जो कार्य प्रभु की दृष्टि में बुरा था, मनश्शे ने वही किया। जिन जातियों को प्रभु ने इस्राएलियों को बसाने के लिए कनान देश से निकाल दिया था, उनकी घृणित प्रथाओं को मनश्शे ने पुन: आरम्भ किया।
यशायाह 66:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इसलिए मैं भी उनके लिए विपत्ति चुनूंगा; जिन बातों से वे डरते हैं; उन्हीं को मैं उन पर लाऊंगा। मैंने उनको पुकारा था, पर उन्होंने मुझे उत्तर नहीं दिया; जब मैं उनसे बोला, तो उन्होंने नहीं सुना : किन्तु उन्होंने वही किया जो मेरी दृष्टि में बुरा था; उन्होंने उसको पसन्द किया, जो मुझे नापसन्द था।’ पवित्र बाइबल इसलिये मैंने यह निश्चय किया है कि मैं उनकी जूती उन्हीं के सिर करूँगा। मेरा यह मतलब है कि मैं उनको दण्ड दूँगा उन वस्तुओं को काम में लाते हुये जिनसे वे बहुत डरते हैं। मैंने उन लोगों को पुकारा था किन्तु उन्होंने नहीं सुना। मैंने उनसे बोला था किन्तु उन्होंने सुना ही नहीं। इसलिये अब मैं भी उनके साथ ऐसा ही करूँगा। वे लोग उन सभी बुरे कामों को करते रहे हैं जिनको मैंने बुरा बताया था। उन्होंने ऐसे काम करने को चुने जो मुझको नहीं भाते थे।” Hindi Holy Bible इसलिये मैं भी उनके लिये दु:ख की बातें निकालूंगा, और जिन बातों से वे डरते हैं उन्हीं को उन पर लाऊंगा; क्योंकि जब मैं ने उन्हें बुलाया, तब कोई न बोला, और जब मैं ने उन से बातें की, तब उन्होंने मेरी न सुनी; परन्तु जो मेरी दृष्टि में बुरा था वही वे करते रहे, और जिस से मैं अप्रसन्न होता था उसी को उन्होंने अपनाया॥ तुम जो यहोवा का वचन सुनकर थरथराते हो यहोवा का यह वचन सुनो: पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये मैं भी उनके लिये दु:ख की बातें निकालूँगा, और जिन बातों से वे डरते हैं उन्हीं को उन पर लाऊँगा; क्योंकि जब मैं ने उन्हें बुलाया, तब कोई न बोला, और जब मैं ने उन से बातें की, तब उन्होंने मेरी न सुनी; परन्तु जो मेरी दृष्टि में बुरा था वही वे करते रहे, और जिस से मैं अप्रसन्न होता था उसी को उन्होंने अपनाया।” सरल हिन्दी बाइबल अतः उनके लिए दंड मैं निर्धारित करके उन्हें वही दंड दूंगा, जो उनके लिए कष्ट से भरा होगा. क्योंकि जब मैंने बुलाया, तब किसी ने उत्तर नहीं दिया, जब मैंने उनसे बात की, तब उन्होंने सुनना न चाहा. उन्होंने वही किया जो मेरी दृष्टि में बुरा है, और उन्होंने वही चुना जो मुझे अच्छा नहीं लगता.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसलिए मैं भी उनके लिये दुःख की बातें निकालूँगा, और जिन बातों से वे डरते हैं उन्हीं को उन पर लाऊँगा; क्योंकि जब मैंने उन्हें बुलाया, तब कोई न बोला, और जब मैंने उनसे बातें की, तब उन्होंने मेरी न सुनी; परन्तु जो मेरी दृष्टि में बुरा था वही वे करते रहे, और जिससे मैं अप्रसन्न होता था उसी को उन्होंने अपनाया।” |
जो कार्य प्रभु की दृष्टि में बुरा था, मनश्शे ने वही किया। जिन जातियों को प्रभु ने इस्राएलियों को बसाने के लिए कनान देश से निकाल दिया था, उनकी घृणित प्रथाओं को मनश्शे ने पुन: आरम्भ किया।
उसने अग्नि में अपने पुत्र की बलि चढ़ाई। वह सगुनियों, भविष्यफल बताने वालों, प्रेत-साधकों और जादू-टोना करने वालों से सम्बन्ध रखता था। उसने प्रभु की दृष्टि में और अधिक दुष्कर्म किये, और प्रभु के क्रोध को भड़काया।
मैंने तुम्हें पुकारा, पर तुमने मेरी बात सुनने से इन्कार कर दिया; मैंने तुम्हारी ओर अपना हाथ बढ़ाया, किन्तु तुममें से किसी ने भी ध्यान नहीं दिया।
