उत्पत्ति 1:1 - नवीन हिंदी बाइबल आदि में परमेश्वर ने आकाश और पृथ्वी की सृष्टि की। पवित्र बाइबल आदि में परमेश्वर ने आकाश और पृथ्वी को बनाया। Hindi Holy Bible आदि में परमेश्वर ने आकाश और पृथ्वी की सृष्टि की। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) परमेश्वर ने आरम्भ में आकाश और पृथ्वी को रचा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) आदि में परमेश्वर ने आकाश और पृथ्वी की सृष्टि की। सरल हिन्दी बाइबल आदि में परमेश्वर ने आकाश एवं पृथ्वी को रचा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 आदि में परमेश्वर ने आकाश और पृथ्वी की सृष्टि की। (इब्रा. 1:10, इब्रा. 11:3) |
हे यहोवा, तेरे कार्य तो अनगिनित हैं। तूने इन सब को बुद्धि से बनाया है; पृथ्वी तेरी संपदा से भरपूर है।
वह आकाश और पृथ्वी और समुद्र और जो कुछ उनमें है, सब का कर्ता है; वह सदा विश्वासयोग्य रहता है।
आकाशमंडल की रचना यहोवा के वचन से, और उसके सारे गणों की रचना उसी के मुँह की श्वास से हुई है।
जब मैं आकाश को, जो तेरे हाथों का कार्य है, और चंद्रमा और तारागण को जो तूने नियुक्त किए हैं, देखता हूँ;
तो फिर मनुष्य क्या है कि तू उसका स्मरण रखे, और मनुष्य का पुत्र क्या है कि तू उसकी सुधि ले?
पर्वतों को उत्पन्न करने से पहले, या इससे पहले कि तू पृथ्वी और जगत की सृष्टि करता, अनादिकाल से अनंतकाल तक तू ही परमेश्वर है।
क्योंकि यहोवा ने छः दिन में आकाश और पृथ्वी, और समुद्र, और जो कुछ उनमें है, सब को बनाया, तथा सातवें दिन विश्राम किया; इस कारण यहोवा ने विश्रामदिन को आशिष दी और उसे पवित्र ठहराया।
जब परमेश्वर सीनै पर्वत पर मूसा से बातें कर चुका, तो उसने मूसा को पत्थर पर अपनी उंगली से लिखी हुई साक्षी की दो पटियाएँ दीं।
यहोवा ने हर वस्तु को एक उद्देश्य के लिए रचा है, यहाँ तक कि दुष्ट को विपत्ति के दिन के लिए।
अपनी जवानी के दिनों में अपने सृजनहार को स्मरण रख : इससे पहले कि विपत्ति के दिन आएँ और ऐसे वर्ष आ पहुँचें जिनमें तू कहे कि मेरा मन इनमें नहीं लगता;
उसी समय यीशु ने कहा,“हे पिता, स्वर्ग और पृथ्वी के प्रभु, मैं तेरी स्तुति करता हूँ, क्योंकि तूने इन बातों को बुद्धिमानों और समझदारों से छिपाया और बच्चों पर प्रकट किया है;
क्योंकि वे ऐसे क्लेश के दिन होंगे जैसे सृष्टि के आरंभ से लेकर—जिसे परमेश्वर ने सृजा—अब तक न तो हुए और न कभी होंगे।
और कहा, “हे लोगो, तुम ये क्यों कर रहे हो? हम भी तुम्हारे समान मनुष्य हैं, और तुम्हें सुसमाचार सुनाते हैं कि तुम इन व्यर्थ वस्तुओं को छोड़कर उस जीवित परमेश्वर की ओर फिरो जिसने आकाश और पृथ्वी और समुद्र और जो कुछ उनमें है सब को बनाया।
जिस परमेश्वर ने जगत और उसमें की सब वस्तुओं को बनाया, वह स्वर्ग और पृथ्वी का प्रभु है, और हाथों से बने मंदिरों में वास नहीं करता,
जब उन्होंने यह सुना तो एक मन होकर ऊँची आवाज़ से परमेश्वर को पुकारा, “हे स्वामी, तू वही है जिसने आकाश और पृथ्वी और समुद्र और जो कुछ उनमें है सब को बनाया।
क्योंकि सब कुछ उसी की ओर से, और उसी के द्वारा, और उसी के लिए है। उसकी महिमा युगानुयुग होती रहे। आमीन।
फिर भी हमारे लिए तो एक ही परमेश्वर है, अर्थात् पिता, जिसकी ओर से सब कुछ है और हम भी उसी के लिए हैं; और एक ही प्रभु है, अर्थात् यीशु मसीह, जिसके द्वारा सब कुछ है और हम भी उसी के द्वारा हैं।
और सब पर यह प्रकट करूँ कि उस भेद का प्रबंधन क्या है, जो सब वस्तुओं के सृष्टि करनेवाले परमेश्वर में युगों से गुप्त था,
पर इन अंतिम दिनों में उसने अपने पुत्र के द्वारा हमसे बातें कीं, जिसे उसने सब वस्तुओं का उत्तराधिकारी ठहराया, और उसी के द्वारा उसने सृष्टि की भी रचना की है।
विश्वास ही से हम समझते हैं कि परमेश्वर के वचन के द्वारा सारी सृष्टि की रचना ऐसे हुई कि जो वस्तुएँ दिखाई देती हैं वे उनसे रची गईं जो दिखाई नहीं देतीं।
प्रत्येक घर किसी न किसी के द्वारा बनाया जाता है, परंतु जिसने सब वस्तुओं को बनाया वह परमेश्वर है।
वे जानबूझकर इस बात को अनदेखा कर देते हैं कि परमेश्वर के वचन के द्वारा आकाश का अस्तित्व तो बहुत पहले से है, और उसी के द्वारा पृथ्वी जल में से रची गई और जल के द्वारा स्थिर है,
उस जीवन के वचन के विषय में जो आदि से था, जिसे हमने सुना, जिसे हमने अपनी आँखों से देखा, जिसे हमने ध्यान से देखा और अपने हाथों से छुआ—
और जो युगानुयुग जीवित है, जिसने आकाश और उसकी सब वस्तुएँ, पृथ्वी और उसकी सब वस्तुएँ तथा समुद्र और उसकी सब वस्तुएँ सृजी हैं, उसकी शपथ खाकर कहा कि अब और देर नहीं होगी।
उसने ऊँची आवाज़ से कहा, “परमेश्वर का भय मानो और उसकी महिमा करो, क्योंकि उसके न्याय करने का समय आ पहुँचा है। उसकी आराधना करो जिसने आकाश, पृथ्वी, समुद्र और जल के सोतों को बनाया है।”
फिर उसने मुझसे कहा, “ये बातें पूरी हो गई हैं। मैं ही अल्फ़ा और ओमेगा, आदि और अंत हूँ। जो प्यासा होगा मैं उसे जीवन के जल के सोते से मुफ़्त में पिलाऊँगा।
“लौदीकिया की कलीसिया के दूत को यह लिख : “जो आमीन, विश्वासयोग्य और सच्चा साक्षी है तथा परमेश्वर की सृष्टि का मूल कारण है, वह यह कहता है :
हे हमारे प्रभु और परमेश्वर! तू ही महिमा, आदर और सामर्थ्य के योग्य है, क्योंकि तूने ही सब वस्तुओं को सृजा है, और तेरी ही इच्छा से वे सृजी गईं और अस्तित्व में हैं।