तब चौथी पीढ़ी में तेरे वंशज फिर यहाँ लौट आएँगे, क्योंकि एमोरियों का अधर्म अब तक पूरा नहीं हुआ है।”
उत्पत्ति 15:13 - नवीन हिंदी बाइबल तब यहोवा ने अब्राम से कहा, “निश्चय जान ले कि तेरे वंशज एक ऐसे देश में परदेशी होकर रहेंगे जो उनका नहीं है। वे उस देश के लोगों के दास हो जाएँगे, और उन्हें चार सौ वर्ष तक दुःख सहना होगा। पवित्र बाइबल तब यहोवा ने अब्राम से कहा, “तुम्हें ये बातें जाननी चहिए। तुम्हारे वंशज विदेशी बनेंगे और वे उस देश में जांएगे जो उनका नहीं होगा। वे वहाँ दास होंगे। चार सौ वर्ष तक उनके साथ बुरा व्यवहार होगा। Hindi Holy Bible तब यहोवा ने अब्राम से कहा, यह निश्चय जान कि तेरे वंश पराए देश में परदेशी हो कर रहेंगे, और उसके देश के लोगों के दास हो जाएंगे; और वे उन को चार सौ वर्ष लों दु:ख देंगे; पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु ने अब्राम से कहा, ‘निश्चित जान ले कि तेरे वंशज पराए देश में प्रवास करेंगे। वे वहाँ गुलाम बनकर रहेंगे। चार सौ वर्ष तक उन पर अत्याचार होता रहेगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब यहोवा ने अब्राम से कहा, “यह निश्चय जान कि तेरे वंश पराए देश में परदेशी होकर रहेंगे, और उस देश के लोगों के दास हो जाएँगे; और वे उनको चार सौ वर्ष तक दु:ख देंगे। सरल हिन्दी बाइबल तब याहवेह ने अब्राम से कहा, “यह सच है तुम्हारे वंश के लोग पराए देश में परदेशी होकर रहेंगे, जहां उन्हें दास बना लिया जाएगा, और वे उन्हें चार सौ वर्ष तक दुःख देंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब यहोवा ने अब्राम से कहा, “यह निश्चय जान कि तेरे वंश पराए देश में परदेशी होकर रहेंगे, और उस देश के लोगों के दास हो जाएँगे; और वे उनको चार सौ वर्ष तक दुःख देंगे; |
तब चौथी पीढ़ी में तेरे वंशज फिर यहाँ लौट आएँगे, क्योंकि एमोरियों का अधर्म अब तक पूरा नहीं हुआ है।”
मैं तुझे और तेरे बाद तेरे वंश को यह सारा कनान देश, जिसमें तू परदेशी होकर रहता है, निज भूमि के रूप में सदाकाल के लिए दे दूँगा; और मैं उनका परमेश्वर होऊँगा।”
फिर उन्होंने फ़िरौन से कहा, “हम इस देश में परदेशी होकर रहने आए हैं; क्योंकि कनान देश में भयंकर अकाल होने के कारण तेरे दासों की भेड़-बकरियों के लिए चरागाह न रहा। अतः हमारी विनती है कि अपने दासों को गोशेन देश में ही रहने दे।”
इसलिए उन्होंने उन पर कठोर स्वामियों को नियुक्त किया कि वे उनसे कठिन परिश्रम कराकर उन्हें कष्ट दिया करें। इस्राएलियों ने फ़िरौन के लिए पितोम और रामसेस नामक भंडारवाले नगर बनाए।
तथा उनके जीवन को गारे, ईंट और खेती के सब प्रकार के कार्यों की कठिन सेवा से दुःखी कर डाला। वे उनसे यह सारा कार्य बड़ी कठोरता से करवाते थे।
परमेश्वर ने उनका कराहना सुना और अपनी उस वाचा को स्मरण किया जो उसने अब्राहम, इसहाक, और याकूब के साथ बाँधी थी।
“तुम किसी परदेशी के साथ बुरा व्यवहार न करना और न उस पर अत्याचार करना, क्योंकि तुम भी मिस्र देश में परदेशी थे।
“तू किसी परदेशी पर अत्याचार न करना। तुम तो परदेशी के मन से परिचित हो, क्योंकि तुम भी मिस्र देश में परदेशी थे।
इसलिए आ, मैं तुझे फ़िरौन के पास भेजता हूँ कि तू मेरी प्रजा इस्राएल को मिस्र से निकाल ले आए।”
और मैंने निर्णय लिया है कि तुम्हें मिस्र के कष्टों में से निकालकर कनानी, हित्ती, एमोरी, परिज्जी, हिव्वी, और यबूसी लोगों के देश में ले जाऊँगा, जहाँ दूध और मधु की धाराएँ बहती हैं।’
अब मैं इसलिए उतर आया हूँ कि उन्हें मिस्रियों के हाथ से छुड़ाऊँ, और उस देश से निकालकर एक अच्छे और बड़े देश में पहुँचाऊँ जिसमें दूध और मधु की धाराएँ बहती हैं, अर्थात् जहाँ कनानी, हित्ती, एमोरी, परिज्जी, हिव्वी, और यबूसी लोग रहते हैं।
जो परदेशी तुम्हारे बीच रहता हो उससे अपने देशवासी के समान व्यवहार करना, और उससे अपने समान प्रेम करना; क्योंकि तुम भी मिस्र देश में परदेशी थे। मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ।
“परंतु जैसे-जैसे उस प्रतिज्ञा का समय निकट आता गया जो परमेश्वर ने अब्राहम से की थी, मिस्र में वे लोग बढ़ते गए और बहुत हो गए।
मेरे कहने का अर्थ यह है कि जिस वाचा को परमेश्वर ने पहले से ही पक्का कर दिया था, उसको चार सौ तीस वर्ष के बाद आई व्यवस्था रद्द नहीं कर सकती कि प्रतिज्ञा को व्यर्थ ठहराए;