गाद कुल के योद्धा अपने भाई-बन्धुओं का पक्ष छोड़कर दाऊद के पास निर्जन प्रदेश के गढ़ में आए। ये बलवान और अनुभवी योद्धा थे। ये ढाल और भाले में विशेषज्ञ थे। इनके मुंह सिंह के सदृश खूंखार थे। ये चिकारे के समान पहाड़ों पर वेग से दौड़ सकते थे।
यहेजकेल 1:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) चारों के चेहरे का रूप इस प्रकार था : प्रत्येक प्राणी का चेहरा सामने की ओर मनुष्य के समान था, दाहिनी ओर सिंह का था, और बायीं ओर बैल का तथा पीछे की ओर गरुड़ का। पवित्र बाइबल हर एक प्राणी के चार मुख थे। सामने की ओर उनका चेहरा मनुष्य का था। दायीं ओर सिंह का चेहरा था। बांयी ओर बैल का चेहरा था और पीछे की ओर उकाब का चेहरा था। Hindi Holy Bible उनके साम्हने के मुखों का रूप मनुष्य का सा था; और उन चारों के दाहिनी ओर के मुख सिंह के से, बाई ओर के मुख बैल के से थे, और चारों के पीछे के मुख उकाब पक्षी के से थे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उनके सामने के मुखों का रूप मनुष्य का सा था और उन चारों के दाहिनी ओर के मुख सिंह के से, बाईं ओर के मुख बैल के से थे, और चारों के पीछे के मुख उकाब पक्षी के से थे। सरल हिन्दी बाइबल उनका मुंह इस प्रकार दिखता था: चारों में से हर एक का एक मुंह मनुष्य का था, और दाहिने तरफ हर एक का मुंह सिंह का, और बायें तरफ हर एक मुंह बैल का; और हर एक का एक गरुड़ का मुंह भी था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उनके सामने के मुखों का रूप मनुष्य का सा था; और उन चारों के दाहिनी ओर के मुख सिंह के से, बाईं ओर के मुख बैल के से थे, और चारों के पीछे के मुख उकाब पक्षी के से थे। (प्रका. 4:7) |
गाद कुल के योद्धा अपने भाई-बन्धुओं का पक्ष छोड़कर दाऊद के पास निर्जन प्रदेश के गढ़ में आए। ये बलवान और अनुभवी योद्धा थे। ये ढाल और भाले में विशेषज्ञ थे। इनके मुंह सिंह के सदृश खूंखार थे। ये चिकारे के समान पहाड़ों पर वेग से दौड़ सकते थे।
जहाँ हल के लिए बैल नहीं वहां अनाज पैदा नहीं होता। बैल के बल से ही प्रचुर अन्न उत्पन्न होता है।
परन्तु प्रभु की प्रतीक्षा करनेवाले नया बल प्राप्त करते जाएंगे, वे गरुड़ के पंखों की तरह नवशक्ति प्राप्त कर ऊंचे उड़ेंगे; वे दौड़ेंगे, पर थकेंगे नहीं; वे चलते रहेंगे, किन्तु निर्बल नहीं होंगे।
प्रत्येक प्राणी के चार मुंह थे : पहला मुंह करूब का, दूसरा मुंह मनुष्य का, तीसरा मुंह सिंह का और चौथा मुंह गरुड़ का था।
एक खजूर के वृक्ष की ओर आदमी का मुख था, और दूसरे खजूर के वृक्ष की ओर जवान सिंह का मुख था। मन्दिर की दीवारों पर चारों ओर ऐसे ही चित्र बने थे :
पहला पशु सिंह के सदृश था, पर उस में गरुड़ के पंख उगे हुए थे। जब मैं उसको देख रहा था तब उसके पंख उखाड़ दिए गए। उसको भूमि पर से उठाया गया और मनुष्य के समान उसको दो पैरों पर खड़ा किया गया। उसको मनुष्य का हृदय दिया गया।
‘दक्षिण दिशा में अपने दल-बल सहित, ध्वजा के साथ रूबेन का पड़ाव होगा। रूबेन वंशीय दल का नेता शदेऊर का पुत्र एलीसूर होगा।
‘पश्चिम दिशा में अपने दल-बल सहित, ध्वजा के साथ एफ्रइम का पड़ाव होगा। एफ्रइम वंशीय दल का नेता अम्मीहूद का पुत्र एलीशामा होगा।
‘उत्तर दिशा में अपने दल-बल सहित, ध्वजा के साथ दान का पड़ाव होगा। दान वंशीय दल का नेता अम्मीशद्दय का पुत्र अहीएजर होगा।
पूर्व में, सूर्योदय की दिशा में अपने दल-बल सहित पड़ाव डालने वाला दल यहूदा होगा, जो अपनी ध्वजा के साथ पड़ाव डालेगा। यहूदा वंशीय दल का नेता अम्मीनादब का पुत्र नहशोन होगा।
मैं तुम से कहता हूँ, इसी प्रकार परमेश्वर के दूत उस पापी के लिए आनन्द मनाते हैं जो पश्चात्ताप करता है।”
भाइयो और बहिनो! सोच-विचार में बच्चे मत बनिए। हाँ, बुराई के संबंध में शिशु बने रहिए; किन्तु सोच-विचार में पूर्ण सयाने बनिए।
प्रभु दूर से, पृथ्वी के सीमान्त से, एक राष्ट्र को तेरे विरुद्ध बाज की गति के सदृश वेगपूर्वक लाएगा। तू उस राष्ट्र की भाषा नहीं समझेगा।
पहला प्राणी सिंह के सदृश है ओर दूसरा प्राणी सांड़ के सदृश। तीसरे प्राणी का चेहरा मनुष्य-जैसा है और चौथा प्राणी उड़ने वाले गरुड़ के सदृश है।
इस पर धर्मवृद्धों में से एक ने मुझ से कहा, “मत रोओ! देखो, वह, जो यहूदा कुल का सिंह है, जो दाऊद का श्रेष्ठ वंशज है, वह विजयी हुआ है। वह पुस्तक और उसकी सात मोहरें खोलने योग्य है।”
तिम्नाह नगर के निवासियों ने सातवें दिन, सूर्यास्त के पूर्व शिमशोन से कहा : ‘मधु से अधिक मधुर और क्या वस्तु है? सिंह से अधिक शक्तिमान और कौन प्राणी है?’ पर शिमशोन ने कहा, ‘यदि तुम मेरी कलोर को हल में न जोतते, तो मेरी पहेली का अर्थ बूझ न पाते!’