अत: परमेश्वर ने सातवें दिन को आशिष दी, और उसे पवित्र किया; क्योंकि परमेश्वर ने उस दिन सृष्टि के समस्त कार्यों से विश्राम किया था।
यहोशू 6:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सात पुरोहित मेढ़े के सींग से बने सात नरसिंघे लेकर विधान-मंजूषा के आगे-आगे जाएंगे। पर तुम सातवें दिन सात बार नगर की परिक्रमा करना और पुरोहित नरसिंघे फूंकें। पवित्र बाइबल बकरे के सींगों की बनी तुरहियों को लेकर सात याजकों को चलने दो। याजकों से कहो कि वे पवित्र सन्दूक के सामने चलें। सातवें दिन नगर के चारों ओर सात फेरे करो, याजकों से कहो कि वे चलते समय तुरही बजाएं। Hindi Holy Bible और सात याजक सन्दूक के आगे आगे जुबली के सात नरसिंगे लिए हुए चलें; फिर सातवें दिन तुम नगर के चारों ओर सात बार घूमना, और याजक भी नरसिंगे फूंकते चलें। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और सात याजक सन्दूक के आगे आगे मेढ़ों के सींगों के सात नरसिंगे लिये हुए चलें; फिर सातवें दिन तुम नगर के चारों ओर सात बार घूमना, और याजक भी नरसिंगे फूँकते चलें। सरल हिन्दी बाइबल संदूक के आगे-आगे सात पुरोहित नरसिंगे लिए हुए होंगे. सातवें दिन तुम्हें नगर के चारों ओर सात बार घूमना होगा. पुरोहित तुरही फूकंते रहेंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और सात याजक सन्दूक के आगे-आगे मेढ़ों के सींगों के सात नरसिंगे लिए हुए चलें; फिर सातवें दिन तुम नगर के चारों ओर सात बार घूमना, और याजक भी नरसिंगे फूँकते चलें। |
अत: परमेश्वर ने सातवें दिन को आशिष दी, और उसे पवित्र किया; क्योंकि परमेश्वर ने उस दिन सृष्टि के समस्त कार्यों से विश्राम किया था।
फिर उन्होंने अपने सेवक से कहा, ‘अब तू जा, और समुद्र की ओर देख।’ सेवक गया। उसने समुद्र की ओर देखा। वह लौटा। उसने कहा, ‘वहां कुछ भी नहीं है।’ एलियाह ने कहा, ‘तू सात बार जा।’
एलीशा ने सन्देशवाहक के मुंह से उसको यह सन्देश भेजा, ‘जाओ, यर्दन नदी के जल में सात बार स्नान करो। तुम्हरी त्वचा पहले-जैसी हो जाएगी, और तुम शुद्ध हो जाओगे।’
अत: नामान यर्दन नदी के तट पर गया। वहां उसने परमेश्वर के जन एलीशा के कथन के अनुसार, यर्दन नदी के जल में सात डुबकी लगाई। तब उसकी त्वचा पुन: शिशु की त्वचा के समान चिकनी हो गई, और वह शुद्ध हो गया।
देखो परमेश्वर हमारा नेता है, वह हमारे साथ है। उसके पुरोहित हमारे साथ हैं। वे तुम्हारे विरुद्ध युद्ध की पुकार के लिए तुरहियां फूंकने को तैयार हैं। ओ इस्राएल के वंशजो, अपने पूर्वजों के प्रभु परमेश्वर के विरुद्ध युद्ध मत करो; क्योंकि तुम युद्ध में विजयी नहीं होगे।’
इस युद्ध में तुम्हें हथियार उठाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। ओ यहूदा प्रदेश के निवासियो तथा यरूशलेम के रहने वालो, तुम पंिक्त बांध कर वहीं खड़े रहना। तब तुम देखना, मैं-प्रभु तुम्हारा किस प्रकार उद्धार करता हूँ।” इसलिए मत डरो, और न ही तुम्हारा हृदय भय से कांपे। कल तुम उनका सामना करने के लिए प्रस्थान करना। देखो, प्रभु तुम्हारे साथ होगा।’
कुछ कहात-वंशीय तथा कोरह-वंशीय उपपुरोहित खड़े होकर उच्च स्वर में इस्राएली राष्ट्र के प्रभु परमेश्वर की स्तुति गाने लगे।
तब उसने लोगों से विचार-विमर्श किया, और कुछ गायकों को नियुक्त किया कि वे पवित्र वस्त्र पहिन कर प्रभु का स्तुति-गान करें, और जब सेना प्रस्थान करे तब वे उसके आगे-आगे यह गाएं : “प्रभु की स्तुति करो, क्योंकि उसकी करुणा सदा की है।”
