तब वह बोला, ‘अब तेरा नाम याकूब न होगा, वरन् “इस्राएल” होगा; क्योंकि तूने परमेश्वर और मनुष्य से लड़कर विजय प्राप्त की है।’
यशायाह 48:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ओ याकूब के वंशजो, मेरी यह बात सुनो। तुम इस्राएल के नाम से पुकारे जाते हो, तुम यहूदा के वंश में उत्पन्न हुए हो। तुम प्रभु के नाम की शपथ खाते हो, तुम इस्राएल के परमेश्वर के नाम को स्मरण करते हो, पर सच्चाई से नहीं, धार्मिकता से नहीं। पवित्र बाइबल यहोवा कहता है, “याकूब के परिवार, तू मेरी बात सुन। तुम लोग अपने आप को ‘इस्राएल’ कहा करते हो। तुम यहूदा के घराने से वचन देने के लिये यहोवा का नाम लेते हो। तुम इस्राएल के परमेश्वर की प्रशंसा करते हो। किन्तु जब तुम ये बातें करते हो तो सच्चे नहीं होते हो और निष्ठावान नहीं रहते। Hindi Holy Bible हे याकूब के घराने, यह बात सुन, तुम जो इस्राएली कहलाते हो; जो यहोवा के नाम की शपथ खाते हो और इस्राएल के परमेश्वर की चर्चा तो करते हो, परन्तु सच्चाई और धर्म से नहीं करते। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) हे याकूब के घराने, यह बात सुन, तुम जो इस्राएली कहलाते और यहूदा के सोतों के जल से उत्पन्न हुए हो; जो यहोवा के नाम की शपथ खाते हो और इस्राएल के परमेश्वर की चर्चा तो करते हो, परन्तु सच्चाई और धर्म से नहीं करते। सरल हिन्दी बाइबल “हे याकोब के वंश, तुम जो इस्राएली कहलाते हो तथा जो यहूदाह की संतान हो, जो याहवेह के नाम की शपथ लेते हो जो इस्राएल के परमेश्वर की दोहाई देते हो— किंतु यह सब न तो सच्चाई से होता है और न धर्म से होता है— इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 हे याकूब के घराने, यह बात सुन, तुम जो इस्राएली कहलाते और यहूदा के सोतों के जल से उत्पन्न हुए हो; जो यहोवा के नाम की शपथ खाते हो और इस्राएल के परमेश्वर की चर्चा तो करते हो, परन्तु सच्चाई और धार्मिकता से नहीं करते। |
तब वह बोला, ‘अब तेरा नाम याकूब न होगा, वरन् “इस्राएल” होगा; क्योंकि तूने परमेश्वर और मनुष्य से लड़कर विजय प्राप्त की है।’
परमेश्वर ने उससे कहा, ‘तेरा नाम याकूब है। किन्तु अब से तेरा नाम याकूब नहीं रहेगा, वरन् तेरा नाम इस्राएल होगा।’ अत: उसका नाम इस्राएल रखा गया।
वे आज भी प्राचीन रीति-रिवाजों का पालन करती हैं। सामरी लोग प्रभु का भय नहीं मानते थे। वे उन संविधियों, न्याय-सिद्धान्तों, व्यवस्था और आज्ञाओं का पालन नहीं करते थे, जिन्हें प्रभु ने याकूब के वंशजों को प्रदान किया था। याकूब का नाम उसने ‘इस्राएल’ रखा था।
तब परमेश्वर के जन एलीशा के सेवक गेहजी ने यह सोचा, ‘मेरे गुरु ने इस सीरियाई नामान को यों ही छोड़ दिया। जो भेंट वह लाया था, उसको उन्होंने अपने हाथ से स्वीकार नहीं किया। जीवन्त प्रभु की सौगन्ध! मैं उसके पीछे दौड़कर जाऊंगा, और उससे कुछ भेंट लूंगा।’
किन्तु राजा परमेश्वर में हर्षित होगा; परमेश्वर की शपथ लेने वाले महिमा प्राप्त करेंगे; पर झूठे लोगों का मुंह बन्द किया जाएगा।
परमेश्वर से यह कहो, “तेरे कार्य कितने भयप्रद हैं। तेरे असीम बल के कारण तेरे शत्रु तेरे सन्मुख घुटने टेकते हैं।
वहां सब से छोटा कुल बिन्यामिन उनकी अगुआई कर रहा है, उनके समूह में यहूदा के शासक, जबूलून और नफ्ताली कुल के शासक हैं।
‘जो बातें मैंने तुमसे कही हैं, उनका पालन करना। तू अन्य देवताओं के नाम भी नहीं लेना, ये नाम तेरे मुंह से न निकलें और सुनाई भी न दें।
क्या तू यह चाहता है कि तेरे झरने की जलधाराएं इधर-उधर फैल जाएं; तेरे जल-स्रोत सड़क पर बहने लगें?
