सीमा-रेखा शपाम से आइन की पूर्वी दिशा में रिबलाह की ओर जाएगी। वहाँ से सीमा-रेखा नीचे की ओर उतरकर किन्नेरेत सागर के पूर्वीय तट पर पहुँचेगी।
लूका 5:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) एक दिन येशु गिनेसरेत की झील के किनारे खड़े थे। लोग परमेश्वर का वचन सुनने के लिए उन पर गिरे पड़ रहे थे। पवित्र बाइबल बात यूँ हुई कि भीड़ में लोग यीशु को चारों ओर से घेर कर जब परमेश्वर का वचन सुन रहे थे और वह गन्नेसरत नामक झील के किनारे खड़ा था। Hindi Holy Bible जब भीड़ उस पर गिरी पड़ती थी, और परमेश्वर का वचन सुनती थी, और वह गन्नेसरत की झील के किनारे पर खड़ा था, तो ऐसा हुआ। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब भीड़ परमेश्वर का वचन सुनने के लिये उस पर गिरी पड़ती थी, और वह गन्नेसरत की झील के किनारे पर खड़ा था, तो ऐसा हुआ नवीन हिंदी बाइबल फिर ऐसा हुआ कि जब यीशु गन्नेसरत की झील के किनारे खड़ा था और लोग परमेश्वर का वचन सुनने के लिए उस पर गिरे पड़ रहे थे, सरल हिन्दी बाइबल एक दिन प्रभु येशु गन्नेसरत झील के तट पर खड़े थे. वहां एक बड़ी भीड़ उनसे परमेश्वर का वचन सुनने के लिए उन पर गिर पड़ रही थी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब भीड़ उस पर गिरी पड़ती थी, और परमेश्वर का वचन सुनती थी, और वह गन्नेसरत की झील के किनारे पर खड़ा था, तो ऐसा हुआ। |
सीमा-रेखा शपाम से आइन की पूर्वी दिशा में रिबलाह की ओर जाएगी। वहाँ से सीमा-रेखा नीचे की ओर उतरकर किन्नेरेत सागर के पूर्वीय तट पर पहुँचेगी।
“योहन बपतिस्मादाता के समय से आज तक स्वर्गराज्य में बलपूर्वक प्रवेश हो रहा है, और बल प्रयोग करने वाले उस पर अधिकार कर रहे हैं;
भीड़ के दबाव से बचने के लिए येशु ने अपने शिष्यों से कहा कि वे उनके लिए एक नाव तैयार रखें;
येशु फिर झील के किनारे शिक्षा देने लगे और उनके पास इतनी भीड़ इकट्ठी हो गयी कि उन्हें झील में एक नाव में चढ़कर बैठना पड़ा और सारी भीड़ झील की ओर मुख किए भूमि पर रही।
येशु उसके साथ चले। एक बड़ी भीड़ उनके पीछे हो ली। लोग चारों ओर से उन पर गिरे पड़ रहे थे।
इतने में हजारों लोगों की भीड़ लग गई, यहाँ तक कि लोग एक दूसरे को कुचल रहे थे। तब येशु पहले अपने शिष्यों से कहने लगे, “फरीसियों के कपटरूपी खमीर से सावधान रहो।
उस समय उन्होंने झील के किनारे लगी दो नावों को देखा। मछुए उन पर से उतर कर जाल धो रहे थे।
एक दिन येशु अपने शिष्यों के साथ नाव पर चढ़े और उनसे बोले, “आओ, हम झील के उस पार चलें।” वे चल पड़े।
जब नाव चली जा रही थी तब येशु सो गये। इसी बीच झील में झंझावात उठा। नाव में पानी भरने लगा और वे संकट में पड़ गये।
तब भूत उस मनुष्य से निकल कर सूअरों में जा घुसे और वह झुण्ड ढाल पर से झील की ओर झपटा और डूब कर मर गया।
येशु ने कहा, “किसने मेरा स्पर्श किया?” सब के इन्कार करने पर पतरस बोला, “स्वामी, आप भीड़ से घिरे हैं! और लोग आप पर गिर पड़ रहे हैं।”
जो शिष्य योहन की बात सुन कर येशु के पीछे हो लिये थे, उन दोनों में एक सिमोन पतरस का भाई अन्द्रेयास था।
अराबाह क्षेत्र और यर्दन नदी भी, किन्नेरेत की झील से अराबाह के सागर (मृत सागर) तक, अर्थात् पूर्व दिशा में पिस्गाह के ढालों के नीचे तक सीमा बनाते थे।
आप लोग उन धर्मनेताओं की स्मृति कायम रखें, जिन्होंने आप को परमेश्वर का सन्देश सुनाया और उनके आचरण के सुखद परिणाम का मनन करते हुए उनके विश्वास का अनुकरण करें।
और यर्दन घाटी के पूर्व में, गलील की झील से मृत सागर के पूर्व में बेत-यशिमोत की ओर, और दक्षिण में पिस्गाह पर्वत के ढालू मैदान तक थी।
यर्दन नदी की घाटी में उनके क्षेत्र के भीतर बेतहारम, बेतनिमराह, सूक्कोत, और साफोन नगर तथा हेश्बोन के राजा सीहोन का शेष राज्य था। उत्तर में गलील की झील तक यर्दन नदी उनकी सीमा थी। वहाँ से सीमा-रेखा पूर्व की ओर मुड़ जाती थी।