अब तुम्हारे अपराध का यह प्रायश्चित्त है कि तुम सात बछड़े और सात मेढ़े लेकर मेरे सेवक अय्यूब के पास जाओ, और अपनी ओर से मुझको अग्नि-बलि चढ़ाओ। मेरा सेवक अय्यूब तुम्हारे लिए मुझसे प्रार्थना करेगा, और मैं उसकी प्रार्थना स्वीकार करूँगा। तब मैं तुम्हारी मूर्खतापूर्ण बातों के लिए तुम्हें दण्ड न दूँगा। तुमने मेरे विषय में सच नहीं कहा, किन्तु मेरे सेवक अय्यूब ने सच कहा है।’
उस दिन महा नरसिंगा फूंका जाएगा। तब जो इस्राएली असीरिया देश में खो गए थे, और जो मिस्र देश को खदेड़ दिए गए थे, वे सब आएंगे, और यरूशलेम नगर में, पवित्र पर्वत पर प्रभु की आराधना करेंगे।
और अपने बाएं हाथ की हथेली के तेल में दाहिने हाथ की अंगुली डुबाकर प्रभु के सम्मुख सात बार उसको छिड़केगा।
पुरोहित अपनी अंगुली रक्त में डुबाएगा और उसका कुछ अंश प्रभु के सम्मुख, पवित्र स्थान के अन्त:पट के आगे सात बार छिड़केगा।
उसने मुझसे पूछा, ‘तुम्हें क्या दिखाई दे रहा है?’ मैंने बताया, ‘एक दीवट है। वह पूर्णत: सोने का है। उसके शिखर पर एक कटोरा है। कटोरे पर सात दीपक हैं। प्रत्येक दीपक में बत्ती के लिए सात नालियाँ हैं।
तब दूत ने मुझे बताया, ‘जरूब्बाबेल के लिए प्रभु का यह सन्देश है: स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है: बल से नहीं, शक्ति से नहीं, वरन् मेरे आत्मा के द्वारा।
बिल्आम ने राजा बालाक से कहा, ‘यहाँ मेरे लिए सात वेदियाँ बनाइए, और यहीं मेरे लिए सात बैल और सात मेढ़ों का प्रबन्ध कीजिए।’
प्रभु की मंजूषा के आगे-आगे मेढ़े के सींग के सात नरसिंघे वहन करने वाले सात पुरोहित नरसिंघे फूंकते हुए चले। अग्रगामी सैन्यदल उनके आगे चल रहा था। चन्दावल सैन्यदल प्रभु की मंजूषा के पीछे चल रहा था। नरसिंघे निरन्तर बज रहे थे।
वे अन्त में जोर से नरसिंघा फूंकें। ज्यों ही तुम नरसिंघे की आवाज सुनो त्यों ही सब लोग जोर से युद्ध का नारा लगाएं। तब यरीहो नगर का परकोटा धंस जाएगा, और हरएक व्यक्ति अपनी आंखों की सीध में चढ़ जाएगा।’
जिन सात तारों को तुमने मेरे दाहिने हाथ में देखा, उनका और सोने के सात दीपाधारों का रहस्य इस प्रकार है : सात तारे सात कलीसियाओं के दूत हैं और सात दीपाधार सात कलीसियाएँ हैं।
आसिया की सात कलीसियाओं को योहन का सन्देश। जो है, जो था और जो आनेवाला है, उसकी ओर से, उसके सिंहासन के सामने उपस्थित रहनेवाली सात आत्माओं
वह सिंहगर्जन-जैसे ऊंचे स्वर से चिल्ला उठा और उसके चिल्लाने के बाद सात मेघगर्जन बोलने लगे।
मैंने स्वर्ग में से एक और महान एवं आश्चर्यजनक चिह्न देखा। सात स्वर्गदूत सात विपत्तियाँ लिये थे। ये अन्तिम विपत्तियाँ हैं, क्योंकि इनके द्वारा परमेश्वर का क्रोध पूरा हो जाता है।
चार प्राणियों में से एक ने सात स्वर्गदूतों को सात सोने के प्याले दिये, जिन में युग-युगों तक जीवित रहने वाले परमेश्वर का क्रोध भरा हुआ था।
मुझे मन्दिर में से एक गम्भीर वाणी सुनाई पड़ी, जो सात स्वर्गदूतों से यह कह रही थी, “जाओ! परमेश्वर के क्रोध के सात प्याले पृथ्वी पर उँडेल दो।”
इसके बाद मैंने देखा कि जो सिंहासन पर विराजमान है, उसके दाहिने हाथ में एक लपेटी हुई पुस्तक है, जिस पर दोनों ओर लिखा हुआ है और जिसे सात मोहरें लगा कर बन्द कर दिया गया है।
तब मैंने सिंहासन के पास के चार प्राणियों और धर्मवृद्धों के बीच खड़े एक मेमने को देखा। वह मानो वध किया हुआ मेमना था। उसके सात सींग और सात नेत्र थे − ये परमेश्वर की सात आत्माएं हैं, जिन्हें परमेश्वर ने सारी पृथ्वी पर भेजा है।
इसके बाद मैंने देखा कि उन सात स्वर्गदूतों को, जो परमेश्वर के सामने खड़े रहते हैं, सात तुरहियाँ दी जा रही हैं।