जब वह बेबीलोन में बन्दी था, तब उसने अपने संकट में अपने प्रभु-परमेश्वर की कृपा के लिए विनती की। उसने अपने पूर्वजों के परमेश्वर के सम्मुख स्वयं को अत्यधिक विनम्र और दीन किया।
योना 2:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उसने कहा : ‘हे प्रभु, मैंने अपने संकट में तुझे पुकारा, और तूने मुझे उत्तर दिया। मैंने अधोलोक के उदर में तेरी दुहाई दी, और तूने निस्सन्देह मेरी पुकार सुनी। पवित्र बाइबल “मैं गहरी विपत्ति में था। मैंने यहोवा की दुहाई दी और उसने मुझको उत्तर दिया! मैं गहरी कब्र के बीच था हे यहोवा, मैंने तुझे पुकारा और तूने मेरी पुकार सुनी! Hindi Holy Bible मैं ने संकट में पड़े हुए यहोवा की दोहाई दी, और उसने मेरी सुन ली है; अधोलोक के उदर में से मैं चिल्ला उठा, और तू ने मेरी सुन ली। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “मैं ने संकट में पड़े हुए यहोवा की दोहाई दी, और उस ने मेरी सुन ली है; अधोलोक के उदर में से मैं चिल्ला उठा, और तू ने मेरी सुन ली। सरल हिन्दी बाइबल उसने कहा: “अपने संकट में मैंने याहवेह को पुकारा, और उन्होंने मुझे उत्तर दिया. मृत्युलोक की गहराई में से मैंने सहायता की याचना की, और आपने मेरी याचना सुन ली. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “मैंने संकट में पड़े हुए यहोवा की दुहाई दी, और उसने मेरी सुन ली है; अधोलोक के उदर में से मैं चिल्ला उठा, और तूने मेरी सुन ली। |
जब वह बेबीलोन में बन्दी था, तब उसने अपने संकट में अपने प्रभु-परमेश्वर की कृपा के लिए विनती की। उसने अपने पूर्वजों के परमेश्वर के सम्मुख स्वयं को अत्यधिक विनम्र और दीन किया।
मृत्यु के पाश ने मुझे लपेटा था; मृतक-लोक के फन्दों ने मुझे फंसा लिया था; मुझे संकट और शोक सहना पड़ा।
तूने मेरे प्राण को मृतक-लोक में नहीं छोड़ा, और न अपने भक्त को मृत्यु का ग्रास बनने दिया।
क्योंकि प्रभु ने पीड़ित व्यक्ति की पीड़ा का तिरस्कार नहीं किया, और न उसे घृणित ही समझा; उसने पीड़ित से अपना मुख नहीं छिपाया; किन्तु जब पीड़ित व्यक्ति ने प्रभु की दुहाई दी, तब उसने उसको सुना।
इस पीड़ित व्यक्ति ने प्रभु को पुकारा, और प्रभु ने उसकी प्रार्थना सुनी; प्रभु ने उसके सब संकटों से उसको बचाया।
हे मेरे संरक्षक परमेश्वर! मेरी पुकार का मुझे उत्तर दे! जब मैं संकट में था, तब तूने मेरी सहायता की। अब मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन।
जब मेरा हृदय डूबने लगता है, तब मैं पृथ्वी के सीमान्त से तुझ को पुकारता हूँ। मुझे ऊपर उठा और चट्टान पर बैठा, जो मेरी अपेक्षा ऊंची है;
तू मुझ पर अत्यधिक करुणा करता है। तूने मृतक-लोक के गर्त्त से मेरे प्राण को मुक्त किया है।
तू अधोलोक में जा रहा है, तुझसे मिलने को वहाँ हलचल मची है। अधोलोक तेरा अभिनन्दन करने के लिए मृतात्माओं को जगा रहा है; ये पृथ्वी के शासक थे। वह मृत राजाओं को उनके सिंहासन से उठा रहा है; ये भिन्न-भिन्न देश के राजा थे।
तब मैं अधोलोक के जानेवालों के समान तुझको भी गड्ढे में फेंक दूंगा। मैं तुझे प्राचीन युग के लोगों के पास उतार दूंगा। ओ सोर नगर, मैं प्राचीन काल के उजड़े हुए खण्डहरों के समान तुझे एक खण्डहर नगर बना दूंगा। तू अधोलोक में निवास करेगा। तू कभी आबाद नहीं होगा, और तेरी गणना फिर कभी जीवलोक में नहीं की जाएगी।
ओ देवदार, यह इसलिए होगा, ताकि जल के समीप रोपे गए वृक्ष बहुत ऊंचाई तक न बढ़ें, और न उसकी टहनियां बादलों से ढकें, और न वे वृक्ष, जिनको भरपूर जल मिलता है, बादलों की ऊंचाई के बराबर सिर उठाएं। क्योंकि घमण्ड के कारण वे मृत हो जाते हैं, मैं उनको मृत मनुष्यों के मध्य मृत्यु के हाथ में, अधोलोक में सौंप देता हूं। वे भी कबर में जानेवालों के समान मृत हो जाते हैं।
जिस प्रकार योना तीन दिन और तीन रात मच्छ के पेट में रहा, उसी प्रकार मानव-पुत्र भी तीन दिन और तीन रात पृथ्वी के गर्भ में रहेगा।
क्योंकि जो माँगता है, उसे मिलता है; जो ढूँढ़ता है, वह पाता है और जो खटखटाता है, उसके लिए द्वार खोला जाता है।
येशु प्राणपीड़ा में पड़ने के कारण और भी एकाग्र हो कर प्रार्थना करते रहे और उनका पसीना रक्त की बूंदों की तरह धरती पर टपकता रहा।]
क्योंकि तू मेरे प्राण को अधोलोक में नहीं छोड़ेगा, तू अपने पवित्रजन को कबर में गलने नहीं देगा।
मसीह ने इस पृथ्वी पर रहते समय पुकार-पुकार कर और आँसू बहा-बहा कर परमेश्वर से, जो उन्हें मृत्यु से बचा सकता था, प्रार्थना और अनुनय-विनय की। श्रद्धाभक्ति के कारण उनकी प्रार्थना सुनी गयी।
कृपया मुझे, अपनी सेविका को ओछी स्त्री मत समझिए। मैं अपने दु:ख और चिढ़ की अधिकता के कारण अब तक बात करती रही।’
दाऊद अत्यन्त संकट में था। उसके लोग उसे पत्थरों से मार डालने का विचार कर रहे थे। उनके हृदय में कटुता उत्पन्न हो गई थी; क्योंकि प्रत्येक सैनिक का पुत्र अथवा पुत्री बन्दी बना ली गई थी। दाऊद ने प्रभु परमेश्वर से साहस प्राप्त किया।