उत्पत्ति 47:4 - नवीन हिंदी बाइबल4 फिर उन्होंने फ़िरौन से कहा, “हम इस देश में परदेशी होकर रहने आए हैं; क्योंकि कनान देश में भयंकर अकाल होने के कारण तेरे दासों की भेड़-बकरियों के लिए चरागाह न रहा। अतः हमारी विनती है कि अपने दासों को गोशेन देश में ही रहने दे।” अध्याय देखेंपवित्र बाइबल4 उन्होंने फ़िरौन से कहा, “कनान में भूखमरी का यह समय बहुत बुरा है। हम लोगों के जानवरों के लिए घास वाला कोई भी खेत बचा नहीं रह गया है। इसलिए हम लोग इस देश में रहने आए हैं। आप से हम लोग प्रार्थना करते हैं कि आप कृपा करके हम लोगों को गोशेन प्रदेश में रहने दें।” अध्याय देखेंHindi Holy Bible4 फिर उन्होंने फिरौन से कहा, हम इस देश में परदेशी की भांति रहने के लिये आए हैं; क्योंकि कनान देश में भारी अकाल होने के कारण तेरे दासों को भेड़-बकरियों के लिये चारा न रहा: सो अपने दासों को गोशेन देश में रहने की आज्ञा दे। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)4 उन्होंने फरओ से यह भी कहा, हम मिस्र देश में प्रवास करने के लिए आए हैं। कनान देश में भयंकर अकाल पड़ा है। इसलिए आपके सेवकों को भेड़-बकरी के लिए चारा नहीं रहा। अब कृपया अपने सेवकों को गोशेन प्रदेश में रहने की अनुमति दीजिए।’ अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)4 फिर उन्होंने फ़िरौन से कहा, “हम इस देश में परदेशी की भाँति रहने के लिये आए हैं; क्योंकि कनान देश में भारी अकाल होने के कारण तेरे दासों को भेड़–बकरियों के लिये चारा न रहा; इसलिये अपने दासों को गोशेन देश में रहने की आज्ञा दे।” अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल4 अब इस देश में कुछ समय के लिये रहने आए हैं, क्योंकि कनान में भयंकर अकाल होने के कारण आपके दासों के पशुओं के लिए चारा नहीं है. तब कृपा कर हमें गोशेन में रहने की अनुमति दे दीजिए.” अध्याय देखें |