वह उस देश से निकलकर असीरिया देश में आया और वहाँ नीनवे, रहोबोत-ईर और कालह नामक नगरों को बसाया।
यशायाह 10:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु ने कहा था : ‘ओ असीरिया, धिक्कार है तुझे! तू मेरे क्रोध को चरितार्थ करनेवाला डंडा है; तू मेरी क्रोधाग्नि को सिद्ध करनेवाला सोंटा है। पवित्र बाइबल परमेश्वर कहेगा, “मैं एक छड़ी के रुप में अश्शूर का प्रयोग करुँगा। मैं क्रोध में भर कर इस्राएल को दण्ड देने के लिए अश्शूर का प्रयोग करुँगा। Hindi Holy Bible अश्शूर पर हाय, जो मेरे क्रोध का लठ और मेरे हाथ में का सोंटा है! वह मेरा क्रोध है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अश्शूर पर हाय, जो मेरे क्रोध का लठ और मेरे हाथ में का सोंटा है! वह मेरा क्रोध है। सरल हिन्दी बाइबल “अश्शूर पर हाय, जो मेरे क्रोध का सोंटा तथा लाठी है! इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अश्शूर पर हाय, जो मेरे क्रोध का लठ और मेरे हाथ में का सोंटा है! वह मेरा क्रोध है। |
वह उस देश से निकलकर असीरिया देश में आया और वहाँ नीनवे, रहोबोत-ईर और कालह नामक नगरों को बसाया।
इसके अतिरिक्त, क्या मैं बिना प्रभु की इच्छा के इस स्थान को नष्ट करने आया हूँ? कदापि नहीं। प्रभु ने मुझसे कहा, “जा, इस प्रदेश पर चढ़ाई कर, और इसको नष्ट कर दे।” ’
“ओ सनहेरिब! क्या तूने यह नहीं सुना? पूर्वकाल में मैंने उसकी योजना बनाई थी; बहुत पहले से मैं उसको निर्धारित कर चुका था; और अब उसको कार्यरूप में परिणत कर रहा हूं। उस योजना में तेरा कार्य केवल यह था कि तू किलाबन्द नगरों को खण्डहर के ढेरों में बदल दे!
दुर्जनों का राजदण्ड धार्मिकों की भूमि पर टिका न रहेगा, ऐसा न हो कि भक्त अन्याय की ओर अपने हाथ बढ़ाएं।
अपने हाथों द्वारा दुर्जनों से, पृथ्वी के उन पुरुषों से, जिनका भाग इसी जीवन में है, मेरे प्राण को मुक्त कर। उनके पेट तेरे दण्ड-भण्डार से भरे जाएं; उनके पुत्रों को यथेष्ट से अधिक दण्ड मिले; वे अपने बच्चों के लिए भी पर्याप्त दण्ड छोड़ जाएं।
क्या कुल्हाड़ी लकड़हारे से शेखी मार सकती है? क्या आरा आराकश से डींग मार सकता है? इनकी शेखी करना, या डींग मारना तो वैसा है जैसे डंडा अपने उठाने वाले को उठाए; निर्जीव लट्ठ उसको उठाए जो सजीव है!
कुछ क्षण में, पलक झपकते ही, तुम्हारे प्रति मेरा क्रोध शान्त हो जाएगा; और मेरा कोप उनके विनाश के लिए प्रेषित होगा।
ये सैनिक दूर देश से, आकाश के छोर से आए हैं। प्रभु अपने क्रोध के हथियारों से लैस होकर समस्त पृथ्वी को नष्ट करने के लिए आ रहा है।
स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने यह शपथ खाई : “जैसा मैंने निश्चय किया है, वैसा ही होगा; जो योजना मैंने बनाई है, वह पूरी होगी।
मैं अपने देश में असीरिया को टुकड़े-टुकड़े करूंगा, मैं अपने पहाड़ों पर उसे पैरों तले रौंदूंगा। उसके दासत्व का जूआ इस्राएलियों की गर्दन से उठ जाएगा; उनके कन्धों से गुलामी का बोझ हट जाएगा।”
देखो, यह कसदी कौम का देश है; वह राष्ट्र नहीं बना रहा। असीरिया ने उस देश को विनष्ट कर जंगली पशुओं का निवास-स्थान बना दिया। उन्होंने गढ़ बना-बनाकर मोर्चाबन्दी की; उन्होंने उस के महल ढाह दिए; उसको खण्डहरों का ढेर बना दिया।
ओ मेरे निज लोगो, अपने-अपने कक्ष में जाओ, और भीतर से दरवाजा बन्द कर लो। जब तक क्रोध शान्त न हो जाए, इस थोड़े समय तक अपने को छिपाए रखो।
तब मैं तुझको संकट में डालूंगा। नगर में शोक मनाया जाएगा; हर जगह रोना-पीटना होगा, तू निस्सन्देह मेरे क्रोध का अग्निकुण्ड बन जाएगा।
देखो, प्रभु दूर से आ रहा है, उसकी क्रोधाग्नि प्रज्वलित है; धुएं का बादल उठ रहा है। उसके ओंठ क्रोध से फड़क रहे हैं, उसकी जीभ भस्मकारी ज्वाला के समान लपलपा रही है!
