यहेजकेल 14:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यदि ऐसे अधर्मी देश में नूह, दानिएल और अय्यूब जैसे धार्मिक व्यक्ति होते हैं, तो वे अपने धर्म के कारण अपने ही प्राण बचाते हैं, दूसरों के नहीं।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है। पवित्र बाइबल मैं उस देश को दण्ड दूँगा चाहे वहाँ नूह, दानिय्येल और अय्यूब रहते हों। वे लोग अपना जीवन अपनी अच्छाईयों से बचा सकते हैं, किन्तु वे पूरे देश को नहीं बचा सकते।” मेरे स्वामी यहोवा ने यह सब कहा। Hindi Holy Bible तब चाहे उस में नूह, दानिय्येल और अय्यूब ये तीनों पुरुष हों, तौभी वे अपने धर्म के द्वारा केवल अपने ही प्राणों को बचा सकेंगे; प्रभु यहोवा की यही वाणी हे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब चाहे उस में नूह, दानिय्येल, और अय्यूब ये तीनों पुरुष हों, तौभी वे अपने धर्म के द्वारा केवल अपने ही प्राणों को बचा सकेंगे; प्रभु यहोवा की यही वाणी है। सरल हिन्दी बाइबल और चाहे यदि ये तीन लोग—नोहा, दानिएल और अय्योब भी उनके बीच होते, तो वे अपने धर्मीपन के कारण सिर्फ अपने आपको ही बचा पाते, परम प्रधान याहवेह की घोषणा है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब चाहे उसमें नूह, दानिय्येल और अय्यूब ये तीनों पुरुष हों, तो भी वे अपने धार्मिकता के द्वारा केवल अपने ही प्राणों को बचा सकेंगे; प्रभु यहोवा की यही वाणी है। |
प्रभु ने नूह से कहा ‘तू अपने परिवार सहित जलयान में जा। मैंने इस समय के लोगों में केवल तुझे ही अपनी दृष्टि में धार्मिक पाया है।
ऊत्स देश में एक मनुष्य रहता था। उसका नाम अय्यूब था। वह प्रत्येक दृष्टि से सिद्ध और निष्कपट था। वह परमेश्वर से डरता और बुराई से दूर रहता था।
जब भोज-उत्सव के दिन समाप्त हो जाते, तब अय्यूब सन्देश भेजता और अपने पुत्रों को बुलवाकर उनको शुद्ध करता था। वह उनकी शुद्धि के लिए सबेरे उठता और अपने सात पुत्रों की गिनती के अनुसार, सात अग्नि-बलि चढ़ाता था, क्योंकि अय्यूब सोचता था, ‘यह हो सकता है कि मेरे पुत्रों ने पाप किया हो, और अपने हृदय में ईश-निन्दा की हो।’ अय्यूब प्रत्येक भोज-उत्सव पर हर बार ऐसा ही किया करता था।
मृत्यु के दिन धन किसी काम नहीं आता, किन्तु मनुष्य की धार्मिकता उसको मृत्यु से बचाती है!
