उन्होंने कहा, ‘हट जा।’ फिर वे बोले, ‘तू यहाँ प्रवास करने आया था, और अब न्याय करके न्यायाधीश बनना चाहता है। हम उनसे अधिक तेरे साथ बुरा व्यवहार करेंगे।’ उन्होंने लोट को धकेल दिया और दरवाजा तोड़ने के लिए समीप आए।
यूहन्ना 9:34 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उन्होंने उससे कहा, “तू तो बिलकुल पाप में जन्मा है और हमें सिखाता है?” और उन्होंने उसे बाहर निकाल दिया। पवित्र बाइबल उत्तर में उन्होंने कहा, “तू सदा से पापी रहा है। ठीक तब से जब से तू पैदा हुआ। और अब तू हमें पढ़ाने चला है?” और इस तरह यहूदी नेताओं ने उसे वहाँ से बाहर धकेल दिया। Hindi Holy Bible उन्होंने उस को उत्तर दिया, कि तू तो बिलकुल पापों में जन्मा है, तू हमें क्या सिखाता है? और उन्होंने उसे बाहर निकाल दिया॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उन्होंने उसको उत्तर दिया, “तू तो बिलकुल पापों में जन्मा है, तू हमें क्या सिखाता है?” और उन्होंने उसे बाहर निकाल दिया। नवीन हिंदी बाइबल इस पर उन्होंने उससे कहा, “तू तो पूर्ण रूप से पापों में जन्मा है, और क्या तू हमें सिखाता है?” और उन्होंने उसे बाहर निकाल दिया। सरल हिन्दी बाइबल यह सुन उन्होंने उस व्यक्ति से कहा, “तू! तू तो पूरी तरह से पाप में जन्मा है और हमें सिखाता है!” यह कहते हुए उन्होंने उसे यहूदी सभागृह से बाहर निकाल दिया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उन्होंने उसको उत्तर दिया, “तू तो बिलकुल पापों में जन्मा है, तू हमें क्या सिखाता है?” और उन्होंने उसे बाहर निकाल दिया। |
उन्होंने कहा, ‘हट जा।’ फिर वे बोले, ‘तू यहाँ प्रवास करने आया था, और अब न्याय करके न्यायाधीश बनना चाहता है। हम उनसे अधिक तेरे साथ बुरा व्यवहार करेंगे।’ उन्होंने लोट को धकेल दिया और दरवाजा तोड़ने के लिए समीप आए।
नबी यह बोल ही रहा था कि राजा अमस्याह ने उससे कहा, ‘तुझको किसने मेरा सलाहकार नियुक्त किया है? चुप रह! तू क्यों मरना चाहता है?’ नबी चुप हो गया; किन्तु उसने कहा, ‘मैं जानता हूं, परमेश्वर ने आपको नष्ट करने का निश्चय कर लिया है; क्योंकि आपने मेरी सलाह नहीं सुनी और मुझे चुप करा दिया।’
काश! अशुद्ध मनुष्यजाति में एक भी मनुष्य शुद्ध होता! पर नहीं, एक भी मनुष्य शुद्ध नहीं है।
तब क्या मनुष्य उसके सम्मुख धार्मिक सिद्ध हो सकता है? नारी से उत्पन्न मानव कदापि पवित्र नहीं हो सकता है!
