प्रभु मूसा से बोला, ‘जा, नीचे उतर जा! तेरे लोग, जिन्हें तू मिस्र देश से निकाल लाया है, भ्रष्ट हो गए हैं।
यहेजकेल 3:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) और तब स्वदेश से निष्कासित बन्दियों के पास जा, और अपने जाति-भाई-बहिनों से यह कह : “स्वामी-प्रभु का यह सन्देश है,” फिर चाहे वे सुनें या सुनने से इन्कार करें।’ पवित्र बाइबल तब तुम अपने उन सभी लोगों के बीच जाओ जो देश—निष्कासित हैं। उनके पास जाओ और कहो, ‘हमारा स्वामी यहोवा ये बातें कहता है,’ वे मेरी नहीं सुनेंगे और वे पाप करना बन्द नहीं करेंगे। किन्तु तुम्हें ये बातें कहनी हैं।” Hindi Holy Bible और उन बंधुओं के पास जा कर, जो तेरे जाति भाई हैं, उन से बातें करना और कहना, कि प्रभु यहोवा यों कहता है; चाहे वे सुनें, व न सुनें। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और उन बन्दियों के पास जाकर,जो तेरे जाति भाई हैं, उन से बातें करना और कहना, ‘प्रभु यहोवा यों कहता है;’ चाहे वे सुनें, या न सुनें।” सरल हिन्दी बाइबल बंधुआई में गये अपने लोगों के पास जाओ और उनसे बात करो. उनसे कहो, ‘परम प्रधान याहवेह का यह कहना है,’ चाहे वे सुनें या न सुनें.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और उन बन्दियों के पास जाकर, जो तेरे जाति भाई हैं, उनसे बातें करना और कहना, ‘प्रभु यहोवा यह कहता है;’ चाहे वे सुनें, या न सुनें।” |
प्रभु मूसा से बोला, ‘जा, नीचे उतर जा! तेरे लोग, जिन्हें तू मिस्र देश से निकाल लाया है, भ्रष्ट हो गए हैं।
‘ओ निष्कासित लोगो, तुम को प्रभु ने बन्दी बनाकर यरूशलेम से बेबीलोन को निष्कासित किया है। तुम प्रभु का वचन सुनो।
यह पीढ़ी धृष्ट और हठी है। मैं उन लोगों के पास तुझको भेज रहा हूं। तू उनसे यह कहना : “स्वामी-प्रभु यों कहता है।”
चाहे वे सुनें या सुनने से इन्कार करें − क्योंकि वे विद्रोही कुल की सन्तान हैं − उन्हें यह मालूम होगा कि तू उनके मध्य एक नबी है।
चाहे वे सुनें, चाहे सुनने से इनकार करें, तू उनको मेरे सन्देश सुनाना। निस्सन्देह, वे विद्रोही कुल की सन्तान हैं।
‘ओ मानव, तू इस्राएल के वंशजों से बोल। तू उनसे यह कह, स्वामी-प्रभु यों कहता है : तुम्हारे पूर्वजों ने मेरे साथ विश्वासघात किया था, और यों मेरी और अधिक निन्दा की थी।
इसके अतिरिक्त उसने मुझसे यह भी कहा, ‘ओ मानव-सन्तान, जो बातें मैं तुझसे कह रहा हूं, उनको ध्यान से सुन, और उनको अपने हृदय में संभाल कर रख।
तत्पश्चात् आत्मा ने मुझे ऊपर उठाया। जब प्रभु का तेज अपने स्थान से उठा, तब मैंने अपनी पीठ की ओर भारी भूकम्प की घड़घड़ाहट सुनी।
मैं तेल-आबीब नगर में आया। यहीं कबार नदी के तट पर स्वदेश से निष्कासित बन्दियों का शिविर था। मैं वहाँ उनके मध्य में सात दिन तक बैठा रहा; मेरी समझ में न आया कि क्या करूं, क्या न करूं।
जब मैं तुझसे बातें करूंगा तब मैं तेरा मुंह खोल दूंगा और तू उनसे यह कहेगा, “स्वामी-प्रभु यों कहता है!” जो सुन सकता है, वह सुने! और जो सुनने से इन्कार करता है, वह न सुने; क्योंकि ये लोग विद्रोही कुल की सन्तान हैं।
‘ओ मानव, तू अपने जाति-भाई-बहिनों से बोल : जब कोई धार्मिक मनुष्य अपराध करता है तब उसकी धार्मिकता उसको अपराध के दण्ड से नहीं बचा सकती। यदि दुर्जन अपना बुरा आचरण छोड़ दे तो वह निस्सन्देह पाप के दण्ड से बचेगा। यदि धार्मिक मनुष्य पाप करे तो उसकी धार्मिकता उसको मरने से नहीं बचा सकेगी।
‘फिर भी तेरे जाति-भाई-बहिन कहते हैं: “प्रभु का व्यवहार न्यायपूर्ण नहीं है।” किन्तु स्वयं उनका आचरण न्यायपूर्ण नहीं है।
‘ओ मानव, तू अपने जाति-भाई-बहिनों से बोल। तू उनसे यह कहना: जब मैं किसी देश पर उसके शत्रु के द्वारा आक्रमण करवाता हूं, तब वहां की जनता अपने में से किसी व्यक्ति को चुनती है, और उसको अपने देश का पहरेदार नियुक्त करती है।
‘ओ मानव, इन लोगों की दृष्टि में तू क्या है? ये चहारदीवारी पर बैठे हुए, घरों की ड्योढ़ी पर बैठे हुए एक-दूसरे से तेरे विषय में बातें करते हैं। वे आपस में एक-दूसरे को निमन्त्रण दे कर कहते हैं, “आओ चलें, और नबी के मुंह से प्रभु का सन्देश सुनें।”
“उस समय महा स्वर्गदूत मीखाएल, जो तेरी कौम का रक्षक-दूत है, रक्षा के लिए आएगा। वह संकट का समय होगा। राष्ट्र की उत्पत्ति से लेकर अब तक ऐसा संकट कभी नहीं हुआ। परन्तु इसी संकट-काल में तेरी कौम का उद्धार भी किया जाएगा। जिन लोगों के नाम ग्रन्थ में लिखे हुए हैं, वे मुक्त किए जाएंगे।
अध्यक्षों और क्षत्रपों ने सम्राट दारा के सम्मुख कहा, “महाराज, वह दानिएल, जो यहूदा प्रदेश के निष्कासितों में से एक हैं, आपकी उपेक्षा करते हैं। जिस निषेधाज्ञा-पत्र पर आपने हस्ताक्षर किया है, वह उस पर ध्यान नहीं देते। महाराज, वह अपने परमेश्वर से दिन में तीन बार विनती करते हैं।’
तब प्रभु ने मुझसे कहा, “उठ और यहाँ से अविलम्ब नीचे जा; क्योंकि तेरे लोग, जिनको तू मिस्र देश से बाहर निकाल लाया है, भ्रष्ट हो गए हैं। वे उस मार्ग से शीघ्र ही भटक गए हैं, जिस पर चलने की आज्ञा मैंने उनको दी है। उन्होंने एक मूर्ति बनाई है।”