हे हमारे प्रभु परमेश्वर, तेरे अतिरिक्त अन्य स्वामियों ने हम पर शासन किया, पर हम केवल तेरा नाम स्मरण करते हैं।
उनमें से एक कहेगा, ‘मैं प्रभु का हूं,’ तो दूसरा अपना नाम ‘याकूब’ रखेगा। अन्य व्यक्ति अपने हाथ पर यह खुदवाएगा : ‘यह प्रभु का है,’ और अपना कुल-नाम ‘इस्राएल’ बताएगा।
मैंने स्वयं अपनी शपथ खाई है, मेरी धार्मिकता से मेरे मुंह से यह वचन निकला है, और वह नहीं टलेगा: ‘हर एक मनुष्य मेरे सम्मुख घुटना टेकेगा, प्रत्येक जीभ मेरे नाम से शपथ लेगी।’
ओ धर्म पर आचरण करनेवालो! प्रभु को ढूंढ़नेवालो, मेरी बात सुनो! जिस चट्टान से तुम काटे गए, जिस खदान से तुम निकाले गए, उस पर ध्यान दो।
अपने पिता अब्राहम का, अपनी माता सारा का ध्यान करो। जब अब्राहम अकेला था, तब मैं-प्रभु ने उसे बुलाया, मैंने उसे आशिष दी, और उसको एक से अनेक बनाया।
वे प्रतिदिन मुझे ढूंढ़ते हैं; वे मेरे मार्ग जानने की इच्छा प्रकट करते हैं; मानो वे धर्म-कर्म करनेवाला राष्ट्र हैं, जिसने अपने ईश्वर के न्याय-सिद्धान्तों का परित्याग नहीं किया है। वे मुझ से धर्म के नियम पूछते हैं। वे मुझ-परमेश्वर के समीप आते, और प्रसन्न होते हैं।
प्रभु ने अपने दाहिने हाथ की, अपनी सामर्थी भुजा की शपथ खाई है : ‘निश्चय ही मैं भविष्य में तेरा अन्न तेरे शत्रुओं को फिर न दूंगा; जिस अंगूर-रस के लिए तूने खून पसीना एक किया है, विदेशी आक्रमणकारी उसे पी न सकेंगे।
हम-सब अशुद्ध व्यक्ति के समान हो गए हैं, हमारे सब धर्म-कर्म गन्दे वस्त्र हो गए हैं। हम-सब पत्ते के सदृश मुरझा जाते हैं। हमारे दुष्कर्म हवा की तरह हमें उड़ा ले जाते हैं।
जो व्यक्ति देश में आशिष की याचना करेगा, वह सत्य परमेश्वर के नाम से आशिष को प्राप्त करेगा। जो देश में शपथ लेगा, वह सत्य परमेश्वर के नाम से शपथ लेगा; क्योंकि अतीत के कष्ट भुला दिये गये हैं; वे मेरी आंखों से ओझल हो गये हैं।
यदि तू सच्चाई, न्याय और निष्कपट हृदय से जीवंत प्रभु की शपथ खाए, तो विश्व के राष्ट्र तेरे कारण मुझसे आशिष पाएंगे; वे तेरे माध्यम से मेरी महिमा करेंगे।’
लेकिन, ओ यहूदा प्रदेश के रहनेवालो, तुम जो मिस्र देश में बस गए हो, प्रभु का यह वचन सुनो। मैं-प्रभु यह कहता हूं: मैंने अपने महान नाम की शपथ खाई है कि अब यहूदा प्रदेश का रहनेवाला कोई भी मनुष्य, जो मिस्र देश में बस गया है, मेरा नाम अपनी जबान पर नहीं लाएगा, और न यह कहेगा: “जीवन्त प्रभु की सौगन्ध।”
यद्यपि यरूशलेम-निवासी मुझ-जीवन्त परमेश्वर की शपथ खाते हैं, पर उनकी शपथ झूठी होती है।’
तुम मेरे नाम से झूठी शपथ नहीं खाना; और इस प्रकार अपने परमेश्वर का नाम अपवित्र मत करना। मैं प्रभु हूँ।
प्रभु कहता है, ‘ओ याकूब के वंशजो, क्या मनुष्य मुझ से यह प्रश्न पूछ सकता है, “क्या प्रभु का आत्मा धीरज खो बैठा है? क्या यह उसके कार्य हैं? क्या सदाचारी के प्रति उसके वचन हितकर नहीं होते?”
