अब तुम्हारे किस अंग पर प्रहार किया जा सकता है? तुम्हारा कोई अंग भी मार से बचा नहीं, फिर भी तुम बार-बार विद्रोह करते हो! तुम्हारा सारा सिर घायल है, तुम्हारा सम्पूर्ण हृदय रोगी है।
यहेजकेल 34:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तुमने निर्बल को बलवान नहीं बनाया। तुमने बीमार को स्वस्थ नहीं किया। तुमने घायल के घावों की मलहम-पट्टी नहीं की। तुम भटकी हुई भेड़ को वापस नहीं लाए। जो खो गई है, उसको नहीं खोजा। किन्तु तुमने जनता पर जोर-जबरदस्ती से शासन किया। पवित्र बाइबल तुमने दुर्बल को बलवान नहीं बनाया। तुमने रोगी भेड़ की परवाह नहीं की है। तुमने चोट खाई हुई भेड़ों को पट्टी नहीं बाँधी। कुछ भेड़ें भटक कर दूर चली गई और तुम उन्हें खोजने और उन्हें वापस लेने नहीं गए। तुम उन खोई भेड़ों को खोजने नहीं गए। नहीं, तुम क्रूर और कठोर रहे, यही मार्ग था जिस पर तुमने भेड़ों को ले जाना चाहा! Hindi Holy Bible तुम ने बीमारों को बलवान न किया, न रोगियों को चंगा किया, न घायलों के घावों को बान्धा, न निकाली हुई को फेर लाए, न खोई हुई को खोजा, परन्तु तुम ने बल और जबरदस्ती से अधिकार चलाया है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तुम ने बीमारों को बलवान न किया, न रोगियों को चंगा किया, न घायलों के घावों को बाँधा, न निकाली हुई को लौटा लाए, न खोई हुई को खोजा, परन्तु तुम ने बल और जबरदस्ती से अधिकार चलाया है। सरल हिन्दी बाइबल तुमने कमजोर को बलवान नहीं किया, बीमार को चंगा नहीं किया या घायल की मरहम पट्टी नहीं किया. तुम भटके हुओं को सही रास्ते पर नहीं लाए या खोये हुओं को नहीं ढूंढ़े. तुमने उन पर कठोरता और निर्दयता से शासन किया है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तुम ने बीमारों को बलवान न किया, न रोगियों को चंगा किया, न घायलों के घावों को बाँधा, न निकाली हुई को लौटा लाए, न खोई हुई को खोजा, परन्तु तुम ने बल और जबरदस्ती से अधिकार चलाया है। |
अब तुम्हारे किस अंग पर प्रहार किया जा सकता है? तुम्हारा कोई अंग भी मार से बचा नहीं, फिर भी तुम बार-बार विद्रोह करते हो! तुम्हारा सारा सिर घायल है, तुम्हारा सम्पूर्ण हृदय रोगी है।
तब भाई यह उत्तर देगा, ‘मैं सुधारक कैसे बन सकता हूं? मेरे घर में न भोजन है, और न वस्त्र। तुम मुझे जनता का नेता नहीं बना सकते।’
इस्राएल के पहरेदार अन्धे हैं; वे सबके सब अज्ञानी हैं। वे गूंगे कुत्ते हैं, जो भौंक नहीं सकते। उन्हें पड़े-पड़े नींद में स्वप्न देखता प्रिय है।
‘धिक्कार है उसे, जो अधर्म के धन से अपना घर बनाता है, जो अन्याय के धन से ऊंचे-ऊंचे महल बनाता है। धिक्कार है उसे, जो अपने भाई-बन्धु से मुफ्त में अपनी सेवा करवाता है, और उसको मजदूरी नहीं देता।
क्या गिलआद प्रदेश की बलसान औषधि समाप्त हो गई? क्या वहां अब वैद्य भी नहीं रहे? तब मेरे लोगों के घाव क्यों नहीं भर रहे हैं?
वह सिंहों के मध्य गरजने लगा; वह जवान हो गया। उसने शिकार पकड़ना सीख लिया; वह आदमियों का शिकार करने लगा।
उसने अपने पड़ोसी राष्ट्रों के गढ़ उजाड़ दिए; उनके नगर निर्जन कर दिए। उसकी दहाड़ सुन कर सारा देश और उसके निवासी डर से कांप उठे।
उन्होंने उसको अंकुश से मारा, और कठघरे में बन्द कर दिया। वे उसको बेबीलोन के राजा के पास ले गए। उन्होंने उसको पिंजरे में डाल दिया कि उसकी दहाड़ इस्राएल के पहाड़ों पर फिर कभी सुनाई न दे।
मैं खोई हुई भेड़ को ढूंढ़ूंगा। भटकी हुई भेड़ के घावों पर पट्टी बांधूंगा। मैं निर्बल को बलवान बनाऊंगा। मैं मोटी-ताजी, स्वस्थ भेड़ की रक्षा करूंगा। मैं उनको उचित रीति से चराऊंगा।
किन्तु किसानों ने उसके सेवकों को पकड़ कर उन में से किसी को मारा-पीटा, किसी की हत्या कर दी और किसी को पत्थरों से मार डाला।
जनसमूह को देख कर येशु को उन पर तरस आया, क्योंकि वे उत्पीड़ित और निस्सहाय थे। वे उन भेड़ों के समान थे जिनका कोई चरवाहा न हो।
आपके विश्वास पर मनमाना अधिकार जताना हमारा उद्देश्य नहीं है। हम आप लोगों की सुख-शान्ति के लिए आपके सहयोगी हैं और आप लोग तो यों भी विश्वास में दृढ़ हैं।