30 तेरे साथ क्यों ऐसा व्यवहार किया जाएगा? क्योंकि तूने अन्य राष्ट्रों के साथ व्यभिचार किया है, और उनकी मूर्तियों से स्वयं को भ्रष्ट किया है। तेरी कामुकता और वेश्यावृत्ति के कारण ही तेरे साथ यह व्यवहार किया जाएगा।
30 तुमने वे बुरे काम तब किये जब तुमने मुझे उन अन्य राष्ट्रों का पीछा करने के लिये छोड़ा था। तुमने वे बुरे काम तब किये जब तुमने उनकी गन्दी देवमूर्तियों की पूजा करनी आरम्भ की।
तुम्हारे ये बचे हुए लोग उन राष्ट्रों में मुझे स्मरण करेंगे, जहाँ वे बन्दी बनकर निष्कासित हुए थे। वे याद करेंगे कि मैंने उनको दण्ड दिया था, क्योंकि उन दिनों में उनके हृदय की निष्ठा मेरे प्रति नहीं रही थी। और उन्होंने मेरी ओर से आंखें हटा ली थीं, और उन्होंने अन्य देवताओं की मूर्तियों पर कामनापूर्ण दृष्टि की थी। वे यह अनुभव कर अपने घृणित कार्यों के लिए स्वयं अपनी दृष्टि में घृणित ठहरेंगे, और कहेंगे कि उन्होंने कितने दुष्कर्म किये हैं।
ओहोला ने उन सब सैनिकों के साथ व्यभिचार किया। ये असीरिया देश के परमवीर सैनिक थे। ओहोला उन पर मोहित हो गई, और उनकी मूर्तियों से स्वयं को अशुद्ध कर लिया।
ऐसा न हो कि तू उस देश के निवासियों से सन्धि करे। ऐसा न हो कि जब वे अपने देवताओं का अनुगमन करें और यों वेश्या के सदृश व्यवहार करें, अपने देवताओं को बलि चढ़ाएँ और कोई तुझे निमन्त्रित करे तब तू उसकी बलि का मांस खाए।