यिर्मयाह 10:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उन राष्ट्रों की ये धर्म-रीतियां निस्सार हैं: जंगल का एक वृक्ष काटा जाता है, और बढ़ई बसूले से उसको काटता-छांटता है, और उसकी मूर्ति बनाता है। पवित्र बाइबल अन्य लोगों के रीति रिवाज व्यर्थ हैं। उनकी देव मूर्तियाँ जंगल की लकड़ी के अतिरिक्त कुछ नहीं। उनकी देव मूर्तियाँ कारीगर की छैनी से बनी हैं। Hindi Holy Bible क्योंकि देशों के लोगों की रीतियां तो निकम्मी हैं। मूरत तो वन में से किसी का काटा हुआ काठ है जिसे कारीगर ने बसूले से बनाया है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि देशों के लोगों की रीतियाँ तो निकम्मी हैं। मूरत तो वन में से किसी का काटा हुआ काठ है जिसे कारीगर ने बसूले से बनाया है। सरल हिन्दी बाइबल क्योंकि लोगों की प्रथाएं मात्र भ्रम हैं, कारण यह वन से काटकर लाया गया काठ ही तो है, काष्ठ शिल्पी द्वारा उसके छेनी से बनाया गया है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि देशों के लोगों की रीतियाँ तो निकम्मी हैं। मूरत तो वन में से किसी का काटा हुआ काठ है जिसे कारीगर ने बसूले से बनाया है। |
विजित कौमों में से बचे हुए लोगो, एकत्र हो। तुम-सब पास आओ। लकड़ी की मूर्ति ढोनेवालो, तुम मुझे नहीं जानते। तुम ऐसे देवता से प्रार्थना करते हो, जो तुम्हें नहीं बचा सकता।
‘इस प्रकार मैं इस्राएलियों का न्याय करूंगा। उन्होंने मुझे त्याग कर दुष्कर्म किया है। वे अन्य देवताओं के सम्मुख धूप-द्रव्य जलाते हैं, और अपने हाथों से बनाई गई मूर्तियों की पूजा करते हैं,’ प्रभु की यह वाणी है।
मूर्तियों की आशा करनेवाले मूर्ख और अज्ञानी हैं; मूर्तियाँ क्या शिक्षा दे सकती हैं? उनकी शिक्षा लकड़ी के समान बेजान है।
अन्य जातियां निस्सार मूर्तियों की आशा करती हैं। क्या उन में सामर्थ्य है कि वे आकाश से वर्षा कर दें? क्या स्वयं आकाश वर्षा कर सकता है? हे हमारे प्रभु परमेश्वर, क्या तू पहले-जैसा ‘वह’ नहीं रहा? प्रभु, हम तेरी ही आस लगाए बैठे हैं; क्योंकि तू ही इन सब कामों को करता है।
हे प्रभु, तू ही मेरा बल और मेरा गढ़ है; संकट के समय मैं तेरी ही शरण में आता हूं। प्रभु, विश्व के कोने-कोने से, सब राष्ट्रों के लोग तेरे सम्मुख आएंगे, और यह कहेंगे : ‘निस्सन्देह, हमारे पूर्वजों को पैतृक अधिकार में असत्य के अतिरिक्त कुछ नहीं मिला; उन्हें निस्सार वस्तुएं प्राप्त हुई जो मनुष्य को लाभ नहीं पहुंचातीं।
प्रभु तुमसे यों कहता है : ‘तुम्हारे पूर्वजों ने मुझ मे कौन-सी त्रुटि पायी थी कि वे मुझ से दूर हो गए? और निस्सार देवता का अनुसरण कर स्वयं निस्सार बन गए?
इसलिए मेरे आदेश का पालन करो : तुम उन घृणास्पद प्रथाओं को नहीं मानना, जिनको तुमसे पूर्व माना जाता था। उनके द्वारा स्वयं को अशुद्ध मत करना। मैं प्रभु तुम्हारा परमेश्वर हूँ।’
“प्रार्थना करते समय गैर-यहूदियों की तरह व्यर्थ बातों की रट नहीं लगाओ। वे समझते हैं कि लम्बी-लम्बी प्रार्थनाएँ करने से उनकी प्रार्थना सुनी जाएगी।
लेकिन आप देखते और सुनते हैं कि उस पौलुस ने न केवल इफिसुस में, बल्कि प्राय: समस्त आसिया में बहुत-से लोगों को समझा-बुझा कर बहका दिया है। उसका कहना है कि हाथ के बनाये हुए देवता, देवता नहीं हैं।
क्योंकि उन्होंने परमेश्वर को जानते हुए भी उसे परमेश्वर के रूप में समुचित आदर और धन्यवाद नहीं दिया। उनका समस्त चिन्तन व्यर्थ चला गया और उनका विवेकहीन मन अन्धकारमय हो गया।
आप लोग जानते हैं कि पूर्वजों से चली आयी हुई निरर्थक जीवनचर्या से आपका उद्धार सोने-चांदी जैसी नश्वर चीजों की क़ीमत पर नहीं हुआ है,