दाऊद ने अपनी पत्नी बतशेबा को सान्त्वना दी। तब दाऊद उसके पास गया। उसने उसके साथ सहवास किया। फलत: बतशेबा ने एक पुत्र को जन्म दिया। दाऊद ने उसका नाम सुलेमान रखा। प्रभु ने बालक से प्रेम किया
व्यवस्थाविवरण 33:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मूसा ने बिन्यामिन कुल के विषय में यह कहा, ‘यह प्रभु का प्रियजन है। यह प्रभु के पास निरापद निवास करता है। प्रभु इसको दिन भर घेरे रहता है। वह इसकी दोनों पहाड़ियों के मध्य निवास करता है।’ पवित्र बाइबल बिन्यामीन के विषय में मूसा ने कहाः “यहोवा का प्यारा उसके साथ सुरक्षित होगा। यहोवा अपने प्रिय की रक्षा करता सारे दिन, और बिन्यामीन की भूमि पर यहोवा रहता।” Hindi Holy Bible फिर उसने बिन्यामीन के विषय में कहा, यहोवा का वह प्रिय जन, उसके पास निडर वास करेगा; और वह दिन भर उस पर छाया करेगा, और वह उसके कन्धों के बीच रहा करता है॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर उसने बिन्यामीन के विषय में कहा, “यहोवा का वह प्रिय जन, उसके पास निडर वास करेगा; और वह दिन भर उस पर छाया करेगा, और वह उसके कन्धों के बीच रहा करता है।” सरल हिन्दी बाइबल बिन्यामिन के विषय में मोशेह ने कहा: “याहवेह का प्रिय, यह गोत्र उनके द्वारा दी गई सुरक्षा में रहता रहे, याहवेह उसे हमेशा सुरक्षा प्रदान करते रहते हैं, मानो वे याहवेह के दोनों कांधों के बीच सुरक्षित हैं.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर उसने बिन्यामीन के विषय में कहा, “यहोवा का वह प्रिय जन, उसके पास निडर वास करेगा; और वह दिन भर उस पर छाया करेगा, और वह उसके कंधों के बीच रहा करता है।” (2 थिस्स. 2:13) |
दाऊद ने अपनी पत्नी बतशेबा को सान्त्वना दी। तब दाऊद उसके पास गया। उसने उसके साथ सहवास किया। फलत: बतशेबा ने एक पुत्र को जन्म दिया। दाऊद ने उसका नाम सुलेमान रखा। प्रभु ने बालक से प्रेम किया
और उसने अपना यह प्रेमभाव नबी नातान के द्वारा प्रकट किया। नातान ने प्रभु के वचन के अनुसार उसका नाम यदीद्याह रखा।
सुलेमान का पुत्र रहबआम यरूशलेम नगर में आया। उसने यहूदा कुल तथा बिन्यामिन कुल के पुरुषों को एकत्र किया। ये एक लाख अस्सी हजार चुने हुए योद्धा थे। रहबआम इस्राएल कुल के लोगों से युद्ध कर अपना राज्य वापस लेना चाहता था।
रहबआम यरूशलेम नगर में आया। उसने यहूदा कुल और बिन्यामिन कुल के पुरुषों को एकत्र किया। वे एक लाख अस्सी हजार चुने हुए योद्धा थे। रहबआम इस्राएली लोगों से युद्ध कर अपना राज्य वापस लेना चाहता था।
और वह राजा आसा से मिलने के लिए गया। अजर्याह ने उससे कहा, ‘महाराज आसा, यहूदा और बिन्यामिन भूमि-क्षेत्रों के निवासियो, मेरी बात सुनो। ‘जब तुम प्रभु के साथ रहोगे तब वह तुम्हारे साथ रहेगा; जब तुम उसको खोजोगे तब वह तुम्हें मिलेगा। किन्तु यदि तुम उसको त्याग दोगे तो वह तुम्हें भी त्याग देगा!
‘यह युग-युगान्त मेरा विश्राम स्थल होगा; यहां मैं रहूंगा; क्योंकि मैंने इसकी इच्छा की है।
वह तुझे अपने पंखों से घेर लेगा, तू उसके चरणों में शरण पाएगा; उसकी सच्चाई ही ढाल और झिलम हैं।
तू उरावरण के कंधों पर दोनों मणियाँ जड़ देना। ये इस्राएल के पुत्रों की स्मृति-मणि होंगी। हारून अपने कंधों पर उनके नाम प्रभु के सम्मुख स्मृति के लिए धारण करेगा।
सनहेरिब के सम्बन्ध में मेरा यह वचन है: ‘ओ सनहेरिब, यरूशलेम की कुंवारी बेटी, तुझे तुच्छ समझती है, वह तेरा मजाक उड़ाती है, तेरे पीठ पीछे यरूशलेम की कन्या मुंह बिचकाती है।
मैंने अपने शब्द तेरे मुंह में रखे हैं; मैंने अपने हाथ की छाया में तुझे छिपाकर रखा है। मैंने ही आकाश को फैलाया है, मैंने ही पृथ्वी की नींव डाली है। मैं सियोन से यह कहता हूं : “तू ही मेरी प्रजा है।” ’
‘ओ यिर्मयाह, मैंने अपना घर त्याग दिया: अपनी मीरास को छोड़ दिया। मैंने अपनी प्राण-प्रिय प्रेमिका को शत्रुओं के हाथों में सौंप दिया।
“ओ यरूशलेम नगरी! यरूशलेम नगरी! तू नबियों की हत्या करती है और अपने पास भेजे हुए संदेश-वाहकों को पत्थरों से मार डालती है। मैंने कितनी बार चाहा कि तेरी सन्तान को वैसे ही एकत्र कर लूँ, जैसे मुर्गी अपने बच्चों को अपने पंखों के नीचे एकत्र कर लेती है, परन्तु तूने मुझे यह करने नहीं दिया।
जब तुम यर्दन नदी को पार कर लोगे, और उस देश में बस जाओगे, जो पैतृक अधिकार के लिए तुम्हारा प्रभु परमेश्वर तुम्हें दे रहा है, जब वह तुम्हारे चहुंओर के शत्रुओं से तुम्हें विश्राम देगा कि तुम सुरक्षित रूप से निवास कर सको,
जैसे गरुड़ अपने घोंसले की चौकसी करता है, अपने बच्चों के ऊपर मंडराता है, अपने पंख फैलाकर उनको पकड़ता है, उनको अपने परों पर उठा लेता है,
हे प्रभु, उसकी योग्यता को आशिषमय कर, उसके सेवा-कार्यों को स्वीकार कर। उसके बैरियों की, उससे घृणा करनेवालों की कमर तोड़ दे कि वे फिर उठ न सकें।’
उसने तेरे पूर्वजों से प्रेम किया था, इसलिए उसने उनके पश्चात् उनके वंशजों को चुना, और अपनी उपस्थिति से, अपने महान् सामर्थ्य से वह तुझे मिस्र देश से निकाल लाया
बिन्यामिन के वंशजों ने यरूशलेम में रहनेवाली यबूसी जाति को नहीं निकाला। इसलिए यबूसी जाति के लोग बिन्यामिन के वंशजों के साथ यरूशलेम नगर में आज भी रहते हैं।
शमूएल ने इस्राएल के सब कुलों को प्रभु के सम्मुख प्रस्तुत किया। तब चिट्ठी बिन्यामिन कुल के नाम पर निकली।