमेश्वर, यहोवा, आज मेरे कार्य को सिद्ध कर, और मेरे स्वामी इब्राहीम पर करूणा कर। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सेवक ने कहा, ‘हे प्रभु, मेरे स्वामी अब्राहम के परमेश्वर! मुझे आज सफलता प्रदान कर। मैं विनती करता हूँ। मेरे स्वामी अब्राहम पर करुणा कर। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वह कहने लगा, “हे मेरे स्वामी अब्राहम के परमेश्वर यहोवा, आज मेरे कार्य को सिद्ध कर, और मेरे स्वामी अब्राहम पर करुणा कर। सरल हिन्दी बाइबल तब सेवक ने प्रार्थना की, “याहवेह, मेरे स्वामी अब्राहाम के परमेश्वर, मेरे काम को सफल करें और मेरे स्वामी अब्राहाम पर दया करें. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वह कहने लगा, “हे मेरे स्वामी अब्राहम के परमेश्वर यहोवा, आज मेरे कार्य को सिद्ध कर, और मेरे स्वामी अब्राहम पर करुणा कर। |
इन बातों के बाद यहोवा का यह वचन दर्शन में अब्राम के पास पहुँचा : “हे अब्राम, मत डर! तेरी ढाल और तेरा अत्यंत बड़ा प्रतिफल मैं हूँ।”
वह पुरुष यह जानने के लिए उसे टकटकी लगाकर चुपचाप देखता रहा कि क्या यहोवा ने उसकी यात्रा को सफल किया है या नहीं।
“मेरे स्वामी अब्राहम का परमेश्वर यहोवा धन्य है, जिसने अपनी करुणा और सच्चाई को मेरे स्वामी पर से नहीं हटाया। यहोवा ने यात्रा में मेरी अगुवाई की और मुझे मेरे स्वामी के भाई-बंधुओं के घर पहुँचा दिया है।”
इसलिए आज मैंने उस कुएँ के पास आकर कहा, ‘हे यहोवा, मेरे स्वामी अब्राहम के परमेश्वर, यदि तू मेरी इस यात्रा को सफल करे;
फिर मैंने सिर झुकाकर यहोवा को दंडवत् किया, और अपने स्वामी अब्राहम के परमेश्वर यहोवा को धन्य कहा, क्योंकि उसने सही मार्ग पर मेरी अगुवाई की कि मैं अपने स्वामी के बेटे के लिए उसके कुटुंबी की बेटी को ले आऊँ।
यहोवा ने उस रात उसे दर्शन देकर कहा, “मैं तेरे पिता अब्राहम का परमेश्वर हूँ। मत डर, क्योंकि मैं तेरे साथ हूँ, और अपने दास अब्राहम के कारण तुझे आशिष दूँगा और तेरे वंश को बहुत बढ़ाऊँगा।”
तब तू उसे अपने पिता के पास ले जाना कि वह उसे खाए, और अपनी मृत्यु से पहले तुझे आशीर्वाद दे।”
इसहाक ने अपने पुत्र से कहा, “हे मेरे पुत्र, वह तुझे इतनी जल्दी कैसे मिल गया?” उसने उत्तर दिया, “तेरे परमेश्वर यहोवा ने उसे मेरे सामने कर दिया।”
और देखो, यहोवा उसके ऊपर खड़ा होकर कहता है, “मैं तेरे पिता अब्राहम का परमेश्वर, और इसहाक का परमेश्वर, यहोवा हूँ। जिस भूमि पर तू लेटा है, उसे मैं तुझे और तेरे वंश को दे दूँगा।
मेरे पिता का परमेश्वर, अर्थात् अब्राहम का परमेश्वर, जिसका भय इसहाक भी मानता है, यदि मेरी ओर न होता तो निश्चय तू मुझे खाली हाथ भगा देता। परमेश्वर ने मेरे दुःख और मेरे हाथों के परिश्रम को देखा और कल रात तुझे डाँटा।”
तूने अपने दास के लिए करुणा और सच्चाई के जो-जो कार्य किए हैं उनके मैं योग्य नहीं हूँ, क्योंकि मैं तो केवल अपनी लाठी लेकर यरदन के पार गया था और अब मैं दो दलों का स्वामी बन गया हूँ।
फिर याकूब ने कहा, “हे यहोवा, मेरे दादा अब्राहम के परमेश्वर, मेरे पिता इसहाक के परमेश्वर, तूने ही मुझसे कहा था, ‘अपने देश और जन्मभूमि को लौट जा, और मैं तेरी भलाई करूँगा।’
सर्वशक्तिमान ईश्वर तुम्हें उस पुरुष की दृष्टि में कृपा का पात्र बनाए, और वह तुम्हारे दूसरे भाई और बिन्यामीन को भी छोड़ दे; और यदि मैं संतानहीन होता हूँ तो हो जाऊँ।”
यदि घर को यहोवा न बनाए, तो उसके बनानेवालों का परिश्रम व्यर्थ होगा। यदि नगर की रक्षा यहोवा न करे, तो पहरेदार का जागना व्यर्थ ही होगा।
फिर परमेश्वर ने मूसा से यह भी कहा, “तू इस्राएलियों से यह कहना : तुम्हारे पूर्वजों के परमेश्वर अर्थात् अब्राहम के परमेश्वर, इसहाक के परमेश्वर, और याकूब के परमेश्वर यहोवा ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है। सदा के लिए मेरा नाम यही रहेगा, और इसी नाम से पीढ़ी-पीढ़ी में मुझे स्मरण किया जाएगा।
फिर उसने कहा, “मैं तेरे पिता का परमेश्वर, अब्राहम का परमेश्वर, इसहाक का परमेश्वर, और याकूब का परमेश्वर हूँ।” तब मूसा ने अपना मुँह ढक लिया क्योंकि वह परमेश्वर की ओर देखने से डरता था।
मैं अब्राहम का परमेश्वर, इसहाक का परमेश्वर और याकूब का परमेश्वर हूँ।वह मृतकों का नहीं परंतु जीवितों का परमेश्वर है।”
किसी भी बात की चिंता मत करो, बल्कि प्रत्येक बात में तुम्हारे निवेदन, प्रार्थना और विनती के द्वारा धन्यवाद के साथ परमेश्वर के सामने प्रस्तुत किए जाएँ।