5 योशिय्याह ने उन याजकों की हड्डियों तक को जलाया जिन्होंने अपनी वेदियों पर बाल—देवताओं की सेवा की थी। इस प्रकार योशिय्याह ने मूर्तियों और मूर्ति पूजा को यहूदा और यरूशलेम से नष्ट किया।
उसने प्रभु के वचन की प्रेरणा से वेदी के विरोध में पुकार कर कहा, ‘ओ वेदी, ओ वेदी! प्रभु यों कहता है : “देख, दाऊद के वंश में एक पुत्र उत्पन्न होगा। उसका नाम योशियाह होगा। जो पहाड़ी शिखर की वेदी के पुरोहित तेरे लिए सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाते हैं, वह उनको तुझ पर बलि करेगा, और मनुष्यों की अस्थियाँ तुझ पर जलाई जाएंगी।” ’
राजा योशियाह वहां से मुड़ा। उसने पहाड़ पर कबरें देखीं। उसने सेवक भेजकर कबरों में से अस्थियां निकालीं। तत्पश्चात् उसने अस्थियों को वेदी पर जलाया, और उसको अशुद्ध कर दिया। इस प्रकार प्रभु का वचन पूर्ण हुआ। जब राजा यारोबआम पर्व के समय वेदी के समीप खड़ा था, तब परमेश्वर के जन ने इस वेदी के सम्बन्ध में ये ही वचन कहे थे। जाते समय योशियाह ने परमेश्वर के उस जन की कबर देखी, जिसने नबूवत की थी।
उसने पहाड़ी शिखर की वेदियों के पुरोहितों को, जो वहां थे, उन्हीं वेदियों पर वध कर दिया! उसने मृत मनुष्यों की अस्थियां वेदियों पर जलाईं। तत्पश्चात् योशियाह यरूशलेम को लौटा।
राजा योशियाह ने समस्त इस्राएल देश की सीमा से घृणित मूर्तियों और वेदियों को हटा दिया। उसने इस्राएल देश के निवासियों से प्रभु परमेश्वर की आराधना कराई। उसके जीवनकाल में इस्राएली अपने पूर्वजों के प्रभु परमेश्वर से विमुख नहीं हुए, और वे उसका अनुसरण करते रहे।
जिस देश में तुम रहते हो, उसको दूषित मत करना; क्योंकि हत्या का रक्त देश को दूषित करता है, और देश के लिए किसी भी प्रकार प्रायश्चित्त नहीं किया जा सकता है, केवल उस व्यक्ति के रक्त से जिसने हत्या की है।