6 इसलिए तुम जाओ। तुम उपवास दिवस पर प्रभु के भवन में सब लोगों की उपस्थिति में इस पुस्तक में से प्रभु के वचन पढ़ना, जो मैंने तुम्हें बोल कर लिखवाए हैं। यह तुम यहूदा प्रदेश के नगरों से आए सब लोगों के सामने भी पढ़ना।
6 इसलिये मैं चाहता हूँ कि तुम यहोवा के मन्दिर में आओ। वहाँ उपवास के दिन जाओ और पत्रक से लोगों को सुनाओ। उन सन्देशों को जिन्हें यहोवा ने तुम्हें दिया और जिनको तुमने पत्रक में लिखा, उन्हें लोगों के सामने पढ़ो। उन सन्देंशों को यहूदा के सभी लोगों के सामने पढ़ो जो अपने रहने के नगरों से यरूशलेम में आएं।
6 सो तु उपवास के दिन यहोवा के भवन में जा कर उसके जो वचन तू ने मुझ से सुन कर लिखे हैं, पुस्तक में से लोगों को पढ़ कर सुनाना, और जितने यहूदी लोग अपने अपने नगरों से आएंगे, उन को भी पढ़ कर सुनाना।
6 इसलिये तू उपवास के दिन यहोवा के भवन में जाकर उसके जो वचन तू ने मुझ से सुनकर लिखे हैं, पुस्तक में से लोगों को पढ़कर सुनाना, और जितने यहूदी लोग अपने अपने नगरों से आएँगे, उनको भी पढ़कर सुनाना।
6 इसलिये तुम्हें ही याहवेह के भवन में जाना होगा और उपवास के लिए निर्धारित दिवस पर तुम मेरे बोले हुए लेख द्वारा चर्मपत्र कुण्डली पर लिखे गए सारे वचन लोगों के समक्ष पढ़ देना. तुम्हें यही वचन उन लोगों के समक्ष भी पढ़ना होगा, जो यहूदिया के नगरों से वहां आएंगे.
6 इसलिए तू उपवास के दिन यहोवा के भवन में जाकर उसके जो वचन तूने मुझसे सुनकर लिखे हैं, पुस्तक में से लोगों को पढ़कर सुनाना, और जितने यहूदी लोग अपने-अपने नगरों से आएँगे, उनको भी पढ़कर सुनाना।
‘अब, यिर्मयाह, तू यहूदा प्रदेश की जनता और यरूशलेम के निवासियों से यह कह : “प्रभु यों कहता है : देखो, मैं तुम्हारा अनिष्ट करने का विचार कर रहा हूँ; मैं तुम्हारे विरुद्ध अनिष्ट की योजना बना रहा हूं। अत: प्रत्येक मनुष्य अपने बुरे मार्ग को छोड़कर मेरी ओर लौटे, और तुम-सब अपना-अपना आचरण और व्यवहार सुधारो।”
यिर्मयाह उस तोपेत नामक स्थान से लौटे, जहां प्रभु ने उनको नबूवत करने के लिए भेजा था। वह यरूशलेम के मन्दिर के आंगन में खड़े हुए। यिर्मयाह ने सब लोगों से कहा,
“यहूदा प्रदेश के राजा, जो दाऊद के सिंहासन पर विराजमान है! तू और तेरे राजकर्मचारियों तथा इन प्रवेश-द्वारों से आने-जाने वाले सब लोगो, प्रभु का यह वचन सुनो।
‘प्रभु यों कहता है: जा, प्रभु-गृह के आंगन में खड़ा हो और मेरे भवन में यहूदा प्रदेश के नगरों से आनेवाले आराधकों से यह कह। मैं तुझसे जो बातें कहूंगा, वह सब उन से कहना, एक शब्द भी उन से मत छिपाना।
‘एक चर्मपत्र ले, और उस पर मेरे सब वचन लिख, जो मैंने इस्राएल और यहूदा प्रदेश तथा समस्त राष्ट्रों के विरुद्ध तेरे माध्यम से कहे हैं। राजा योशियाह के राज्य-काल में जब मैंने तुझसे बात करना आरंभ किया था, तब से लेकर आज तक मैंने तुझे जो-जो सन्देश दिए हैं, उन सब को लिख।
अत: यिर्मयाह ने बारूक बेन-नेरियाह को बुलाया। यिर्मयाह ने प्रभु के सब वचन, जो उसने यिर्मयाह से कहे थे, बारूक को बोल कर लिखवाए। बारूक ने एक चर्मपत्र पर उन को लिख लिया।
‘मेरे भवन के प्रवेश-द्वार पर खड़ा हो, और वहां मेरा यह वचन घोषित कर: ओ यहूदा प्रदेश के निवासियो, प्रभु के भवन में प्रवेश करनेवालो, प्रभु के आराधको! प्रभु का वचन सुनो।
‘स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है : चौथे, पांचवें, सातवें और दसवें महीने के उपवास-दिवस यहूदा के वंशजों के लिए आनन्द और हर्ष के दिन होंगे, उत्सव के पर्व होंगे। अत: सच्चाई और शान्ति से प्रेम करो।