लाबान अपनी भेड़ों का ऊन काटने गया था। राहेल ने अपने पिता के गृहदेवताओं की मूर्तियाँ चुरा लीं।
यहेजकेल 21:21 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) बेबीलोन का राजा इन दोनों मार्गों के उद्गम स्थल पर खड़ा है, और वह शकुन विचार रहा है कि वह किस मार्ग पर जाए : वह तीरों को हिलाता है; वह तराफीम गृह-देवताओं से पूछता है; वह कलेजे को देखता है। पवित्र बाइबल यह स्पष्ट करता है कि बाबुल का राजा उस सड़क की योजना बना रहा है जिससे वह उस क्षेत्र पर आक्रमण करे। बाबुल का राजा उस बिन्दु पर आ चुका है जहाँ दोनों सड़कें अलग होती हैं। बाबुल के राजा ने जादू के संकेतों का उपयोग भविष्य को जानने के लिये किया है। उसने कुछ बाण हिलाये, उसने परिवार की देवमूर्तियों से प्रश्न पूछे, उसने गुर्दे को देखा जो उस जानवर का था जिसे उसने मारा था। Hindi Holy Bible क्योंकि बाबुल का राजा तिर्मुहाने अर्थात दोनों मार्गों के निकलने के स्थान पर भावी बूझने को खड़ा हुआ है, उसने तीरों को हिला दिया, और गृहदेवताओं से प्रश्न किया, और कलेजे को भी देखा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि बेबीलोन का राजा तिर्मुहाने अर्थात् दोनों मार्गों के निकलने के स्थान पर भावी बूझने को खड़ा हुआ है, उसने तीरों को हिला दिया, और गृहदेवताओं से प्रश्न किया, और कलेजे को भी देखा। सरल हिन्दी बाइबल क्योंकि बाबेल का राजा तिराहे पर अर्थात् दोनों मार्गों के मध्य संधि स्थल पर शकुन जानने के लिये रुकेगा: वह तीरों से साथ लाटरी डालेगा, वह अपनी मूर्तियों से सलाह लेगा, वह बलि किए हुए पशु के कलेजे को जांचेगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि बाबेल का राजा चौराहे अर्थात् दोनों मार्गों के निकलने के स्थान पर भावी बूझने को खड़ा हुआ है, उसने तीरों को हिला दिया, और गृहदेवताओं से प्रश्न किया, और कलेजे को भी देखा। |
लाबान अपनी भेड़ों का ऊन काटने गया था। राहेल ने अपने पिता के गृहदेवताओं की मूर्तियाँ चुरा लीं।
सम्भव है कि तुम अपने पिता के घर पहुँचने की प्रबल इच्छा के कारण भाग आए, किन्तु तुम मेरे गृह-देवताओं की मूर्तियाँ क्यों चुरा लाए?”
