जब यिश्माएल की कुल आयु एक सौ सैंतीस वर्ष की हुई तब उसने अन्तिम सांस ली, और अपना प्राण त्याग दिया। वह अपने मृत पूर्वजों में जाकर मिल गया।
सभोपदेशक 3:20 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सब अन्त में एक ही स्थान में जाते हैं। सब मिट्टी से बने हैं, और मिट्टी में ही मिल जाएंगे। पवित्र बाइबल मनुष्यों और पशुओं की देहों का अंत एक ही प्रकार से होता है। वे मिट्टी से पैदा होते हैं और अंत में वे मिट्टी में ही जाते हैं। Hindi Holy Bible सब एक स्थान मे जाते हैं; सब मिट्टी से बने हैं, और सब मिट्टी में फिर मिल जाते हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) सब एक स्थान में जाते हैं; सब मिट्टी से बने हैं, और सब मिट्टी में फिर मिल जाते हैं। नवीन हिंदी बाइबल सब एक ही स्थान को जाते हैं। सब मिट्टी से बने हैं, और सब मिट्टी में फिर मिल जाते हैं। सरल हिन्दी बाइबल सब की मंज़िल एक है. सभी मिट्टी से बने हैं और मिट्टी में मिल भी जाते हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 सब एक स्थान में जाते हैं; सब मिट्टी से बने हैं, और सब मिट्टी में फिर मिल जाते हैं। |
जब यिश्माएल की कुल आयु एक सौ सैंतीस वर्ष की हुई तब उसने अन्तिम सांस ली, और अपना प्राण त्याग दिया। वह अपने मृत पूर्वजों में जाकर मिल गया।
तब उन्होंने अन्तिम सांस ली। वह वृद्ध और दीर्घायु थे। उनका अच्छी पकी आयु में देहान्त हुआ और वह अपने मृत पूर्वजों में जाकर मिल गए।
तू तब तक अपने पसीने की रोटी खाएगा, जब तक उस भूमि में न लौटे जिससे तू बनाया गया था। तू तो मिट्टी है, और मिट्टी में ही मिल जाएगा।’
परन्तु मनुष्य जब मर जाता है, वह निष्क्रिय पड़ा रहता है। अपनी अन्तिम साँस लेने के बाद मनुष्य कहाँ रहता है?
‘यदि कोई मनुष्य मर जाए तो क्या वह फिर जीवित होगा? जब तक मुझे अन्धकार से मुक्ति नहीं मिलेगी, मैं कठिन सेवा की पूर्ण अवधि में प्रतीक्षा करता रहूँगा।
यदि मैं यह सोचूँ कि अधोलोक मेरा निवास-स्थान होगा, अन्धकार में मुझे अपना बिस्तर बिछाना पड़ेगा,
इतना होने पर भी क्या मनुष्य मलवों के ढेर में से हाथ नहीं फैलाता? क्या वह विपत्ति में सहायता के लिए दुहाई नहीं देता?
जैसे बादल छटकर लुप्त हो जाता है वैसे ही अधोलोक में जानेवाला मृतक मिट जाता है, वह पृथ्वी पर वापस नहीं आता।
जब तू अपना मुंह फेरता है, तब वे आतंकित होते हैं; जब तू उनकी सांस वापस लेता है, तब वे मर जाते हैं, और अपनी मिट्टी को लौट जाते हैं।
उन्हें भेड़ों के सदृश मृतक-लोक के लिए रखा गया है। मृत्यु उनको चराने वाला चरवाहा होगी; वे सीधे कबर में जाएंगे; उनकी देह सड़ जाएगी! मृतक-लोक ही उनका निवास-स्थान होगा।
तब मिट्टी मिट्टी में मिल जाएगी, और आत्मा परमेश्वर के पास लौट जाएगी, जिसने उसको प्रदान किया था।
चाहे मनुष्य दो हजार वर्ष जीए, किन्तु यदि वह जीवन का आनन्दपूर्वक भोग नहीं करता तो ऐसी दीर्घायु से क्या लाभ? सब मनुष्य जीवन के अन्त में एक ही स्थान को जाते हैं।
भोज के उत्सव में सम्मिलित होने की अपेक्षा मृत्यु-शोक से पीड़ित परिवार में जाना अच्छा है, क्योंकि मृत्यु ही सब मनुष्यों का अन्त है। अत: जीवित व्यक्ति गम्भीरतापूर्वक अपने अन्त पर विचार करेगा।
तुम्हारे हाथ में जो भी काम आए, उसको पूरी शक्ति से करो, क्योंकि अधोलोक में, जहाँ अपनी मृत्यु के बाद तुम जाओगे, न काम है, न विचार। वहाँ न ज्ञान है, न बुद्धि।
जो भूमि के नीचे कबर में सोए हुए हैं, उनमें से अनेक जाग उठेंगे : कुछ को शाश्वत जीवन प्राप्त होगा, कुछ को अपमान और स्थायी घृणा का पात्र बनना होगा।