12 तब प्रभु ने मुझसे कहा, “उठ और यहाँ से अविलम्ब नीचे जा; क्योंकि तेरे लोग, जिनको तू मिस्र देश से बाहर निकाल लाया है, भ्रष्ट हो गए हैं। वे उस मार्ग से शीघ्र ही भटक गए हैं, जिस पर चलने की आज्ञा मैंने उनको दी है। उन्होंने एक मूर्ति बनाई है।”
12 तब यहोवा ने मुझसे कहा, ‘उठो और शीघ्रता से यहाँ से नीचे जाओ। जिन लोगों को तुम मिस्र से बाहर लाए हो उन लोगों ने अपने को बरबाद कर लिया है। वे उन बातों से शीघ्रता से हट गए हैं, जिनके लिए मैंने आदेश दिया था। उन्हो ने सोने को पिघला कर अपने लिए एक मूर्ति बना ली है।’
12 और यहोवा ने मुझ से कहा, उठ, यहां से झटपट नीचे जा; क्योकिं तेरी प्रजा के लोग जिन को तू मिस्र से निकाल कर ले आया है वे बिगड़ गए हैं; जिस मार्ग पर चलने की आज्ञा मैं ने उन्हें दी थी उसको उन्होंने झटपट छोड़ दिया है; अर्थात उन्होंने तुरन्त अपने लिये एक मूर्ति ढालकर बना ली है।
12 और यहोवा ने मुझ से कहा, ‘उठ, यहाँ से झटपट नीचे जा; क्योंकि तेरी प्रजा के लोग जिनको तू मिस्र से निकालकर ले आया है वे बिगड़ गए हैं; जिस मार्ग पर चलने की आज्ञा मैं ने उन्हें दी थी उसको उन्होंने झटपट छोड़ दिया है; अर्थात् उन्होंने तुरन्त अपने लिये एक मूर्ति ढालकर बना ली है।’
12 तब याहवेह ने मुझे आदेश दिया, “अब बिना देर यहां से कूच करो, क्योंकि तुम्हारे इन लोगों ने, जिन्हें तुम मिस्र देश से निकालकर लाए हो, खुद को अशुद्ध कर लिया है. कितनी जल्दी वे उस मार्ग से हट गए हैं, जो मेरे द्वारा बताया गया था. उन्होंने तो अपने लिए एक मूर्ति ढाल ली है.”
12 और यहोवा ने मुझसे कहा, ‘उठ, यहाँ से झटपट नीचे जा; क्योंकि तेरी प्रजा के लोग जिनको तू मिस्र से निकालकर ले आया है वे बिगड़ गए हैं; जिस मार्ग पर चलने की आज्ञा मैंने उन्हें दी थी उसको उन्होंने झटपट छोड़ दिया है; अर्थात् उन्होंने तुरन्त अपने लिये एक मूर्ति ढालकर बना ली है।’
किन्तु इस्राएलियों ने शासकों की बात भी नहीं सुनी। उन्होंने अन्य जातियों के देवताओं का अनुसरण कर वेश्या के सदृश प्रभु के प्रति विश्वासघात किया। उन्होंने उन देवताओं की झुककर वंदना की। जिस मार्ग पर उनके पूर्वज चले थे, उससे वे शीघ्र ही भटक गए। जैसा उनके पूर्वजों ने प्रभु की आज्ञाओं का पालन किया था वैसा उन्होंने नहीं किया।
मैं जानता हूँ, तुम मेरी मृत्यु के पश्चात् निश्चय ही भ्रष्ट हो जाओगे। जिस मार्ग पर चलने का मैंने तुम्हें आदेश दिया है, उससे भटक जाओगे। आगामी दिनों में तुम पर बुराई का आक्रमण होगा। तुम वही कार्य करोगे, जो प्रभु की दृष्टि में बुरा है। इस प्रकार तुम अपने व्यवहार से उसको चिढ़ाओगे।’
प्रभु यह कहता है : ओ एफ्रइम, मैं तेरे साथ कैसा व्यवहार करूं? ओ यहूदा, मैं तेरे साथ क्या करूं? मेरे प्रति तेरा प्रेम सबेरे के बादल के समान भाप बनकर उड़नेवाली ओस की बूंद के सदृश क्षणभंगुर है।
परन्तु ये व्यक्ति उन बातों की निन्दा करते हैं, जिन्हें वे नहीं समझते और जो बातें ये विवेकहीन पशुओं की तरह सहज ही समझते हैं, इनके कारण वे नष्ट हो जाते हैं।
मैंने तुम्हें देखा : तुम अपने प्रभु परमेश्वर के विरुद्ध पाप कर रहे थे। तुमने बछड़े की एक मूर्ति बनाई थी। तुम उस मार्ग से शीघ्र ही भटक गए थे, जिस पर चलने की आज्ञा प्रभु ने तुम्हें दी थी।
जब लोगों ने देखा कि मूसा पहाड़ से उतरने में विलम्ब कर रहे हैं तब वे हारून के पास एकत्र हुए। उन्होंने कहा, ‘उठिए! हमारे लिए ऐसा देवता बनाइए, जो हमारे आगे-आगे चले; क्योंकि हम नहीं जानते हैं कि इस पुरुष मूसा को, जो हमें मिस्र देश से निकाल लाया है, क्या हुआ?’
मूसा ने इस्राएलियों से कहा, ‘इस दिन को स्मरण रखना। इस दिन तुम मिस्र देश से, दासत्व के घर से, निकले थे। प्रभु ने अपने भुजबल से तुम्हें उस स्थान से बाहर निकाला था। इस दिन खमीरी रोटी न खाई जाए।
तू स्मरण रखना कि मिस्र देश में तू भी सेवक था, और तेरा प्रभु परमेश्वर तुझे वहाँ से अपने भुजबल और उद्धार के हेतु फैले हुए हाथों से बाहर निकाल लाया था। इस कारण तेरे प्रभु परमेश्वर ने तुझे विश्राम दिवस का पालन करने की आज्ञा दी है।
मैंने प्रभु से प्रार्थना की, “हे प्रभु, तू अपने निज लोगों को, अपनी निज सम्पत्ति को, नष्ट मत कर। उसको तूने अपने महान सामर्थ्य से मुक्त किया है। उसको तूने अपने भुजबल के द्वारा मिस्र देश से बाहर निकाला है।