यह भवन मलबा का ढेर हो जाएगा। यहां से गुजरने वाले राहगीर आश्चर्य करेंगे। वे दांत तले अंगुली दबाकर पूछेंगे, “प्रभु ने इस देश तथा इस भवन के साथ यह व्यवहार क्यों किया?”
लैव्यव्यवस्था 26:32 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं तुम्हारे देश को इतना निर्जन कर दूंगा कि उसमें बसने वाले तुम्हारे शत्रु आश्चर्य करेंगे। पवित्र बाइबल मैं तुम्हारे देश को इतना खाली कर दूँगा की तुम्हारे शत्रु तक जो इसमें रहने आएंगे, वे इस पर चकित होंगे। Hindi Holy Bible और मैं तुम्हारे देश को सूना कर दूंगा, और तुम्हारे शत्रु जो उस में रहते हैं वे इन बातों के कारण चकित होंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और मैं तुम्हारे देश को सूना कर दूँगा, और तुम्हारे शत्रु जो उसमें रहते हैं वे इन बातों के कारण चकित होंगे। नवीन हिंदी बाइबल मैं तुम्हारे देश को उजाड़ बना दूँगा, और तुम्हारे शत्रु जो उसमें रहते हैं, इस बात से चकित होंगे। सरल हिन्दी बाइबल मैं तुम्हारे नगरों को सूना बना दूंगा जिससे कि तुम्हारे शत्रु जो वहां बसने आएंगे, इसे देख भयभीत हो जाएंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और मैं तुम्हारे देश को सूना कर दूँगा, और तुम्हारे शत्रु जो उसमें रहते हैं वे इन बातों के कारण चकित होंगे। |
यह भवन मलबा का ढेर हो जाएगा। यहां से गुजरने वाले राहगीर आश्चर्य करेंगे। वे दांत तले अंगुली दबाकर पूछेंगे, “प्रभु ने इस देश तथा इस भवन के साथ यह व्यवहार क्यों किया?”
देखो, प्रभु पृथ्वी को निर्जन और उजाड़ बना देगा; वह उसकी सतह को उलट देगा, और उस पर रहनेवालों को तितर-बितर कर देगा।
मैं उसको उजाड़ दूंगा; मैं उसको नहीं छांटूंगा, और न कुदाली से खोदकर उसको निराऊंगा। तब उसमें कंटीले झाड़-झंखाड़ उग आएंगे। मैं बादलों को भी आदेश दूंगा, कि वे उस पर पानी न बरसाएँ।
स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने मेरे कानों में यह कहा : ‘निस्सन्देह अनेक घर उजड़ जाएंगे, विशाल और सुन्दर भवन निर्जन हो जाएंगे।
मैंने पूछा, ‘स्वामी, यह स्थिति कब तक रहेगी?’ प्रभु ने कहा, ‘जब तक नगर उजड़ कर निर्जन न बन जाएं; जब तक मकान सुनसान न हो जाएं; जब तक खेत पूर्णत: उजड़ न जाएं।
उन्होंने उसको उजाड़ दिया; वह उजड़ कर मुझसे अपना रोना रो रहा है। सारा देश ही उजड़ गया है, परन्तु किसी के हृदय में इसका दु:ख नहीं है।
अत: उन का देश उजाड़ हो गया, उसको देखकर अन्य राष्ट्रों के लोग सदा व्याकुल रहेंगे। उससे गुजरनेवाला राहगीर आश्चर्य करता है, और सिर हिलाता है।
यह नगर एक आतंकपूर्ण नगर बन जाएगा, जिस से लोग व्याकुल होंगे। यहां से गुजरनेवाले राहगीर इसके विनाश को देखकर डर से कांप उठेंगे; वे चकित होंगे और घबरा जाएंगे।
