सपन्याह 3:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)2 वह किसी की बात पर ध्यान नहीं देती, वह ताड़ना पाने पर भी नहीं सुधरी। वह प्रभु पर भरोसा नहीं करती। वह परमेश्वर की आराधना के लिए उसके मन्दिर में नहीं आती। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल2 तुम्हारे लोग मेरी एक नहीं सुनते! वे मेरी शिक्षा को स्वीकार नहीं करते। यरूशलेम यहोवा में विश्वास नहीं रखता। यरूशलेम अपने परमेश्वर तक को नहीं जानती। अध्याय देखेंHindi Holy Bible2 उसने मेरी नहीं सुनी, उसने ताड़ना से भी नहीं माना, उसने यहोवा पर भरोसा नहीं रखा, वह अपने परमेश्वर के समीप नहीं आई॥ अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)2 उसने मेरी नहीं सुनी, उस ने ताड़ना से भी नहीं माना, उसने यहोवा पर भरोसा नहीं रखा, वह अपने परमेश्वर के समीप नहीं आई। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल2 वह न तो किसी की बात को मानता है. और न ही किसी के सुझाव को स्वीकार करता है. वह याहवेह पर भरोसा नहीं करता, वह अपने परमेश्वर के पास नहीं जाता. अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 20192 उसने मेरी नहीं सुनी, उसने ताड़ना से भी नहीं माना, उसने यहोवा पर भरोसा नहीं रखा, वह अपने परमेश्वर के समीप नहीं आई। अध्याय देखें |
ओ इस्राएलियो, धिक्कार है तुम्हें! तुम मिस्र-देश से सहायता मांगने जाते हो; तुम उसकी अश्व-शक्ति का सहारा लेते हो। तुम्हें उसके रथों पर भरोसा है; क्योंकि उसके पास असंख्य रथ हैं। तुम्हें उसके घुड़सवारों पर विश्वास है; क्योंकि वे बहुत बलवान हैं। ओ इस्राएलियो, धिक्कार है तुम्हें! तुम इस्राएल के पवित्र परमेश्वर की ओर सहायता के लिए नहीं देखते; तुम प्रभु का मार्गदर्शन नहीं खोजते।
अत: मैं, इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु परमेश्वर, यों कहता हूं : जिन विपत्तियों की घोषणा मैंने की थी, वे सब मैं यहूदा प्रदेश की जनता और यरूशलेम के निवासियों पर ला रहा हूं। मैंने इन लोगों को अपना सन्देश सुनाया था, लेकिन इन्होंने नहीं सुना। मैंने इन को पुकारा, किन्तु इन्होंने मेरी पुकार का उत्तर नहीं दिया।’