4 योशियाह की उपस्थिति में बअल देवता की वेदियां ध्वस्त कर दी गईं उनके ऊपर सूर्य की विशाल प्रतिमाएँ थीं। उनको उसने काट दिया। उसने अशेराह देवी के खम्भे के टुकड़े-टुकड़े कर दिए तथा गढ़ी एवं ढली मूर्तियाँ पीस कर बुकनी बना दीं, और उन लोगों की कबरों पर बिखेर दिया, जो उनकी पूजा करते थे।
4 लोगों ने बाल देवताओं की वेदियाँ तोड़ दीं। उन्होंने यह योशिय्याह के सामने किया। तब योशिय्याह ने सुगन्धि के लिये बनी उन वेदियों को नष्ट कर डाला जो लोगों से भी बहुत ऊँची उठी थीं। उसने खुदी मूर्तियों तथा ढली मूर्तियों को तोड़ डाला। उसने उन मूर्तियों को पीटकर चूर्ण बना दिया। तब योशिय्याह ने उस चूर्ण को उन लोगों की कब्रों पर डाला जो बाल देवताओं को बलि चढ़ाते थे।
4 और बाल देवताओं की वेदियां उसके साम्हने तोड़ डाली गई, और सूर्य की प्रतिमायें जो उनके ऊपर ऊंचे पर थी, उसने काट डालीं, और अशेरा नाम, और खुदी और ढली हुई मूरतों को उसने तोड़ कर पीस डाला, और उनकी बुकनी उन लोगों की कबरों पर छितरा दी, जो उन को बलि चढ़ाते थे।
4 बाल देवताओं की वेदियाँ उसके सामने तोड़ डाली गईं, और सूर्य की प्रतिमाएँ जो उनके ऊपर ऊँचे पर थी, उसने काट डालीं, और अशेरा नामक, और खुदी और ढली हुई मूरतों को उस ने तोड़कर पीस डाला, और उनकी बुकनी उन लोगों की कबरों पर छितरा दी, जो उनको बलि चढ़ाते थे।
4 उन्होंने राजा की उपस्थिति ही में बाल देवताओं की वेदियों, धूप वेदियों को, जो उनसे ऊंचे पर थी, काट डालीं. उसने अशेरा की खोदी हुई और ढाली गई मूर्तियों को चूर-चूर कर पीस डाला और उस बुकनी को उन लोगों की कब्र पर छिड़क दिया, जो इनके लिए बलि चढ़ाते रहे थे.
4 बाल देवताओं की वेदियाँ उसके सामने तोड़ डाली गई, और सूर्य की प्रतिमाएँ जो उनके ऊपर ऊँचे पर थीं, उसने काट डाली, और अशेरा नामक, और खुदी और ढली हुई मूरतों को उसने तोड़कर पीस डाला, और उनकी बुकनी उन लोगों की कब्रों पर छितरा दी, जो उनको बलि चढ़ाते थे।
उसने प्रभु के वचन की प्रेरणा से वेदी के विरोध में पुकार कर कहा, ‘ओ वेदी, ओ वेदी! प्रभु यों कहता है : “देख, दाऊद के वंश में एक पुत्र उत्पन्न होगा। उसका नाम योशियाह होगा। जो पहाड़ी शिखर की वेदी के पुरोहित तेरे लिए सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाते हैं, वह उनको तुझ पर बलि करेगा, और मनुष्यों की अस्थियाँ तुझ पर जलाई जाएंगी।” ’
लोगों ने यरूशलेम नगर के मोड़ों और चौकों पर स्थापित अन्य देवताओं की वेदियों को हटा दिया। जो वेदियां सुगन्धित धूप-बलि जलाने के लिए स्थापित की गई थीं, उनको किद्रोन की घाटी में फेंक दिया।