यह सारा देश उजाड़ और खण्डहर हो जाएगा, और इस के आसपास रहनेवाली जातियां भी सत्तर वर्ष तक बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर की गुलामी करेंगे।”
तब प्रभु ने यरूशलेम नगर, तथा यहूदा प्रदेश के नगरों को, उसके राजाओं और सामन्तों को नष्ट कर दिया। ये नगर उजाड़ और खण्डहर हो गए, और आज के दिन तक वे शापग्रस्त हैं। अन्य जाति के लोग उनको देखकर व्याकुल हो जाते हैं।)
जैसे युवा सिंह अपनी गुफा से बाहर निकलता है, वैसे ही प्रभु निकला है। उसकी क्रोधाग्नि से सारा देश उजाड़ हो गया है, अत्याचारी की तलवार ने उसको नष्ट कर दिया है।’
प्रभु यों कहता है : ‘इस स्थान में, जिसके विषय में तुम कहते हो कि यह निर्जन है, यहां मनुष्य और पशु भी नहीं रहते; यहूदा प्रदेश के नगरों में, उजाड़ पड़ी यरूशलेम की गलियों में जहां मनुष्य, पशु, और नागरिक दिखाई नहीं देते,
‘स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु, इस्राएल का परमेश्वर यों कहता है: जो विपत्तियां मैं यरूशलेम नगर तथा यहूदा प्रदेश के सब नगरों के रहनेवालों पर ढाह चुका हूं, वे तुमने देखी हैं। आज वे स्थान उजाड़ पड़े हैं, और वहां कोई नहीं रहता है।
सुनो, यह असहनीय था; प्रभु और अधिक तुम्हारे इस दुष्कर्म को, इस घृणास्पद कार्य को सह नहीं सका। उसने तुम्हारे देश को उजाड़ दिया। तुम्हारा देश निर्जन और सुनसान हो गया। वह शापित हो गया और बर्बाद हो गया, जैसा वह आज तक है।
प्रभु कहता है, ‘मैं यरूशलेम को खण्डहरों का ढेर और गीदड़ों की मांद बना दूंगा। मैं यहूदा प्रदेश के नगरों को उजाड़ दूंगा, वे निर्जन हो जाएंगे।’
संसार के राजा और पृथ्वी के निवासी यह विश्वास नहीं करते थे कि बैरी अथवा शत्रु यरूशलेम के द्वारों से प्रवेश कर सकेंगे।
जब मैं तुझको क्रोध, कोप और रोषपूर्ण चेतावनी के साथ दण्ड दूंगा, तब तू सब राष्ट्रों में घृणा, निन्दा, चेतावनी और अपमान का पात्र बन जाएगा। सुन, मैंने, तेरे प्रभु ने, यह कहा है।
हे मेरे परमेश्वर, मेरी प्रार्थना की ओर अपना कान लगा और उसको सुन। अपनी आंखों को खोल और हमारे विनाश पर दृष्टि कर। जो नगर तेरे नाम से पुकारा जाता है, उसको देख। प्रभु, अपनी धार्मिकता के कारण नहीं बल्कि तेरी महान दया पर भरोसा रखकर हम यह प्रार्थना, यह विनती तेरे सम्मुख प्रस्तुत कर रहे हैं।
उसके राज्य-काल के प्रथम वर्ष में मैं-दानिएल ने धर्मग्रन्थों में उल्लिखित उन वर्षों की संख्या की गणना कर ली, जिनके दौरान यरूशलेम नगर उजाड़ पड़ा रहेगा, जैसा प्रभु ने नबी यिर्मयाह के माध्यम से बताया था। यह संख्या थी सत्तर वर्ष।
यद्यपि अंजीर वृक्ष में फूल नहीं आए, अंगूर-लताओं में फल नहीं लगे, जैतून के फलों की फसल नहीं हुई, खेतों में भी अन्न नहीं उपजा, बाड़ों में भेड़-बकरी नहीं रही, और पशुशालाओं में गाय-बैल नहीं रहे,