वह बोला, ‘किसने आपको हमारे ऊपर मुखिया और न्यायाधीश नियुक्त किया है? क्या आप मुझे भी मार डालना चाहते हैं जैसे आपने मिस्र-निवासी को मार डाला था?’ मूसा डर गए। उन्होंने सोचा, ‘निस्संदेह, लोगों पर घटना का भेद खुल गया है।’
ज्ञान की हंसी उड़ानेवाले को निकाल दो, तो लड़ाई-झगड़ा भी दूर हो जाएगा; गाली-गलौज, वाद-विवाद शान्त हो जाएगा।
यदि तुझे ऐसा मनुष्य मिले, जो स्वयं को अपनी दृष्टि में बुद्धिमान मानता है, तो उस मनुष्य से अधिक मूर्ख का भविष्य उज्ज्वल है।
जो मनुष्य बार-बार डांटे जाने पर भी अपना हठ नहीं छोड़ता, उसका अचानक सर्वनाश होगा, और वह फिर नहीं सुधर सकेगा।
ये दूसरों से कहते हैं, “मुझ से दूर रह, मुझे स्पर्श मत कर; क्योंकि मैं तुझसे अधिक पवित्र हूं।” ऐसे लोग मेरी नाक में धुएँ की तरह घुटन पैदा करते हैं, ये निरंतर जलनेवाली आग हैं।
प्रभु के वचन से डरनेवाले लोगो, प्रभु का यह वचन सुनो : ‘तुम्हारे जाति-भाई जो तुमसे घृणा करते हैं, जो तुम्हें मेरे नाम के कारण सभागृह से बहिष्कृत करते हैं, और यह कहते हैं : “प्रभु की महिमा हो, कि हम भी तुम्हारे आनन्द को देखें।” तुम्हारे ये जाति-भाई ही लज्जित होंगे।
इस पर व्यवस्था के एक आचार्य ने येशु से कहा, “गुरुवर! आप ऐसी बातें कह कर हमारा भी अपमान करते हैं।”
क्योंकि जो अपने आप को बड़ा मानता है, वह छोटा किया जाएगा और जो अपने आप को छोटा मानता है, वह बड़ा किया जाएगा।”
मैं तुम से सच कहता हूँ : जो मनुष्य छोटे बालक की तरह परमेश्वर का राज्य ग्रहण नहीं करता, वह उस में कभी प्रवेश नहीं करेगा।”
धन्य हो तुम, जब मानव-पुत्र के कारण लोग तुम से बैर करेंगे, तुम्हारा बहिष्कार और अपमान करेंगे, और तुम्हारा नाम घृणित समझ कर निकाल देंगे!
पिता जिन्हें मुझ को सौंप देता है, वे सब मेरे पास आएँगे और जो मेरे पास आता है, मैं उसे कभी बाहर नहीं निकालूँगा;
तुम तो अपने पिता के कार्य कर रहे हो।” उन्होंने येशु से कहा, “हम व्यभिचार से पैदा नहीं हुए। हमारा एक ही पिता है और वह परमेश्वर है।”
उनके शिष्यों ने उनसे पूछा, “गुरुजी! किसने पाप किया था, इसने अथवा इसके माता-पिता ने, कि यह अन्धा जन्मा है?”
उसके माता-पिता ने यह इसलिए कहा कि वे धर्मगुरुओं से डरते थे। यहूदी धर्मगुरु यह तय कर चुके थे कि यदि कोई येशु को मसीह मानेगा, तो वह सभागृह से बहिष्कृत कर दिया जाएगा।
येशु ने सुना कि फरीसियों ने उसे बाहर निकाल दिया है; इसलिए मिलने पर उन्होंने उससे कहा, “क्या तुम मानव-पुत्र में विश्वास करते हो?”
हम सभी पहले उन विरोधियों में सम्मिलित थे, जब हम अपनी कुप्रवृत्तियों के वशीभूत हो कर अपने शरीर और मन की वासनाओं को तृप्त करते थे। हम दूसरों की तरह अपने स्वभाव के कारण परमेश्वर के कोप के पात्र थे।
और तुम, नवयुवको! धर्मवृद्धों की अधीनता स्वीकार करो। आप सब नम्रतापूर्वक एक दूसरे की सेवा के लिए कमर कस कर तैयार रहें; क्योंकि परमेश्वर घमण्डियों का विरोध करता है, किन्तु वह विनम्र लोगों पर दया करता है।
इसलिए मैं जब आऊंगा तो उसके आचरण की निन्दा करूँगा। वह न केवल हमारी बदनामी करता है, बल्कि वह स्वयं भाई-बहिनों का आतिथ्य-सत्कार करना नहीं चाहता और जो लोग ऐसा करना चाहते हैं, वह उन्हें रोकता और कलीसिया से उनका बहिष्कार करता है।
मैंने कलीसिया के नाम एक पत्र लिखा, किन्तु दियोत्रिफेस, जो वहाँ का नेता बनना चाहता है, हमारा अधिकार स्वीकार नहीं करता।
जिस पर वह छाप-पशु का नाम अथवा उसके नाम की संख्या-नहीं लगी है, वह लेन-देन नहीं कर सकता।