‘इसलिए, यिर्मयाह, तू इन लोगों के लिए प्रार्थना मत कर। इन की ओर से न विनती कर, और न गिड़गिड़ा कर प्रार्थना कर; क्योंकि जब वे अपने संकट-काल में मेरे नाम की दुहाई देंगे, तब भी मैं उसको नहीं सुनूंगा।
तब प्रभु ने मुझ से कहा, ‘यदि मूसा और शमूएल भी मेरे सम्मुख खड़े हों, और यहूदा प्रदेश के लोगों के लिए दया की भीख मांगें, तो भी मेरा हृदय उनके प्रति नहीं पिघलेगा। उनको मेरी नजर से दूर करो, मेरी उपस्थिति से निकाल दो।
‘और तू, यिर्मयाह, इन लोगों के लिए प्रार्थना मत कर। तू इनके लिए क्षमा की प्रार्थना मत कर; मेरी दुहाई मत दे, और न इनके लिए मुझसे निवेदन कर; क्योंकि मैं इनके सम्बन्ध में तेरी प्रार्थना नहीं सुनूंगा।
तो यदि नूह, दानिएल और अय्यूब, ये तीन धार्मिक व्यक्ति भी वहां होते, तो वे अपने धार्मिक आचरण के कारण केवल अपने ही प्राण बचा पाते, अपने पुत्रों और पुत्रियों के नहीं। मेरे जीवन की सौगन्ध! केवल धार्मिक व्यक्ति ही बचेंगे, और सम्पूर्ण देश नष्ट हो जाएगा।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
और वहां ये तीन धार्मिक व्यक्ति हों, तो मेरे जीवन की सौगन्ध! वे अपने धार्मिक आचरण के कारण केवल अपने ही प्राण बचा पाएंगे, अपने पुत्रों या पुत्रियों के नहीं।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
और वहां नूह, दानिएल और अय्यूब हों तो मेरे जीवन की सौगन्ध! वे अपने धार्मिक आचरण के कारण अपने पुत्र या पुत्री के प्राण नहीं, केवल अपने ही प्राण बचा पाएंगे।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
तूने अपनी बेल-बूटेदार साड़ियां उतार कर उनको ढांप दिया, और मेरे तेल और सुगंधित धूप-द्रव्य को उनके सम्मुख चढ़ाया।
‘तूने मेरे लिए पुत्र और पुत्रियां उत्पन्न किये थे। तूने इन पुत्र-पुत्रियों की बलि चढ़ा दी ताकि वे आकृतियां उनको खा लें। क्या ये तेरे कुकर्म संगीन नहीं हैं?
केवल पाप करनेवाला प्राणी ही मरेगा। पिता के अधर्म का फल पुत्र कदापि नहीं भोगेगा, और न ही पुत्र के अधर्म का दण्ड पिता को मिलेगा। किन्तु धार्मिक व्यक्ति को उसके धर्म का फल और दुर्जन को उसके पाप का फल मिलेगा।
किन्तु यदि तू उस दुर्जन को चेतावनी देगा, और वह दुर्जन अपने दुष्कर्म के मार्ग से मुंह नहीं मोड़ेगा, अथवा दुष्कर्म करना नहीं छोड़ेगा, तो वह निस्सन्देह अपने दुष्कर्मों के कारण मरेगा, किन्तु तेरा प्राण बच जाएगा।
इन इस्राएली जवानों में से यहूदा कुल के ये चार जवान थे : दानिएल, हनन्याह, मीशाएल और अजर्याह।
“उसने मुझसे कहा, “ओ दानिएल, परमेश्वर के परमप्रिय पुरुष! जो शब्द मैं तुझसे कहने जा रहा हूं, उनको ध्यान से सुन, और सीधा खड़ा हो; क्योंकि मैं तुझको सन्देश सुनाने के लिए तेरे पास भेजा गया हूं।” वह मुझसे ये शब्द कह ही रहा था कि मैं कांपता हुआ खड़ा हो गया।
वस्तुत: जब मैं प्रार्थना के शब्दों को बोल ही रहा था, तब वही गब्रिएल स्वर्गदूत द्रुतगति से मेरे पास आया, जिसको मैंने प्रथम दर्शन में देखा था। संध्या-बलि का समय था।
तूने याचना करना आरम्भ किया था कि मुझे आदेश प्राप्त हुआ। मैं तुझको वही बताने आया हूं, क्योंकि तू परमेश्वर को परमप्रिय है। अब तू मेरे शब्दों को ध्यान से सुन और अपने दर्शन को समझ।
नूह अपने विश्वास के कारण अदृश्य घटनाओं से परमेश्वर के द्वारा सचेत किया गया। उसने इस चेतावनी का सम्मान किया और अपना परिवार बचाने के लिए जलयान का निर्माण किया। उसने अपने विश्वास द्वारा संसार को दोषी ठहराया और वह उस धार्मिकता का अधिकारी बना, जो विश्वास पर आधारित है।
इस प्रकार हम देखते हैं कि प्रभु धर्मात्माओं को संकटों से छुड़ाने और विधर्मियों को दण्ड देने के लिए उन्हें न्याय के दिन तक रख छोड़ने में समर्थ है,