मैं आपके नाम को समस्त पीढ़ियों में स्मरणीय बनाऊंगा; जातियां युग-युगांत आपकी स्तुति करती रहेंगी।
श्रेष्ठगीत 5:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘मेरे प्रियतम में तेज है, उसमें लालिमा है। वह हजारों में एक है। पवित्र बाइबल मेरा प्रियतम गौरवर्ण और तेजस्वी है। वह दसियों हजार पुरुषों में सर्वोत्तम है। Hindi Holy Bible मेरा प्रेमी गोरा और लाल सा है, वह दस हजार में उत्तम है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मेरा प्रेमी गोरा और लाल सा है, वह दस हज़ार में उत्तम है। सरल हिन्दी बाइबल मेरा प्रेमी तेजवान और लाल है, वह तो दस हज़ारों में सिर्फ एक है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मेरा प्रेमी गोरा और लाल सा है, वह दस हजारों में उत्तम है। |
मैं आपके नाम को समस्त पीढ़ियों में स्मरणीय बनाऊंगा; जातियां युग-युगांत आपकी स्तुति करती रहेंगी।
आप पुरुषों में सर्वसुन्दर हैं। आपके ओंठों से माधुर्य टपकता है। अत: परमेश्वर ने युग-युगांत आपको आशिष दी है।
असीरिया राष्ट्र की आत्मा और शरीर, उसके सघन वन की वनोपज और उसकी शस्य-श्यामल उपजाऊ भूमि, दोनों को प्रभु नष्ट करेगा। असीरिया कमजोर राष्ट्र हो जाएगा, जैसे रोगी रोग से कमजोर हो जाता है।
अत: पूर्व से पश्चिम तक लोग प्रभु के नाम से, उसके तेज से डरेंगे; क्योंकि वह उमड़ते हुए जल-प्रवाह के सदृश आएगा, जिसको प्रभु का आत्मा बहाएगा।
मैं उनके मध्य एक चिह्न स्थापित करूंगा। मैं उनमें से अपने बचे हुए लोगों को अनेक राष्ट्रों में तथा उन सुदूर राष्ट्रों में भेजूंगा जिन्होंने न मेरा नाम सुना है, और न मेरी महिमा के दर्शन किए हैं : तर्शीश, धनुर्धारी पूत और लूद, तूबल और यवन; उन राष्ट्रों में वे मेरी महिमा प्रकट करेंगे।’
मेरे लोगों की नगरी के तरुण हिम से अधिक निर्मल थे, दूध से अधिक उज्ज्वल थे उनकी देह मूंगे से अधिक लाल थी; उनका रूप नीलम जैसा सुन्दर था।
महान पूर्वज उन्हीं के हैं और शरीर के नाते मसीह उन्हीं में से हैं। परम प्रधान परमेश्वर की युगानुयुग स्तुति हो! आमेन!
हमारी “चट्टान” के सदृश उनकी चट्टान नहीं है, चाहे हमारे शत्रु हमारे न्यायकर्ता क्यों न हों!
मसीह देह अर्थात् कलीसिया का शीर्ष हैं। वही मूल कारण हैं और मृतकों में से प्रथम जी उठने वाले भी, इसलिए वह सभी बातों में सर्वश्रेष्ठ हैं।
परमेश्वर, जिसके कारण और जिसके द्वारा सब कुछ होता है, बहुत-से पुत्र-पुत्रियों को महिमा तक ले जाना चाहता था। इसलिए यह उचित था कि वह उन सब की मुक्ति के प्रवर्तक को, अर्थात् येशु को दु:खभोग द्वारा पूर्ण सिद्ध बनाए।
यह उचित ही था कि हमें इस प्रकार के महापुरोहित मिलें, जो पवित्र, निर्दोष, निष्कलंक, पापियों से सर्वथा भिन्न और स्वर्ग से भी उच्चतर हों।
अत: यिशय ने किसी को भेजा और उस पुत्र को भीतर बुलाया। उससे किशोरावस्था की ललाई झलकती थी। उसकी आँखें आकर्षक थीं। वह देखने में सुन्दर था। प्रभु ने शमूएल से कहा, ‘उठ! इसे अभिषिक्त कर। यह वही है।’