यिर्मयाह 47:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘प्रभु यों कहता है : देखो उत्तर दिशा में पानी चढ़ रहा है; और यह उमड़नेवाली बाढ़ में बदल जाएगा। बाढ़ की धाराएं समस्त देश में, देश के हर एक नगर में फैल जाएंगी। नगर और उसके निवासी उन में डूब जाएंगे! आदमी सहायता के लिए चिल्लाएंगे; देश के निवासी छाती पीट-पीटकर रोएंगे। पवित्र बाइबल यहोवा कहता है: “ध्यान दो, शत्रु के सैनिक उत्तर में एक साथ मोर्चा लगा रहे हैं। वे तटों को डूबाती तेज नदी की तरह आएंगे वे पूरे देश को बाढ़ सा ढक लेंगे। वे नगरों और उनमें रह रहे निवासियों को ढक लेंगे। उस देश का हर एक रहने वाला सहायता के लिये चिल्लाएगा। Hindi Holy Bible यहोवा यों कहता है कि देखो, उत्तर दिशा से उमण्डने वाली नदी देश को उस सब समेत जो उस में है, और निवासियों समेत नगर को डुबो लेगी। तब मनुष्य चिल्लाएंगे, वरन देश के सब रहने वाले हाय-हाय करेंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “यहोवा यों कहता है : देखो, उत्तर दिशा से उमण्डनेवाली नदी देश को उस सब समेत जो उसमें है, और निवासियों समेत नगर को डुबो लेगी। तब मनुष्य चिल्लाएँगे, वरन् देश के सब रहनेवाले हाय–हाय करेंगे। सरल हिन्दी बाइबल यह याहवेह का संदेश है: “यह देखना कि उत्तर से जल स्तर ऊंचा होने लगेगा; और यह बढ़कर प्रचंड प्रवाह में परिवर्तित हो जाएगा. यह संपूर्ण भूमि को आच्छादित कर लेगा वह सब भी जो भूमि के ऊपर है, नगर को तथा नगरवासियों को भी. पुरुष चिल्लायेंगे; तथा देश का हर एक निवासी विलाप करेगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “यहोवा यह कहता है कि देखो, उत्तर दिशा से उमड़नेवाली नदी देश को उस सब समेत जो उसमें है, और निवासियों समेत नगर को डुबो लेगी। तब मनुष्य चिल्लाएँगे, वरन् देश के सब रहनेवाले हाय-हाय करेंगे। |
नगर के प्रवेश-द्वार पर विलाप करो, नगरों में सहायता के लिए दुहाई दो। ओ पलिश्तियों, डर से मूर्च्छित हो जाओ। उत्तर दिशा से महाकाल की आंधी आ रही है! शत्रु सेना का एक भी सैनिक पीछे नहीं छूटेगा।
मोआब राज्य के चारों ओर, उसकी सीमाओं तक सहायता के लिए पुकार सुनाई दे रही है। उनके रोने का स्वर एगलइम और बएर-एलीम नगरों तक पहुँच गया है।
‘दर्शन की घाटी’ के विरुद्ध नबूवत : तुम्हें क्या हुआ कि तुम सबके सब मकान की छतों पर चढ़ गए?
मैं न्याय को मापदण्ड और धार्मिकता को साहुल बनाऊंगा! ओलों की वर्षा तुम्हारे असत्य के आश्रय-स्थल को बहा ले जाएगी, बाढ़ में तुम्हारा, झूठ का शरण-स्थान, डूब जाएगा।”
अत: पूर्व से पश्चिम तक लोग प्रभु के नाम से, उसके तेज से डरेंगे; क्योंकि वह उमड़ते हुए जल-प्रवाह के सदृश आएगा, जिसको प्रभु का आत्मा बहाएगा।
तब प्रभु ने मुझ से कहा, ‘उत्तर दिशा से संकट का एक बादल उठेगा, जो इस देश के निवासियों पर छा जाएगा।
विश्व के राष्ट्र तेरे विषय में सुन चुके हैं, कि तू भ्रष्ट हो चुकी है; तेरी चिल्लाहट से सारी पृथ्वी गूंज उठी है। एक योद्धा दूसरे योद्धा से टकरा रहा है; वे दोनों एक-साथ गिर रहे हैं।’
प्रभु ने नबी यिर्मयाह से कहा कि बेबीलोन का राजा नबूकदनेस्सर आ रहा है, और वह मिस्र देश पर आक्रमण करेगा।
मिस्र की कन्या की इज्जत लूट ली जाएगी, वह उत्तर दिशा की कौम के हाथ में सौंप दी जाएगी।’
‘मोआब कैसे टूटा पड़ा है! लोग कैसे छाती पीट-पीटकर रो रहे हैं! मोआब अपमान में डूबा हुआ कैसे मुंह छिपा रहा है! मोआब के आस-पास के राष्ट्र उसका मजाक उड़ा रहे हैं, मोआब उनकी दृष्टि में आतंक का कारण बन गया है।’
प्रभु यों कहता है: ‘देखो, उत्तर देश से एक कौम आ रही है। पृथ्वी के सीमांत से एक महाशक्तिशाली राष्ट्र की सेना इस देश पर चढ़ाई करने के लिए आ रही है।
शत्रु के घोड़ों की हिनहिनाहट दान क्षेत्र से सुनाई दे रही है; उनके शक्तिशाली अश्वों के फुर्राने से सारा देश कांप उठा है। शत्रु आ रहे हैं; वे भूमि की फसल को, और जो कुछ देश में है, उस सब को नगरों को, और नागरिकों को पूर्णत: नष्ट कर रहे हैं।’
सेनाएँ उसके सामने पूर्णत: नष्ट और छिन्न-भिन्न हो जाएँगी, हमारा “विधान का प्रमुख व्यक्ति’ भी उसकी बाढ़ में बह जाएगा।
वह जलप्रलय से अपने बैरियों का पूर्ण संहार करता है; वह महाअंधकार में अपने शत्रुओं को खदेड़ देता है।
क्योंकि जैसा धर्मग्रन्थ में कहा गया है, “पृथ्वी और उसमें जो कुछ है वह सब प्रभु का है।”
परन्तु यदि कोई आप से कहे, “यह देवता को चढ़ाया हुआ मांस है,” तो बतलाने वाले और अन्त:करण के कारण उसे मत खाइए।
धनवानो, मेरी बात सुनो! तुम लोगों को रोना और विलाप करना चाहिए, क्योंकि विपत्तियाँ तुम पर आ पड़ने वाली हैं।
जो सात स्वर्गदूत सात प्याले लिये थे, उन में से एक ने मेरे पास आ कर कहा, “आइए, मैं आप को उस महावेश्या का दण्ड दिखाऊंगा, जो महासमुद्र के किनारे विराजमान है।
स्वर्गदूत ने मुझ से यह कहा, “आपने जिस समुद्र को देखा, जहाँ महावेश्या बैठी हुई है, उस समुद्र का अर्थ है: प्रजातियाँ, जनसमूह, राष्ट्र और भाषाएँ।