यशायाह 27:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उस दिन प्रभु अपनी मजबूत, कठोर और विशाल तलवार से वेगवान, वक्र सर्पासुर लिव्यातान को दण्ड देगा, वह समुद्र में रहने वाले जल-पशु का वध करेगा। पवित्र बाइबल उस समय, यहोवा लिब्यातान का न्याय करेगा जो एक दुष्ट सर्प है। हे यहोवा अपनी बड़ी तलवार, अपनी सुदृढ़ और शक्तिशाली तलवार, कुंडली मारे सर्प लिब्यातान को मारने में उपयोग करेगा। यहोवा सागर के विशालकाय जीव को मार डालेगा। Hindi Holy Bible उस समय यहोवा अपनी कड़ी, बड़ी, और पोड़ तलवार से लिव्यातान नाम वेग और टेढ़े चलने वाले सर्प को दण्ड देगा, और जो अजगर समुद्र में रहता है उसको भी घात करेगा॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उस समय यहोवा अपनी कड़ी, बड़ी, और दृढ़ तलवार से लिब्यातान नामक वेग और टेढ़े चलनेवाले सर्प को दण्ड देगा, और जो अजगर* समुद्र में रहता है उसको भी घात करेगा। सरल हिन्दी बाइबल उस दिन, याहवेह अपनी बड़ी और भयानक तलवार से, टेढ़े चलनेवाले सांप लिवयाथान को दंड दिया करेंगे, टेढ़े चलनेवाले सांप लिवयाथान; वह उसको मार देंगे जो समुद्र में रहता है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उस समय यहोवा अपनी कड़ी, बड़ी, और दृढ़ तलवार से लिव्यातान नामक वेग और टेढ़े चलनेवाले सर्प को दण्ड देगा, और जो अजगर समुद्र में रहता है उसको भी घात करेगा। |
श्राप देनेवाले उसको श्राम दें, लिव्यातान राक्षस को जगाने में निपुण व्यक्ति उस रात को कोसें।
‘वह मुझ-परमेश्वर की उत्कृष्ट रचना है; उसको बनाने वाला ही हाथ में तलवार लेकर उसके समीप जा सकता है।
‘क्या तू समुद्र-राक्षस लिव्यातान को अथवा मगरमच्छ को बंसी के काँटे से फँसाकर खींच सकता है? या रस्सी से उसकी जीभ बाँध सकता है?
वहां जलयान चलते हैं, और लिव्यातान जल-पशु भी, जिसे तूने उसमें क्रीड़ा करने के लिए बनाया है।
देखो, पृथ्वी के निवासियों को, उनके अधर्म का दण्ड देने के लिए प्रभु अपने निवास-स्थान से बाहर निकल रहा है! तब पृथ्वी उन हत्याओं को प्रकट करेगी, जो उस पर की गई हैं; वह किसी के रक्त को नहीं छिपाएगी।
ओ प्रभु की भुजा! जाग! जाग! और अपने बल को धारण कर। जैसी तू प्राचीनकाल में, पुरानी पीढ़ियों के समय में जागी थी, वैसे आज भी जाग! ओ प्रभु की भुजा! क्या तू वही नहीं है जिसने रहब के टुकड़े-टुकड़े किए थे, जिसने जल-राक्षस को बेधा था?
मैं तुम्हारी ‘नियति’ तलवार को निश्चित् करूंगा; तुम-सब को वध के लिए गर्दन झुकानी होगी; क्योंकि मैंने तुम्हें पुकारा, पर तुमने मुझे उत्तर नहीं दिया। जब मैं तुमसे बोला, तो तुमने नहीं सुना। किन्तु तुमने वही किया जो मेरी दृष्टि में बुरा था; तुमने उसको पसन्द किया, जो मुझे नापसन्द था।’
भेड़िया और मेमना एक-साथ चरेंगे सिंह बैल के समान भूसा खाएगा, सांप मिट्टी खाकर पेट भरेगा। वे मेरे पवित्र पर्वत पर किसी को हानि नहीं पहुँचाएंगे, और न किसी का अनिष्ट करेंगे।’ प्रभु की यह वाणी है।
प्रभु हर एक प्राणी का अग्नि के माध्यम से और अपनी तलवार के द्वारा न्याय करेगा; वह अनेक लोगों का वध करेगा।
ओ अनेक नदियों से घिरी नगरी, ओ धन-सम्पत्ति से भरी-पूरी नगरी! तेरा अन्त आ गया। तेरी जीवन-लीला समाप्त हो गई।
‘बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर ने मुझे खा लिया; मुझे रौंद डाला! उसने मेरी समस्त धन-सम्पत्ति लूट ली, और मुझे खाली बरतन बना दिया! उसने मुझे मगरमच्छ के समान पूरा निगल लिया! उसने मुझसे अपना पेट भर लिया, मानो मैं स्वादिष्ट भोजन हूं। उसने मुझे अपनी धन-सम्पत्ति से वंचित कर दिया।’
तू उनसे यह कहना, स्वामी-प्रभु यों कहता है : “ओ मिस्र देश के राजा फरओ, ओ नील नदी की जलधाराओं में शयन करनेवाले महा जलचर! तू कहता है कि नील नदी तेरी है और तूने उसको बनाया है। सुन, मैं तेरे विरुद्ध हूं।
यदि वे कर्मेल पर्वत के शिखर पर छिपेंगे तो मैं वहां भी उन्हें खोज कर पकड़ लूंगा। यदि वे मेरी आंखों से छिपकर सागर के तल में चले जाएंगे, तो मैं सर्प को आदेश दूंगा, और वह उनको डस लेगा।
तब आकाश में एक अन्य चिह्न दिखाई पड़ा: लाल रंग का एक बहुत बड़ा पंखदार सर्प। उसके सात सिर थे, दस सींग थे और हर एक सिर पर एक मुकुट था।
तब मैंने एक दूसरा पशु पृथ्वी में से ऊपर आते देखा। उसके मेमने के सींग-जैसे दो सींग थे और वह पंखदार सर्प की तरह बोलता था।
लोगों ने पंखदार सर्प की पूजा की, क्योंकि उसने पशु को अधिकार प्रदान किया था और उन्होंने यह कहते हुए पशु की भी पूजा की, “इस पशु की बराबरी कौन कर सकता है? इस से युद्ध करने में कौन समर्थ है?”
तब मैंने पंखदार सर्प के मुँह से, पशु के मुँह से और झूठे नबी के मुँह से मेंढक-जैसे तीन अशुद्ध आत्माओं को निकलते देखा।
जो सात स्वर्गदूत सात प्याले लिये थे, उन में से एक ने मेरे पास आ कर कहा, “आइए, मैं आप को उस महावेश्या का दण्ड दिखाऊंगा, जो महासमुद्र के किनारे विराजमान है।
स्वर्गदूत ने मुझ से यह कहा, “आपने जिस समुद्र को देखा, जहाँ महावेश्या बैठी हुई है, उस समुद्र का अर्थ है: प्रजातियाँ, जनसमूह, राष्ट्र और भाषाएँ।
शेष लोग घुड़सवार के मुख से निकलने वाली तलवार से मारे गये और सब पक्षी उनका मांस खा कर तृप्त हो गये।
इसलिए पश्चात्ताप करो; नहीं तो मैं शीघ्र ही तुम्हारे पास आऊंगा और अपने मुख की तलवार से उन लोगों से युद्ध करूँगा।
उसने पंखदार सर्प को, उस पुराने साँप अर्थात् दोष लगानेवाले शैतान को, पकड़ कर एक हजार वर्ष के लिए बाँधा