उस दिन प्रभु अपने भक्तों को अपनी तेजस्वी वाणी सुनाएगा और पृथ्वी की ओर नीचे आती हुई अपनी शक्तिशाली भुजा के दर्शन कराएगा। वह प्रचण्ड क्रोध, भस्मकारी ज्वाला, मेघों की गड़गड़ाहट, तूफान और ओलों की वर्षा में यह कार्य करेगा।
प्रभु सब राष्ट्रों से क्रुद्ध है; उनकी समस्त सेनाओं पर उसकी क्रोधाग्नि भड़क उठी है। उसने उनका संहार करने का निश्चय किया है; उनका वध करने के लिए शत्रु के हाथ में उन्हें सौंप दिया है।
‘तुम अपनी मां-यरूशलेम के दर्शन करोगे, और तुम्हारा हृदय हर्ष से भर जाएगा; तुम्हारी हड्डियाँ हरी घास की तरह लहलहा उठेंगी। तब तुम्हें ज्ञात होगा कि प्रभु का वरदहस्त अपने सेवकों पर रहता है, पर उसका क्रोध अपने शत्रुओं के प्रति भड़क उठता है।’
प्रभु तुझ पर, तेरी प्रजा पर और तेरे राज-परिवार पर भीषण संकट के दिन लाएगा− ऐसा संकट-काल जो पहली बार देश पर तब आया जब एफ्रइम राज्य यहूदा राज्य से अलग हुआ था− अर्थात् असीरिया के राजा के दिन!’
उस दिन स्वामी फरात नदी के तट पर एक उस्तरा किराए पर लेगा− अर्थात् असीरिया के राजा को, और वह उससे सिर और पैरों के बाल मूंड़ेगा, वह दाढ़ी भी साफ करेगा।
क्योंकि बालक “मां” और “पिताजी” बोलना सीख भी नहीं पाएगा, कि उसके पूर्व असीरिया देश का राजा दमिश्क नगर की धन-सम्पत्ति और सामरी नगर की अपार लूट अपने देश को भेज देगा।’
अत: देख, मैं-स्वामी उन पर असीरिया देश के राजा और उसके समस्त सैन्य बल को, उमड़ती-गरजती फरात नदी की बाढ़ को लाऊंगा। उस का जल समस्त नदी-नालों में भर जाएगा; फरात नदी अपने तटों से ऊपर बहने लगेगी।
अत: मैंने अपनी क्रोधाग्नि उन पर उण्डेल दी। मैंने अपने क्रोध की ज्वाला से उनको भस्म कर दिया। मैंने उनके आचरण का प्रतिफल उन्हीं के सिर पर लौटा दिया।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
‘देखो, विनाश के दिन को देखो, वह आ रहा है! ओ इस्राएल, तेरे विनाश का दिन आ गया। तुझ में अन्याय दिन दूना रात चौगुना बढ़ गया था। तेरा अहंकार आकाश को छूने लगा था।
“और वह राजा अपनी इच्छा के अनुसार कार्य करेगा। वह स्वयं को सब देवताओं से ऊपर प्रतिष्ठित करेगा और अपने आपको उनसे बड़ा बताएगा। वह ईश्वरों के ईश्वर, परमेश्वर के विरुद्ध भी अनोखी बातें बोलेगा। वह तब तक सफल होता रहेगा जब तक कि उसके पाप का घड़ा भर न जाए; क्योंकि जो निश्चित है, वह तो होगा ही।
‘हे प्रभु, मेरे परमेश्वर, मेरे पवित्र परमेश्वर, तू अनादि है। इस कारण हम नहीं मरेंगे। हे प्रभु, तूने न्याय के लिए कसदी राष्ट्र को नियुक्त किया है। हे हमारी चट्टान, तूने हमें ताड़ित करने के लिए उसे निश्चित किया है।
प्रभु उत्तर की ओर अपना हाथ उठाएगा, और असीरिया देश को नष्ट करेगा, वह नीनवे नगर को उजाड़ देगा, नीनवे नगर मरुस्थल के समान शुष्क बनेगा।
कित्तीम द्वीप से जलयान आएंगे जो अश्शूर तथा एबर को पीड़ित करेंगे; अन्तत: वह भी नष्ट हो जाएगा।’