अत: इस्राएल का पवित्र परमेश्वर यों कहता है: “तुमने मेरे संदेश को तुच्छ समझा; तुम अत्याचार और कुटिलता पर भरोसा करते हो, तुम अत्याचार और कुटिलता का सहारा लेते हो;
सपन्याह 3:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) धिक्कार है विद्रोहिणी और अशुद्ध नगरी को, अत्याचार करनेवाली नगरी को! पवित्र बाइबल यरूशलेम, तुम्हारे लोग परमेश्वर के विरूद्ध लड़े! तुम्हारे लोगों ने अन्य लोगों को चोट पहुँचाई और तुम पाप से कलंकित हो! Hindi Holy Bible हाय बलवा करने वाली और अशुद्ध और अन्धेर से भरी हुई नगरी! पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) हाय बलवा करनेवाली और अशुद्ध और अन्धेर से भरी हुई नगरी! सरल हिन्दी बाइबल उस शहर पर हाय, जो दुःख देनेवाला विद्रोही और गंदा है! इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 हाय बलवा करनेवाली और अशुद्ध और अंधेर से भरी हुई नगरी! |
अत: इस्राएल का पवित्र परमेश्वर यों कहता है: “तुमने मेरे संदेश को तुच्छ समझा; तुम अत्याचार और कुटिलता पर भरोसा करते हो, तुम अत्याचार और कुटिलता का सहारा लेते हो;
स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु का यह अंगूर-उद्यान इस्राएल वंश है। यहूदा प्रदेश के निवासी प्रभु के सुन्दर पौधे हैं। प्रभु ने उनसे न्याय की आशा की, पर उसे देखने को मिला: रक्त पात। प्रभु ने उनसे धार्मिकता की आशा की, पर उसे सुनने को मिला: गरीबों का करुण- क्रंदन!
हमने प्रभु को अस्वीकार किया; उसके प्रति अपराध किया; अपने परमेश्वर का अनुसरण करना छोड़ दिया, उससे अपना मुंह फेर लिया। हमने अत्याचार और विरोध की बातें कहीं, हमने मन में झूठी बातें गढ़ीं, और उनको अपने मुंह से निकाला भी।
उनके जालों से कपड़ा नहीं बनेगा; जो वे बुनते हैं, उनसे मनुष्य अपने शरीर को ढक नहीं सकता। उनके काम केवल दुष्कर्म हैं, उनके हाथों से सिर्फ हिंसा के काम होते हैं।
किन्तु तेरी आंखें किस लिए हैं? तेरे पास हृदय है ... पर किस लिए? अन्याय से लाभ कमाने के लिए, निर्दोष की हत्या करने के लिए, जनता पर अत्याचार और दमन करने के लिए?’
स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है, ‘यरूशलेम की घेराबन्दी करने के लिए पेड़-पौधों को काट डालो, और मोर्चा बनाओ। इस पापी नगर को दण्ड अवश्य मिलना चाहिए। इस नगर में अत्याचार, बस अत्याचार ही दिखाई देता है।
जैसे कुंए में ताजा पानी भरता रहता है, वैसे ही यह नगर नित्य नए दुष्कर्म करता है। हिंसा और विनाश की चीख-पुकार इस नगर में सदा सुनाई पड़ती है। बीमारी और घावों के दृश्य सदा मेरे सम्मुख उपस्थित रहते हैं।
‘देश के साधारण-जन भी शोषण-अन्याय करते और चोरी-डकैती करते हैं। उन्होंने गरीबों और दीन-दरिद्रों पर अत्याचार किया है। उन्होंने प्रवासियों को अन्यायपूर्वक लूटा है।
तेरे निवासी अपने माता-पिता का आदर नहीं करते। तुझ में अस्थायी रूप से प्रवास करनेवाले विदेशियों पर अत्याचार होता है। अनाथ बच्चों और विधवाओं को न्याय नहीं मिलता है।
तेरे साथ क्यों ऐसा व्यवहार किया जाएगा? क्योंकि तूने अन्य राष्ट्रों के साथ व्यभिचार किया है, और उनकी मूर्तियों से स्वयं को भ्रष्ट किया है। तेरी कामुकता और वेश्यावृत्ति के कारण ही तेरे साथ यह व्यवहार किया जाएगा।
तत्पश्चात् वह उसके मल तथा परों को वेदी के पूर्व दिशा में, राख डालने के स्थान में, फेंक देगा।
असीरिया देश के गढ़ों में, मिस्र देश के किलों में यह घोषणा सुनाओ: ‘सामरी पहाड़ियों पर एकत्र हो, और वहाँ से सामरी राज्य के भीतर अशान्ति का नजारा देखो, अत्याचार और दमन के दृश्य देखो।’
ओ सामरी राज्य की समृद्ध नारियो! ओ सामरी पहाड़ की महिलाओ! यह सन्देश सुनो! तुम गरीबों का दमन करती हो, तुम दरिद्रों को रौंदती हो। तुम अपने पतियों को आदेश देती हो : ‘शराब लाओ, ताकि हम पीएं।’
वे पराए खेतों का लालच करते हैं, और उन्हें हड़प लेते हैं; वे दूसरे के मकानों की लालसा करते हैं, और उन्हें हथिया लेते हैं। वे पड़ोसी और उसके परिवार पर अत्याचार करते हैं, वे अन्य व्यक्ति और उसकी पैतृक सम्पत्ति का शोषण करते हैं।
विधवा, अनाथ, विदेशी यात्री और गरीब पर अत्याचार न करे। तुम में से कोई भी व्यक्ति अपने भाई-बन्धु के प्रति अपने हृदय में बुराई की कल्पना भी न करे।”
स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है, ‘तब मैं अदालत में तुम्हारे सम्मुख उपस्थित होऊंगा। मैं इन सब लोगों के विरुद्ध तुरन्त साक्षी दूंगा: झाड़-फूंक करनेवाले ओझा, व्यभिचारी, झूठी शपथ खानेवाले, मजदूर की मजदूरी दबानेवाले, विधवाओं और अनाथों पर अत्याचार करनेवाले, प्रवासी के अधिकारों को छीननेवाले और मुझसे न डरनेवाले।