तत्पश्चात् वे लौटकर एन-मिशपाट अर्थात् कादेश में आए। उन्होंने अमालेकी जाति के समस्त प्रदेश को, एवं हससोन-तामर में रहनेवाली एमोरी जाति को भी पराजित किया।
यहेजकेल 47:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सागर के तट पर मछली पकड़ने के लिए मछुए खड़े होंगे। वे एनगदी जलस्रोत से लेकर एनेग्लैम जलस्रोत तक जाल फैलाएंगे, और उन्हें भूमध्य-सागर की मछलियों के समान अनेक जाति की मछलियाँ मिलेंगी। पवित्र बाइबल तुम मछुआरों को लगातार एनगदी से ऐनेग्लैम तक खड़े देख सकते हो। तुम उनको अपना मछली का जाल फेंकते और कई प्रकार की मछलियाँ पकड़ते देख सकते हो। मृत सागर में उतनी ही प्रकार की मछलियाँ है जितनी प्रकार की भूमध्य सागर में। Hindi Holy Bible ताल के तीर पर मछवे खड़े रहेंगे, और एनगदी से ले कर ऐनेग्लैम तक वे जाल फैलाए जाएंगे, और उन्हें महासागर की सी भांति भांति की अनगिनित मछलियां मिलेंगी। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) ताल के तट पर मछवे खड़े रहेंगे, और एनगदी से लेकर ऐनेग्लैम तक वहाँ जाल फैलाए जाएँगे, और उन्हें महासागर की सी भाँति भाँति की अनगिनित मछलियाँ मिलेंगी। सरल हिन्दी बाइबल मछुवारे इसके तट पर खड़े होंगे; एन-गेदी से लेकर एन-एग्लाइम तक जाल फैलाने की जगह होगी. वहां बहुत प्रकार की मछलियां होंगी—भूमध्य सागर की मछलियों जैसी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 ताल के तट पर मछुए खड़े रहेंगे, और एनगदी से लेकर एनएगलैम तक वे जाल फैलाए जाएँगे, और उन्हें महासागर की सी भाँति-भाँति की अनगिनत मछलियाँ मिलेंगी। |
तत्पश्चात् वे लौटकर एन-मिशपाट अर्थात् कादेश में आए। उन्होंने अमालेकी जाति के समस्त प्रदेश को, एवं हससोन-तामर में रहनेवाली एमोरी जाति को भी पराजित किया।
तब कुछ लोग यहोशाफट के पास आए, और उन्होंने कहा, ‘महाराज, समुद्र के उस पार से, एदोम देश की एक विशाल सेना आप पर आक्रमण करने के लिए आ रही है। और देखिए, वे हस्सोन-तामर नगर में पहुंच गए हैं।’ (हस्सोन-तामर को एनगदी भी कहते हैं।)
मछुवे शोक मनाएंगे, नील नदी में मछली पकड़नेवाले विलाप करेंगे। नील नदी के जल में जाल फेंकनेवाले उदास होंगे।
देखो, वे दूर-दूर से आ रहे हैं : कोई उत्तर से, कोई पश्चिम से, और कोई सीनीम देश से आ रहे हैं।’
जो पीढ़ी तेरे निष्कासन के दिनों में उत्पन्न हुई है, वह तेरे कान में यह शिकायत करेगी, “यह स्थान हम लोगों के लिए छोटा पड़ रहा है, हमें बसने के लिए और जगह चाहिए।”
मैं तुझे नंगी चट्टान बना दूंगा। तू समुद्र-तट का ऐसा नगर बन जाएगा, जहाँ मछुए अपने जाल फैलाकर सुखाएंगे। तू फिर कभी आबाद नहीं होगा, और सदा खण्डहर बना रहेगा। देख, मैं-प्रभु ने तुझ से यह कहा है।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
तू समुद्र के मध्य में स्थित ऐसा टापू बन जाएगा जहाँ मछुए अपने जाल सुखाने के लिए जाल फैलाएंगे। देख, मैं, स्वामी-प्रभु, तुझ से कह चुका हूँ। मैं अपने निश्चय को अवश्य पूरा करूंगा। तुझे राष्ट्र लूट लेंगे।
‘देश की सीमाएं ये होंगी : उत्तरी सीमा − यह उत्तर में भूमध्य-सागर से हेतलोन नगर होती हुई हमात के प्रवेश-द्वार पर, सदाद की घाटी तक जाएगी।
‘दक्षिणी सीमा − दक्षिणी सीमा तामार से आरम्भ होगी। वह मरीबा-कादेश के जलाशय से होती हुई मिस्र की बरसाती नदी के किनारे-किनारे भूमध्यसागर तक जाएगी। यही दक्षिण की सीमा होगी।
गाद के भूमिक्षेत्र से लगी हुई दक्षिण ओर की सीमा, तामार से मरीबा-कादेश के जलाशयों से होती हुई, मिस्र की बरसाती नदी के किनारे-किनारे भूमध्य-सागर तक जाएगी।
देखो, मैं उन समस्त जातियों की भूमि को जिन्हें मैं यर्दन नदी से पश्चिम में भूमध्य-सागर तक नष्ट कर चुका हूँ या जो बच गए हैं, तुम्हारे पैतृक-अधिकार के लिए सब कुलों में बांट चुका हूँ।
जब शाऊल पलिश्तियों का सामना करने के पश्चात् लौटा, तब उसे यह समाचार मिला, ‘दाऊद एनगदी के निर्जन प्रदेश में है।’