योशियाह ने प्रेत-साधकों, जादू-टोना करने वालों, गृह-देवताओं और देवी-देवताओं की मूर्तियों को तथा उन सब घृणित वस्तुओं को हटा दिया, जो यहूदा प्रदेश और यरूशलेम में दिखाई देती थीं, ताकि वह उस पुस्तक में लिखी हुई व्यवस्था के वचनों को पूर्ण कर सके, जो पुरोहित हिल्कियाह ने प्रभु के भवन में पाई थी।
राजा का हृदय नहर के सदृश है, जो प्रभु के हाथ में है; जहां वह चाहता है वहां वह उसको मोड़ देता है।
इसी प्रकार इस्राएली बहुत दिनों तक बिना राजा के निवास करेंगे। न उनका कोई शासक होगा, और न वे बलि चढ़ा सकेंगे। उनके न पूजा-स्तम्भ होंगे, और न एपोद और न गृह-देवताओं की मूर्तियाँ।
मेरे निज लोग काठ के पुतले से सलाह लेते हैं, वे पूजा के डण्डों से शकुन पूछते हैं! वेश्यावृत्ति की आत्मा ने उन्हें पथभ्रष्ट कर दिया है। उन्होंने मुझ-परमेश्वर को त्याग कर अन्य देवताओं पर विश्वास किया है।
गृह-देवता बकवास करते हैं, शकुन विचारने वाले झूठे शकुन विचारते हैं। स्वप्न दर्शी झूठे स्वप्न देखते हैं, और झूठी शान्ति देते हैं। अत: जनता भेड़ के सदृश भटक गई है, उनका चरवाहा नहीं है, अत: वे संकट में हैं।
मोआब के धर्मवृद्ध तथा मिद्यान के धर्मवृद्ध बिल्आम को देने के लिए भविष्यवाणी का उपहार लेकर चले गए। वे बिल्आम के पास आए, और उसे राजा बालाक का सन्देश दिया।
याकूब पर कोई मन्त्र नहीं चल सकता, इस्राएल के विरुद्ध सगुन का विचार नहीं हो सकता। अब याकूब के विषय में यह कहा जाएगा, “परमेश्वर ने इस्राएल में कैसा आश्चर्यपूर्ण कार्य किया!
हम किसी दिन प्रार्थना-गृह जा रहे थे कि एक कम उम्र वाली दासी से हमारी भेंट हो गयी। उसमें भविष्य बताने वाली आत्मा थी। और वह भविष्य बता-बता कर अपने मालिकों के लिए बहुत कमाती थी।
तेरे मध्य ऐसा व्यक्ति नहीं पाया जाएगा, जो अग्नि में अपने पुत्र या पुत्री को चढ़ाता है, जो शकुन विचारता है, भविष्य बताता है, शुभ-अशुभ मुहूर्त्त निकालता है, जो जादूगर है,
मीकाह के घर में एक देव-स्थान था। उसने एपोद और गृह-देवता की मूर्तियाँ बनाईं, और अपने एक पुत्र को पुरोहित-पद पर प्रतिष्ठित कर दिया। पुत्र उसका पुरोहित हो गया।
जो पाँच पुरुष लइश नगर का भेद लेने गए थे, उन्होंने अपने भाई-बन्धुओं से यह कहा था, ‘क्या आप जानते हैं कि इन घरों में एपोद, गृह-देवता की मूर्तियाँ और चांदी की ढली-गढ़ी प्रतिमा हैं? अब सोचिए कि हमें ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए।’
पाँच पुरुष, जो लइश नगर का भेद लेने गए थे, मीकाह के घर में घुस गए। उन्होंने चांदी की ढली-गढ़ी प्रतिमा, एपोद और गृह-देवता की मूर्तियाँ उठा लीं। पुरोहित छ: सौ शस्त्रधारी सैनिकों के साथ प्रवेश-द्वार पर खड़ा था।
जब ये पाँच पुरुष मीकाह के घर में घुस गए और इन्होंने चांदी की ढली-गढ़ी प्रतिमा, एपोद, और गृह-देवता की मूर्तियाँ उठा लीं तब पुरोहित ने उनसे कहा, ‘यह आप क्या कर रहे हैं?’
पुरोहित का हृदय प्रसन्न हो गया। उसने एपोद, गृह-देवता की मूर्तियाँ और चांदी की प्रतिमा ले लीं, और लोगों के मध्य आ गया।
मीकाह ने कहा, ‘तुमने मेरे देवता की मूर्तियाँ ले लीं, जिन्हें मैंने बनाया था। तुम मेरे पुरोहित को भी लिए जा रहे हो। अब मेरे पास क्या बचा? फिर तुम मुझसे पूछते हो कि मुझे क्या हुआ।’
विद्रोह करना सगुन विचारने के तुल्य पाप करना है। हठधर्मी होना मूर्ति-पूजा के सदृश कुकर्म करना है। तूने प्रभु के वचन को सुनने से इन्कार किया, अत: प्रभु भी तुझे राजा मानने से इन्कार करता है।’