ये अपने घर की छत पर चढ़कर आकाश की शक्तियों की पूजा करते हैं, और मिलकोम देवता के नाम पर शपथ खाते हैं। ये मेरी भी वन्दना करते हैं; और मुझ-प्रभु के नाम पर भी शपथ खाते हैं!
तब उसने मुझे यह बताया, ‘इस पर उस श्राप के विषय में लिखा है, जो सारे देश पर पड़ने वाला है। इसकी एक ओर लिखे विवरण के अनुसार वह व्यक्ति जो चोरी करता है, दूध की मक्खी के समान निकाल कर फेंक दिया जाएगा। इसकी दूसरी ओर लिखे हुए विवरण के अनुसार वह व्यक्ति जो झूठी शपथ खाता है, वह भी दूध की मक्खी के समान निकाल कर फेंक दिया जाएगा।
स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है, ‘तब मैं अदालत में तुम्हारे सम्मुख उपस्थित होऊंगा। मैं इन सब लोगों के विरुद्ध तुरन्त साक्षी दूंगा: झाड़-फूंक करनेवाले ओझा, व्यभिचारी, झूठी शपथ खानेवाले, मजदूर की मजदूरी दबानेवाले, विधवाओं और अनाथों पर अत्याचार करनेवाले, प्रवासी के अधिकारों को छीननेवाले और मुझसे न डरनेवाले।
याकूब की बालटियों से जल बहेगा, और उसका बीज जलाशय में अंकुरित होगा। उसका राजा, अगग से अधिक महान होगा, उसका राज्य उन्नत होगा।
“ढोंगी शास्त्रियो और फरीसियो! धिक्कार है तुम्हें! तुम मनुष्यों के लिए स्वर्ग-राज्य का द्वार बन्द कर देते हो; न तो तुम स्वयं प्रवेश करते हो और न प्रवेश करने वालों को प्रवेश करने देते हो।
येशु ने नतनएल को अपने पास आते देखा, तो उसके विषय में कहा, “देखो, यह एक सच्चा इस्राएली है। इस में कोई कपट नहीं।”
परमेश्वर आत्मा है और यह आवश्यक है कि उसके आराधक आत्मा और सत्य में उसकी आराधना करें।”
और तुम, जो यहूदी कहलाते हो! तुम व्यवस्था पर निर्भर रहते हुए परमेश्वर पर गर्व करते हो,
फिर भी यह नहीं समझना चाहिए कि परमेश्वर का वचन रद्द हो गया है; क्योंकि इस्राएल के वंश में उत्पन्न सभी लोग सच्चे इस्राएली नहीं हैं
इसका अर्थ यह है कि जो प्रकृति के अनुसार जन्म लेते हैं, वे परमेश्वर की सन्तान नहीं हैं, बल्कि जिनका जन्म प्रतिज्ञा के अनुसार हुआ, वे ही वंशज माने जाते हैं;
‘तू प्रभु परमेश्वर की भक्ति करना। तू उसकी आराधना करना, और उससे ही सम्बद्ध रहना। तू केवल उसके नाम की शपथ खाना।
इस्राएल निरापद निवास करता है। याकूब के पुत्र अन्न और अंगूर के देश में एकान्त में शत्रुओं से सुरक्षित हैं। वहां आकाश ओस की वर्षा करता है।
‘जब तुमने मुझसे ये बातें कहीं, तब प्रभु ने उन्हें सुन लिया। प्रभु ने मुझसे कहा था, “मैंने इन लोगों की बातें सुन ली हैं, जो उन्होंने तुझसे कही हैं। जो कुछ ये बोले अच्छा ही बोले।
तू अपने प्रभु परमेश्वर से डरना और उसकी भक्ति करना। तू उसकी सेवा करना, और उसके नाम की शपथ खाना।
वे कपटी लोगों के पाखण्ड द्वारा भटकाये जायेंगे, जिनके अन्त:करण पर शैतान की मुहर लग चुकी है,
मैं तुम्हारे संकट और दरिद्रता से परिचित हूँ। फिर भी तुम धनी हो; और मैं यह भी जानता हूँ कि वे लोग तुम्हारी कितनी बदनामी करते हैं जो अपने को “यहूदा-वासी” कहते हैं, किन्तु जो यहूदा के नहीं, बल्कि शैतान के सभागृह के सदस्य हैं।
देखो, शैतान के सभागृह के उन सदस्यों को, जो अपने को यहूदा-वासी कहते हैं, किन्तु यहूदा के नहीं हैं और झूठ बोलते हैं, मैं उनको बाध्य करूँगा कि वे आ कर तुम्हारे चरणों पर गिरें और यह जानें कि मैं तुम से प्रेम करता हूँ।