भूडोल के पश्चात् आग धधकने लगी। पर प्रभु आग में नहीं था। आग के पश्चात् एक शान्त मद्धिम स्वर सुनाई दिया।
व्यवस्थाविवरण 4:15 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘तुम अत्यन्त सावधान रहना; क्योंकि जिस दिन प्रभु ने होरेब पर्वत पर अग्नि के मध्य में से तुमसे वार्तालाप किया था, तब तुमने कोई आकृति नहीं देखी थी। पवित्र बाइबल “उस दिन यहोवा ने होरेब पर्वत की आग से तुमसे बातें कीं। तुमने उसको किसी शारीरिक रूप में नहीं देखा। Hindi Holy Bible इसलिये तुम अपने विषय में बहुत सावधान रहना। क्योंकि जब यहोवा ने तुम से होरेब पर्वत पर आग के बीच में से बातें की तब तुम को कोई रूप न देख पड़ा, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “इसलिये तुम अपने विषय में बहुत सावधान रहना। क्योंकि जब यहोवा ने तुम से होरेब पर्वत पर आग के बीच में से बातें कीं तब तुम को कोई रूप न दिखाई पड़ा, सरल हिन्दी बाइबल इसलिये बहुत सावधान रहो, क्योंकि जिस दिन होरेब पर्वत पर याहवेह आग के बीच से तुमसे अभिमुख हुए थे. तुम्हें उनका कोई भी स्वरूप दिखाई नहीं दिया था, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “इसलिए तुम अपने विषय में बहुत सावधान रहना। क्योंकि जब यहोवा ने तुम से होरेब पर्वत पर आग के बीच में से बातें की, तब तुम को कोई रूप न दिखाई पड़ा, (रोम. 1:23) |
भूडोल के पश्चात् आग धधकने लगी। पर प्रभु आग में नहीं था। आग के पश्चात् एक शान्त मद्धिम स्वर सुनाई दिया।
इस्राएली लोग मिस्र देश से निकलने के ठीक तीन महीने के पश्चात् सीनय के निर्जन प्रदेश में आए।
‘तू अपने लिए कोई मूर्ति न बनाना और न किसी प्राणी अथवा वस्तु की आकृति बनाना, जो ऊपर आकाश में अथवा नीचे धरती पर या धरती के नीचे जल में है।
प्रभु ने यह कहा है: यदि तुम अपना जीवन बचाना चाहते हो तो मेरी बात पर ध्यान दो। विश्राम दिवस पर किसी प्रकार का बोझ मत उठाओ, और न ही उसको ढोते हुए यरूशलेम के प्रवेश-द्वारों से गुजरो।
क्या प्रभु ने पति और पत्नी को एक हो जाने के लिए नहीं बनाया? तो क्या आत्मा इस में सम्मिलित नहीं है? और पति-पत्नी के एक होने का क्या उद्देश्य है? यही कि वे धर्मपरायण सन्तान उत्पन्न करें। अत: अपने प्रति सावधान रहो। कोई भी पति अपनी युवावस्था की पत्नी के प्रति विश्वासघात न करे।
प्रभु ने प्रथम लेख के समान, दस आज्ञाएं पट्टियों पर लिख दीं, जो उसने सभा के दिन पहाड़ पर अग्नि के मध्य से तुमसे कही थीं। उसके बाद प्रभु ने उनको मुझे दे दिया।
तत्पश्चात् प्रभु अग्नि के मध्य में से तुमसे बोला था। तुमने उसके शब्दों का स्वर तो सुना था, पर कोई आकृति नहीं देखी थी। केवल स्वर सुनाई दिया था।
प्रभु ने उस समय मुझे आज्ञा दी थी कि मैं तुम्हें संविधि और न्याय-सिद्धान्त सिखाऊं, जिससे तुम उनके अनुसार उस देश में आचरण कर सको जिसको तुम अपने अधिकार में करने के लिए वहां प्रवेश कर रहे हो।
तुम सावधान रहना। ऐसा न हो कि तुम अपने प्रभु परमेश्वर के विधान को, जिसे उसने तुम्हारे साथ स्थापित किया है, भूल जाओ, और किसी की आकृति के अनुरूप कोई मूर्ति बनाओ, जिसको तुम्हारे प्रभु परमेश्वर ने मना किया है,
उसने तुझे ताड़ित करने के लिए आकाश से अपनी वाणी सुनाई थी, और पृथ्वी पर अपनी महान् अग्नि दिखाई थी। तूने स्वयं अग्नि के मध्य से उसके वचन सुने थे।
‘तुम सावधान रहना! अपने प्रति सतर्क रहना! ऐसा न हो कि जो बातें तुम्हारी आंखों ने देखी हैं, उनको तुम भूल जाओ। ऐसा न हो कि वे जीवन भर के लिए तुम्हारे हृदय से दूर हो जाएं। वरन् तुम उन्हें अपने पुत्र-पुत्रियों और पौत्र-पौत्रियों को बताना।
‘तू अपने लिए कोई मूर्ति न बनाना और न किसी प्राणी अथवा वस्तु की आकृति बनाना, जो ऊपर आकाश में, अथवा नीचे धरती पर या धरती के नीचे जल में है।
प्रभु ने मुझे अपने हाथ से लिखी हुई पत्थर की दो पट्टियाँ दीं। उन पर प्रभु के वे सब वचन लिखे हुए थे, जो उसने सभा के दिन पहाड़ पर अग्नि के मध्य से तुमसे कहे थे।
यह पुत्र, परमेश्वर की महिमा का प्रतिबिम्ब और उसके तत्व का प्रतिरूप है। यह पुत्र अपने शक्तिशाली शब्द द्वारा समस्त सृष्टि को बनाये रखता है। उसने मनुष्यों को पापों से शुद्ध किया और वह उच्च स्वर्ग में महामहिम परमेश्वर की दाहिनी ओर विराजमान हुआ।