जिस बात से दुर्जन डरता है, वह उस पर आती है; पर धार्मिक मनुष्य की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
क्या कारण है कि जब मैं आया तब वहां कोई मनुष्य नहीं था? जब मैं ने पुकारा तब क्यों मुझे उत्तर देनेवाला वहाँ नहीं था? क्या मेरा हाथ इतना छोटा हो गया कि वह छुड़ा नहीं सकता? क्या मुझ में उद्धार करने की शक्ति नहीं रही? देखो, मैं अपनी डांट से समुद्र को सुखा देता हूं, मैं नदियों को मरुस्थल बना देता हूं। उनकी मछलियाँ जल के अभाव में प्यास से तड़प कर मर जाती हैं, और बसाती हैं।
हमारे जीवन में सत्य का अभाव है; जो बुराई से दूर रहता है, वही ठगा जाता है। प्रभु ने यह देखा, वह अप्रसन्न हुआ कि न्याय का अस्तित्व नहीं रहा।
उनके पैर बुराई की ओर दौड़ते हैं, वे निर्दोष व्यक्ति का रक्त बहाने को भागकर जाते हैं। उनके विचार अधर्म के विचार हैं, उनकी योजनाएं केवल हिंसा और विनाश के लिए हैं।
मैं तुम्हारी ‘नियति’ तलवार को निश्चित् करूंगा; तुम-सब को वध के लिए गर्दन झुकानी होगी; क्योंकि मैंने तुम्हें पुकारा, पर तुमने मुझे उत्तर नहीं दिया। जब मैं तुमसे बोला, तो तुमने नहीं सुना। किन्तु तुमने वही किया जो मेरी दृष्टि में बुरा था; तुमने उसको पसन्द किया, जो मुझे नापसन्द था।’
मैं विद्रोही कौम की ओर दिन भर हाथ फैलाए रहा, उन्हें बुलाता रहा। यह कौम अपने मन की योजनाओं के अनुसार उस मार्ग पर चलती है, जो भला नहीं है।
यह मेरे मुंह पर निरंतर मुझे भड़काती रहती है; इसके लोग उद्यानों में देवताओं को बलि चढ़ाते हैं, ईंटों पर धूप जलाते हैं।
अत: मैं, इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु परमेश्वर, यों कहता हूं : जिन विपत्तियों की घोषणा मैंने की थी, वे सब मैं यहूदा प्रदेश की जनता और यरूशलेम के निवासियों पर ला रहा हूं। मैंने इन लोगों को अपना सन्देश सुनाया था, लेकिन इन्होंने नहीं सुना। मैंने इन को पुकारा, किन्तु इन्होंने मेरी पुकार का उत्तर नहीं दिया।’
अब तुम मुझ-प्रभु की वाणी सुनो: तुम ने भी ये दुष्कर्म किए। मैंने बार-बार तुम्हें चेतावनी दी; पर तुमने मेरी बात नहीं सुनी; और जब मैंने तुम्हें पश्चात्ताप के लिए बुलाया तब तुमने मुझे उत्तर भी नहीं दिया।
प्रभु कहता है, ‘यहूदा प्रदेश के निवासियों ने मेरी दृष्टि में दुष्कर्म किए हैं। जो भवन मेरे नाम से प्रसिद्ध है, उसको अशुद्ध करने के लिए उन्होंने उसमें घृणित मूर्तियां प्रतिष्ठित की हैं।
स्वामी-प्रभु कहता है: तुम तलवार से डरते हो, और मैं तुम को तलवार से मौत के घाट उतारूंगा।
तू इन्हें यह बात बता, और इनसे कह, स्वामी-प्रभु यों कहता है, ‘इस्राएली कुल का जो व्यक्ति अपने देवता की मूर्ति अपने हृदय में प्रतिष्ठित करेगा, और यों धर्म-मार्ग पर चलने के पूर्व अपने सम्मुख अधर्म के रोड़े डालेगा, और मेरी इच्छा जानने के लिए नबी के पास आएगा, तो उसको मैं अपने ढंग से उत्तर दूंगा : वह अपनी असंख्य मूर्तियों के अनुरूप अपार दण्ड पाएगा।
मैंने उनको ऐसी संविधियां भी दीं, जो अच्छी न थीं। मैंने उनको ऐसे न्याय-सिद्धान्त भी दिए, जिनका पालन करने पर वे जीवन नहीं प्राप्त कर सकते थे।
क्योंकि झूठे मसीह तथा झूठे नबी प्रकट होंगे और ऐसे महान चिह्न तथा चमत्कार दिखाएँगे कि यदि सम्भव हो, तो वे चुने हुए लोगों को भी बहका दें।
इस्राएली लोगों ने शमूएल की बात सुनना अस्वीकार कर दिया। उन्होंने कहा, ‘नहीं, हमें राजा ही चाहिए,