5 तू समुद्र के मध्य में स्थित ऐसा टापू बन जाएगा जहाँ मछुए अपने जाल सुखाने के लिए जाल फैलाएंगे। देख, मैं, स्वामी-प्रभु, तुझ से कह चुका हूँ। मैं अपने निश्चय को अवश्य पूरा करूंगा। तुझे राष्ट्र लूट लेंगे।
5 सोर समुद्र के किनारे मछलियोंके जालों के फैलाने का स्थान मात्र रह जाएगा। मैंने यह कह दिया है!” मेरा स्वामी यहोवा कहता है, “सोर उन बहुमूल्य वस्तुओं की तरह होगा जिन्हें सैनिक युद्ध में पाते हैं।
5 बाहर समुद्र में, वह मछली का जाल फैलाने का स्थान हो जाएगा, क्योंकि मैंने कहा है, परम प्रधान याहवेह की घोषणा है. वह जाति-जाति के लोगों के लिये लूट का सामान हो जाएगा,
इसलिए, मैंने तुमको दण्ड देने के लिए अपना हाथ उठाया है। मैं तुम्हें अन्य राष्ट्रों के हाथ में सौंप दूंगा, और वे तुम्हें लूट लेंगे। जिन देशों और राष्ट्रों में तुम रहते हो, वहाँ से मैं तुम्हें निकाल दूंगा, और तुम्हारा नामोनिशान मिटा डालूंगा। ओ अम्मोनियो, मैं तुम्हें पूर्णत: नष्ट कर दूंगा। तब तुम्हें मालूम होगा कि मैं ही प्रभु हूं।
मैं तुझे नंगी चट्टान बना दूंगा। तू समुद्र-तट का ऐसा नगर बन जाएगा, जहाँ मछुए अपने जाल फैलाकर सुखाएंगे। तू फिर कभी आबाद नहीं होगा, और सदा खण्डहर बना रहेगा। देख, मैं-प्रभु ने तुझ से यह कहा है।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
‘स्वामी-प्रभु यों कहता है : ओ सोर नगर, जब मैं निर्जन नगरों के समान तुझ को उजाड़ दूंगा, जब मैं तुझे अतल गहरे सागर में डुबो दूंगा, और समुद्र की लहरें तुझे अपने में समा लेंगी
उन्होंने तेरे प्रति अपना शोक प्रकट करने के लिए तुझ पर एक शोक-गीत रचा है। वे यह शोक-गीत गा रहे हैं: “सोर के सदृश समुद्र के मध्य में और किसका विनाश हुआ है?
इसलिए मैं स्वामी-प्रभु यों कहता हूं : देख, मैं मिस्र देश को बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर के हाथ में सौंप दूंगा। वह उसको लूट लेगा, उसकी धन-सम्पत्ति अपने कब्जे में कर लेगा। वह उसका धन अपने देश में ले जाएगा। यह उसकी सेना की मजदूरी होगी।
सागर के तट पर मछली पकड़ने के लिए मछुए खड़े होंगे। वे एनगदी जलस्रोत से लेकर एनेग्लैम जलस्रोत तक जाल फैलाएंगे, और उन्हें भूमध्य-सागर की मछलियों के समान अनेक जाति की मछलियाँ मिलेंगी।