पर्व के समाप्त होने के पश्चात् सब इस्राएली, जो उस समय यरूशलेम में उपस्थित थे, यहूदा प्रदेश के नगरों में गए। उन्होंने यहूदा और बिन्यामिन कुल-क्षेत्रों तथा एफ्रइम और मनश्शे गोत्र के क्षेत्रों में प्रतिष्ठित अशेराह देवी के पूजा-स्तम्भ, देवताओं की मूर्तियाँ, पहाड़ी शिखर की वेदियां तथा अन्य वेदियां ध्वस्त कर दीं। उन्होंने स्तम्भों के टुकड़े-टुकड़े कर दिए, मूर्तियों को काट दिया, मन्दिर और वेदियों को नष्ट कर दिया। तब इस्राएली राष्ट्र का प्रत्येक व्यक्ति अपने नगर को, अपने भूमि-क्षेत्र को लौट गया।
जैसे उसके पिता मनश्शे ने किया था, वैसे ही आमोन ने भी उन्हीं कार्यों को किया, जो प्रभु की दृष्टि में अनुचित थे। जिन मूर्तियों की वंदना और पूजा उसके पिता ने की थी, उनकी पूजा और वंदना आमोन ने भी की।
उसके पिता हिजकियाह ने पहाड़ी शिखर की वेदियां तोड़ दी थीं। परन्तु मनश्शे ने उनको पुन: निर्मित किया। उसने बअल देवता के लिए वेदियां बनाईं और अशेराह देवी के लिए खम्भे खड़े किये। वह आकाश की प्राकृतिक शक्तियों की वंदना और पूजा करता था।
राजा योशियाह ने समस्त इस्राएल देश की सीमा से घृणित मूर्तियों और वेदियों को हटा दिया। उसने इस्राएल देश के निवासियों से प्रभु परमेश्वर की आराधना कराई। उसके जीवनकाल में इस्राएली अपने पूर्वजों के प्रभु परमेश्वर से विमुख नहीं हुए, और वे उसका अनुसरण करते रहे।
तब तू उनके देवताओं की वन्दना नहीं करना, उनकी सेवा मत करना, और न उनके कार्यों के अनुरूप कार्य करना वरन् उनको पूर्णत: ध्वस्त करना, उनके पूजा-स्तम्भों को तोड़-फोड़ देना।
अत: याकूब के अधर्म का प्रायश्चित यों किया जाएगा, उसके पाप के विमोचन का यह परिणाम होगा : वह चूना बनाने के पत्थरों की तरह वेदियों के सब पत्थरों को चूर-चूर करेगा; अशेराह देवी की मूर्तियाँ और सूर्य देवता के स्तम्भ खड़े नहीं रहेंगे।
मैं तुम्हारे पहाड़ी शिखर के पूजा-गृहों को गिरा दूंगा, तुम्हारी धूप-वेदियों को नष्ट कर दूंगा। तुम्हारे देवताओं की ध्वस्त मूर्तियों पर तुम्हारे शव फेंकूंगा। मेरा प्राण तुमसे घृणा करेगा।
यह सब याकूब-वंशियों के अपराध के कारण, इस्राएल-वंशियों के पाप के कारण होगा। याकूब-वंशियों का अपराध क्या है? निस्सन्देह सामरी नगर! यहूदा-वंशियों का पाप क्या है? निस्सन्देह यरूशलेम नगर!
‘तू उनके देवताओं की मूर्तियाँ आग में जला डालना। मूर्तियों पर मढ़े हुए सोना-चांदी का लालच मत करना, और न उसको लेना। ऐसा न हो कि तू मूर्तियों के फन्दे में फंस जाए, क्योंकि यह तेरे प्रभु परमेश्वर के लिए घृणित बात है।
तू उनके साथ ऐसा व्यवहार करना : उनकी वेदियों को तोड़ डालना। उनके स्तम्भों को गिरा देना। उनके अशेरा देवी के खम्भों को काटकर गिरा देना। उनकी मूर्तियों को आग में जला देना;
मैंने तुम्हारी पापमय वस्तु, बछड़े की मूर्ति, जिसको तुमने बनाया था, ली और उसको आग में फेंक दिया, उसके टुकड़े-टुकड़े कर दिए। मैंने उसको अच्छे से पीसा जब तक वह पिसकर चूर्ण न हो गई। तब मैंने उसके चूर्ण को पहाड़ से नीचे बहने वाली नदी में फेंक दिया।