यिर्मयाह 15:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तब क्यों मेरी पीड़ा दूर नहीं हो रही है? मेरा घाव क्यों नहीं भर रहा है? क्या तू मेरे लिए मृग-तृष्णा बन गया है? क्या तू ऐसा झरना हो गया है, जो सूख जाता है? क्या तू गरजनेवाला बादल हो गया है; जो गरजता तो है पर बरसता नहीं? पवित्र बाइबल मैं नहीं समझ पाता कि मैं क्यों अब तक घायल हूँ मैं नहीं समझ पाता कि मेरा घाव अच्छा क्यों नहीं होता और भरता क्यों नहीं हे यहोवा, मैं समझता हूँ कि तू बदल गया है। तू सोते के उस पानी की तरह है जो सूख गया हो। तू उस सोते की तरह है जिसका पानी सूख गया हो। Hindi Holy Bible मेरी पीड़ा क्यों लगातार बनी रहती है? मेरी चोट की क्यों कोई औषधि नहीं है? क्या तू सचमुच मेरे लिये धोखा देने वाली नदी और सूखने वाले जल के समान होगा? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मेरी पीड़ा क्यों लगातार बनी रहती है? मेरी चोट की क्यों कोई औषधि नहीं है? क्या तू सचमुच मेरे लिये धोखा देनेवाली नदी और सूखनेवाले जल के समान होगा? सरल हिन्दी बाइबल क्या कारण है कि मेरी पीड़ा सदा बनी रही है तथा मेरे घाव असाध्य हो गए हैं, वे स्वस्थ होते ही नहीं? क्या आप वास्तव में मेरे लिए धोखा देनेवाले सोता के समान हो जाएंगे, जिसमें जल होना, न होना अनिश्चित ही होता है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मेरी पीड़ा क्यों लगातार बनी रहती है? मेरी चोट की क्यों कोई औषधि नहीं है? क्या तू सचमुच मेरे लिये धोखा देनेवाली नदी और सूखनेवाले जल के समान होगा? |
मेरी धार्मिकता के बावजूद मुझे झूठा समझा गया, मैं निरापराध हूं। परमेश्वर के इस अन्याय से मुझे बड़ी चोट लगी है, जो कभी नहीं भरेगी।”
हे प्रभु, क्या तूने यहूदा को पूर्णत: त्याग दिया है? क्या तू सियोन से घृणा करने लगा है? तूने हमें इस तरह क्यों मारा कि हम अब स्वस्थ हो ही नहीं सकते? हम कल्याण की बाट जोहते रहे, पर हमारा कल्याण नहीं हुआ, हम स्वस्थ होने की प्रतीक्षा करते हैं, पर देख, हम पर आतंक छा गया।
यरूशलेम के धनवान लोग पानी के लिए अपने सेवकों को भेज रहे हैं। सेवक कुएं-झरनों पर आते हैं, पर उनमें पानी नहीं है। अत: वे खाली घड़े लिये वापस लौट जा रहे हैं। वे उदास हैं, और नहीं जानते हैं कि क्या करें? वे सिर को ढक कर बैठे हुए हैं।
प्रभु, मैं अपनी मां के पेट से बाहर क्यों आया? क्या कष्ट और दु:ख का जीवन बिताने के लिए? क्या मैं अपमान और निन्दा में अपना जीवन बिताता रहूंगा?
हे प्रभु, तूने मुझे धोखा दिया, और मैंने धोखा खाया! प्रभु, तू मुझ से बलवान है, अत: मैं तेरे हाथों से पराजित हो गया। प्रभु, मैं तेरे कारण सब लोगों के लिए हंसी का पात्र बन गया हूं, वे दिन-भर मेरी हंसी उड़ाते हैं;
तू अपनी चोट के लिए क्यों चिल्लाती है? तेरे दर्द का कोई इलाज नहीं है। क्योंकि तूने बड़े-बड़े दुष्कर्म किए हैं, तेरे पाप गंभीर हैं। इसीलिए मैंने तेरे साथ यह व्यवहार किया है।
सामरी का घाव असाध्य है, उसका जहर यहूदा तक पहुंच गया है। वह मेरे लोगों तक, यरूशलेम के प्रवेश-द्वार तक आ गया है।’